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विशेष लेख


volume-39,29 December 2018 - 4 January

सिविल सेवाओं के लिए साक्षात्कार

अपने बायोडाटा (डीएएफ) के समर्थन में

एस.बी. सिंह

सिविल सेवाओं का साक्षात्कार सत्र यूपीएससी बोर्ड के साथ होने वाला वास्तव में एक दिलचस्प सत्र है जिसके दौरान आप आधे घंटे या उससे भी अधिक समय तक बोर्ड से जुड़े रहते हैं ताकि आप विविध विषयों पर अपनेविचारों, अपनी प्रतिक्रियाओं, या समाधानों को उनके सामने ला सकें या व्यक्त कर सकें. यद्यपि ऐसी कोई निर्धारित सीमा नहीं है जिसके अंतर्गत ही साक्षात्कार बोर्ड मुद्दे उठाने के लिए बाध्य हो, किंतु कुछ संभावित

क्षेत्रों के बारे में निश्चितता का एक तत्व मौजूद अवश्य होता है, जहां से प्रश्न पूछे जाएंगे. ये क्षेत्र हैं:

1. शासन और प्रशासनिक मुद्दे

2.समसमायिक राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मामलों से संबंधित मुद्दे

3. पर्यावरण संबंधी मुद्दे

4. आर्थिक मुद्दे

  5. स्वास्थ्य, सामाजिक न्याय आदि से संबंधित मुद्दे

उपर्युक्त मुद्दों के अलावा, एक प्रमुख क्षेत्र जिस पर प्रश्न पूछे जाएंगे, वह है डीएएफ (विस्तृत आवेदन पत्र) है, जिसे उम्मीदवार द्वारा पहले ही प्रस्तुत किया जाता है. इस प्रकार, आपके डीएएफ में आपके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उठाए गए प्रश्नों की तैयारी करना, आपके साक्षात्कार की तैयारी का एक अनिवार्य हिस्सा है. एक तरह से, डीएएफ आपके व्यक्तित्व की भविष्यवाणी करने के लिए आपकी कुंडली की तरह है, क्योंकि इसमें आपके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी निहित होती है. यह जानकारी  आपके शौक, रुचियों, शैक्षिक उपलब्धियों, आपके डीएएफ में दिए गए नौकरी के प्रोफाइल के आधार पर बोर्ड की इस बात का आकलन करने में सहायता करती है कि आप किस तरह के इंसान हैं.

सिविल सेवाओं के साक्षात्कार में डीएएफ क्यों महत्वपूर्ण है? आपके डीएएफ में आपके बारे में महत्वपूर्ण जानकारी होती है जो केवल आपने ही दी होती है. साक्षात्कार बोर्ड को डीएएफ के माध्यम से आपकी पृष्ठभूमि के बारे में विस्तृत ढंग से अवलोकन करने का अवसर मिलता है. यह बोर्ड की आपके व्यक्तिगत विवरण जैसे, जन्मस्थान, आप किस जिले और राज्य से हैं, आपके माता-पिता का पेशा और उनकी आय, आपकी शैक्षिक पृष्ठभूमि, जीवन में आपकी रुचियां, आपके द्वारा की गईं नौकरियां, आपके नियोक्ताओं का विवरण, प्रशासनिक सेवाओं के लिए आपकी पसंद और प्राथमिकताएं, आईएएस, आईपीएस के लिए राज्य के कैडर के लिए आपकी वरीयताएं और ऐसी कई अन्य जानकारियों के बारे में जानने में मदद करता है. आपके डीएएफ में प्रदान की गई यह विस्तृत  जानकारी बोर्ड द्वारा प्रश्न उठाने का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन जाती है. वास्तव में, जब साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही होती है, अधिकांश सदस्य उस पूरे समय आपका डीएएफ पढ़ते रहते हैं ताकि अपनी बारी आने पर वे आपके डीएएफ के आधार पर प्रश्न पूछ सकें.

