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विशेष लेख


Special article vol.27

स्वच्छता अभियान ने गति पकड़ी

2 अक्तूबर को स्वच्छ भारत मिशनकी दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर ‘‘स्वच्छता पखवाड़ा’’ अर्थात अपने निकटवर्ती क्षेत्र को साफ-सुथरा, स्वास्थ्यप्रद और आगंतुकों के लिये आकर्षक बनाये जाने के लिये संचालित स्वच्छता अभियान ने ज़ोर पकड़ लिया। आम लोगों, केंद्रीय और राज्य सरकारों, तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थानों और शहरी स्थानीय निकायों, जन प्रतिनिधियों तथा सभी अन्य पणधारियों को शामिल करते हुए स्वच्छ भारत सप्ताह आयोजित किये जा रहे हैं।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 01 सितंबर से 15 सितंबर, 2016 तक स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया। विभिन्न विद्यालयों, संस्थानों, केंद्रीय विद्यालय संगठन, नवोदय विद्यालयों, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान, एनसीईआरटी और जेएसएस तथा मंत्रालय परिसरों में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया। मौज़ूदा स्कूल शौचालयों के रखरखाव और उन्हें सतत और टिकाऊ बनाने में त्वरित दक्षता के लिये मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पंचायती राज मंत्रालय और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के साथ मिलकर शौचालयों के अनुरक्षण और रखरखाव पर स्थानीय संस्थानों को 14वें वित्त आयोग के अनुसार निधियों के अंतरण को प्राथमिकता दिये जाने के संबंध में एक संयुक्त पत्र लिखा है। विद्यालयी शिक्षा और साक्षरता विभाग ने स्कूलों में स्वच्छता और सफाई कार्यों को मान्यता, प्रेरणा और उत्कृष्टता प्रदान करने के वास्ते स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार की शुरूआत की है। इनका जल, स्वच्छता, साबुन से हाथ धोने, प्रचालन एवं अनुरक्षण, व्यवहार परिवर्तनों के तौर पर वर्गीकरण और क्षमता निर्माण के तौर पर उप वर्गीकरण किया गया। ये पुरस्कार जि़ला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रदान किये जायेंगे। राज्य स्तर पर स्कूलों के चयन की प्रक्रिया प्रगति पर है। नवंबर, 2016 के अंत तक राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों के लिये स्कूलों का चयन कर लिया जायेगा।

इस पखवाड़े के दौरान यह देखा गया है कि समाज में ‘‘परिवर्तन एजेंटों’’ के तौर पर बच्चों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है और इस विश्वास पर केंद्रित होती है कि जब स्कूली छात्र अच्छी साफ-सफाई और स्वास्थ्यप्रद व्यवहारों को अपनायेंगे, वे अपने माता-पिता, परिवार जनों और आस पड़ौस में अन्यों को प्रेरित कर सकेंगे जिससे अंतत: अच्छे स्वच्छता और स्वास्थ्यप्रद व्यवहार अपनाये जाने के बारे में सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा जो कि अंतत: ‘‘स्वच्छ भारत’’ के लिये नेतृत्व प्रदान करेगा।

 

पर्यटन मंत्रालय ने जीवन के सभी अंगों में स्वच्छता की आवश्यकता के प्रति सामान्य जागरूकता पैदा करने के वास्ते 16 से 30 सितंबर, 2016 तक स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित किया। इस अवधि के दौरान इंडिया गेट और आसपास, जंतर मंतर, निज़ामुद्दीन दरगाह, लाल किला, कुतुब मीनार और साईं मंदिर जैसे पर्यटन स्थलों के आसपास साफ-सफाई जैसी नवाचार गतिविधियां संचालित की गईं। जंतर मंतर, नई दिल्ली पर स्वच्छता गतिविधियों के दौरान गीत एवं नाटक प्रभाग, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के कलाकारों ने स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम और नुक्कड़ नाटक आयोजित किये। नई दिल्ली में परिवहन भवन से इंडिया गेट तक स्वच्छ प्रयत्न दौड़का भी आयोजन किया गया। मंत्रालय ने स्वच्छता विषय पर अंग्रेज़ी और हिंदी में घरेलू निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया। फाइलों को विनष्ट करने की प्रक्रिया भी संचालित की गई।