प्रधानमंत्री के मन की बात
(मुख्य अंश)
· 14 अप्रैल को बाबा साहेब अम्बेडकर की जन्म जयन्ती पर प्रधानमंत्री संग्रहालय का लोकार्पण हुआ है. इसे, देश के नागरिकों के लिए खोल दिया गया है. देश के प्रधानमंत्रियों के योगदान को याद करने के लिए आज़ादी के अमृत महोत्सव से अच्छा समय और क्या हो सकता है. देश के लिए यह गौरव की बात है कि आज़ादी का अमृत महोत्सव एक जन-आंदोलन का रूप ले रहा है. इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ रही है और ऐसे में पीएम म्यूजियम युवाओं के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है जो देश की अनमोल विरासत से उन्हें जोड़ रहा है.
· जब म्यूजियम के बारे में आपसे इतनी बातें हो रही हैं तो मेरा मन किया कि मैं भी आपसे कुछ सवाल करूं. देखते हैं आपकी जनरल नॉलेज (General knowledge ) क्या कहती है - आपको कितनी जानकारी है. मेरे नौजवान साथियो आप तैयार हैं, कागज़ कलम हाथ में ले लिया? अभी मैं आपसे जो पूछने जा रहा हूं, आप उनके NaMo Appया social media पर #MuseumQuiz के साथ share कर सकते हैं और ज़रूर करें. मेरा आपसे आग्रह है कि आप इन सभी सवालों का जवाब ज़रूर दें. इससे देशभर के लोगों में म्यूजियम को लेकर दिलचस्पी और बढ़ेगी. क्या आप जानते हैं कि देश के किस शहर में एक प्रसिद्ध रेल म्यूजियम है, जहां पिछले 45 वर्षों से लोगों को भारतीय रेल की विरासत देखने का मौका मिल रहा है. क्या आप जानते हैं कि मुंबई में वो कौन सा म्यूजियम है, जहां हमें बहुत ही रोचक तरीके से Currency का Evolution देखने को मिलता है? यहां ईसा पूर्व छठी शताब्दी के सिक्के मौजूद हैं तो दूसरी तरफ e-Money भी मौजूद है. तीसरा सवाल 'विरासत-ए-खालसा’ इस म्यूजियम से जुड़ा है. क्या आप जानते हैं, ये म्यूजियम, पंजाब के किस शहर में मौजूद है? देश का एकमात्र Kite Museum कहां है? क्या आपको पता है कि भारत में डाक टिकट से जुड़ा नेशनल म्यूजियम कहां है? मैं आपसे एक और सवाल करता हूं. गुलशन महल नाम की इमारत में कौन सा म्यूजियम है? क्या आप ऐसे किसी म्यूजियम के बारे में जानते हैं जो भारत की textile से जुड़ी विरासत को celebrate करता है.
· 18 मई को पूरी दुनिया में International Museum Day मनाया जाता है. इसे देखते हुए अपने युवा साथियों के लिए मेरे पास एक idea है. क्यों न आने वाली छुट्टियों में, आप, अपने दोस्तों की मंडली के साथ, किसी स्थानीय Museum को देखने जाएं. आप अपना अनुभव #MuseumMemories के साथ ज़रूर साझा करें. आपके ऐसा करने से दूसरों के मन में भी संग्रहालयों को लेकर जिज्ञासा जगेगी.
· पिछले कुछ सालों में BHIM UPI तेजी से हमारी economy और आदतों का हिस्सा बन गया है. अब तो छोटे-छोटे शहरों में और ज्यादातर गांवों में भी लोग UPI से ही लेन-देन कर रहे हैं. इस समय हमारे देश में करीब 20 हज़ार करोड़ रुपये के transactions हर दिन हो रहे हैं. इससे देश में सुविधा भी बढ़ रही है और ईमानदारी का माहौल भी बन रहा है. अब तो देश में Fin –tech से जुड़े कई नये start –ups भी आगे बढ़ रहे हैं. मैं चाहूंगा कि अगर आपके पास भी digital payment और start – up ecosystem की इस ताकत से जुड़े अनुभव हैं तो उन्हें साझा करिए. आपके अनुभव दूसरे कई और देशवासियों के लिए प्रेरणा बन सकते हैं.
· Technology ने एक और बड़ा काम किया है. ये काम है दिव्यांग साथियों की असाधारण क्षमताओं का लाभ देश और दुनिया को दिलाना. ये हमने Tokyo Paralympics में देखा है. खेलों की तरह ही,arts, academics और दूसरे कई क्षेत्रों में दिव्यांग साथी कमाल कर रहे हैं, लेकिन, जब इन साथियों को technology की ताकत मिल जाती है, तो ये और भी बड़े मुकाम हासिल करके दिखाते हैं. इसीलिए, देश आजकल लगातार संसाधनों और infrastructure को दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. देश में ऐसे कई Start-upsऔर संगठन भी हैं जो इस दिशा में प्रेरणादायी काम कर रहे हैं.
· ऐसी ही एक संस्था है – Voice of specially – abled people ये संस्था assistive technology के क्षेत्र में नए अवसरों को promote कर रही है. जो दिव्यांग कलाकार हैं, उनके काम को, दुनिया तक, पहुंचाने के लिए भी एक innovative शुरुआत की गई है. Voice of specially – abled people के इन कलाकारों की painting की Digital art gallery तैयार की है. दिव्यांग साथी किस तरह असाधारण प्रतिभाओं के धनी होते हैं और उनके पास कितनी असाधारण क्षमताएं होती हैं - ये Art galleryइसका एक उदाहरण है.
· इस समय आजादी के 75वें साल में, आजादी के अमृत महोत्सव में, देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उनमें जल संरक्षण भी एक है. अमृत महोत्सव के दौरान देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाये जायेंगे. वो दिन दूर नहीं जब आपके अपने शहर में 75 अमृत सरोवर होंगे. मैं, आप सभी से, और खासकर, युवाओं से चाहूंगा कि वो इस अभियान के बारे में जानें और इसकी जिम्मेदारी भी उठायें.
· कुछ दिन पहले मैंने अपने युवा दोस्तों से, students से 'परीक्षा पर चर्चा’ की थी. इस चर्चा के दौरान कुछ students ने कहा कि उन्हें Exam में गणित से डर लगता है. साथियो, गणित तो ऐसा विषय है जिसे लेकर हम भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए. आखिर, गणित को लेकर पूरी दुनिया के लिए सबसे ज्यादा शोध और योगदान भारत के लोगों ने ही तो दिया है. शून्य, यानी, जीरो की खोज और उसके महत्व के बारे में आपने खूब सुना भी होगा. अक्सर आप ये भी सुनते होंगे कि अगर zero की खोज न होती, तो शायद हम, दुनिया की इतनी वैज्ञानिक प्रगति भी न देख पाते. Calculus से लेकर Computers तक - ये सारे वैज्ञानिक आविष्कार Zero पर ही तो आधारित हैं. भारत के गणितज्ञों और विद्वानों ने यहाँ तक लिखा है कि- यत किंचित वस्तु तत सर्वं, गणितेन बिना नहि! अर्थात, इस पूरे ब्रह्मांड में जो कुछ भी है, वो सब कुछ गणित पर ही आधारित है. आप विज्ञान की पढ़ाई को याद करिए, तो इसका मतलब आपको समझ आ जाएगा. विज्ञान का हर principal एक Mathematical Formula में ही तो व्यक्त किया जाता है. न्यूटन के laws हों, Einstein का famous equation, ब्रह्मांड से जुड़ा सारा विज्ञान एक गणित ही तो है.
· आने वाले दिनों में, देश में ईद का त्योहार भी आने वाला है. 3 मई को अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जाएगी. कुछ दिन बाद ही वैशाख बुध पूर्णिमा का पर्व भी आएगा. ये सभी त्योहार संयम, पवित्रता, दान और सौहार्द के पर्व हैं. आप सभी को इन पर्वों की अग्रिम शुभकामनायें. इन पर्वों को खूब उल्लास और सौहार्द के साथ मनाइए. इन सबके बीच, आपको कोरोना से भी सतर्क रहना है. मास्क लगाना, नियमित अंतराल पर हाथ धुलते रहना, बचाव के लिए जो भी जरूरी उपाय हैं, आप उनका पालन करते रहें.
स्रोत : pmindia.gov.in