हालांकि, यहां यह बात गौर करनी चाहिए कि आकलन प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाने के लिए, उम्मीदवार की जाति और धर्म से संबंधित विवरण, बोर्ड के चार सदस्यों को नहीं दिया जाता है. केवल बोर्ड के चेयरमैन को इन विवरणों की जानकारी होती है. ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए है कि उम्मीदवार को लेकर कोई जाति पूर्वाग्रह न हो.

आप और आपका डीएएफ: साक्षात्कार सत्र के दौरान विविध विषयों पर कई प्रश्न उठाए जाएंगे. आमतौर पर उठाए गए प्रश्न आपकी अपनी योग्यता के क्षेत्रों से जुड़े ही होंगे. बोर्ड के सदस्य आपसे वे प्रश्न नहीं करेंगे जिनके बारे में उन्हें पता है कि आप उन्हें नहीं जानते होंगे. अधिकतर वे ऐसे प्रश्न आपके सामने रखेंगे जिन्हें आप अपनी व्यक्तिगत पृष्ठभूमि के कारण जानते होंगे या इसलिए कि आप एक पढ़े-लिखे सतर्क उम्मीदवार हैं जो प्रशासनिक सेवाओं में नौकरी करने की महत्वाकांक्षा रखते हैं, और उन प्रश्नों का उत्तर जानते होंगे. हालांकि, डीएएफ एक अलग चुनौती प्रस्तुत करता है- जैसे आपके द्वारा उसके विभिन्न कॉलम (स्तंभों) में दी गई जानकारी की सत्यता स्थापित करने के लिए बोर्ड की अपेक्षाएं आपसे बहुत अधिक होंगी. 

आपने डीएएफ में जो लिखा है उसके लिए आपको जि़म्मेदारी लेनी होगी. यदि आप अपने डीएएफ से संबंधित जानकारी का स्वयं ही विरोध करते हैं या उसके प्रतिकूल जाते हैं, या उसके बारे में अनभिज्ञता प्रदर्शित करते हैं, तो निश्चित रूप से यह आपके बारे में नकारात्मक राय बनाएगा. यह राय दो चीजों पर आधारित होती है. एक, आपने झूठी जानकारी दी है, और दूसरी,  आपने वास्तव में अपने डीएएफ में जो कुछ लिखा है,  उसका पालन नहीं किया है. हमेशा याद रखें, यदि आप एक गैर-डीएएफ से संबंधित प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाते हैं,  तो बोर्ड बेशक आपको दंडित न करे, लेकिन, यदि आप उचित ढंग से अपने डीएएफ से संबंधित किसी प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाते हैं, तो बोर्ड का दृष्टिकोण क्षमा करने वाला नहीं होगा. एक भावी जनसेवक के रूप में बोर्ड आपसे अपेक्षा रखता है कि आप ईमानदारी के साथ जानकारी प्रस्तुत करते हुए ईमानदार रहें.

डीएएफ विवरणों का वर्गीकरण: एक साथ रखो, उम्मीदवार द्वारा डीएएफ में भरने के लिए 27 कॉलम हैं.

उन्हें निम्नलिखित श्रेणियों के अंतर्गत रखा जा सकता है.

(1)           नाम, आयु और मूल स्थान, माता-पिता का नाम, पेशा और आय, मुख्य (मेंस) परीक्षा के लिए केंद्र की पसंद, वैकल्पिक विषय की वरीयता जैसे व्यक्तिगत विवरण. (कॉलम 1 से 13)

(2)           शैक्षिक योग्यताएं (कॉलम 14)

(3)           रोज़गार विवरण (कॉलम 15)

(4) अतिरिक्त पाठ्यक्रमेतर गतिविधियों, विशिष्टताओं, शौक (कॉलम 18) की जानकारी

(5)           राज्य कैडर में आईएएस / आईपीएस में वरीयता क्रम (कॉलम 20)

(6) आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और संबद्ध सेवाओं जैसी विभिन्न सेवाओं के लिए वरीयता क्रम (कॉलम 21)

(7)           यूपीएससी परीक्षा में उपस्थित होने के पूर्व विवरण और उनके परिणाम (कॉलम 22, 23, 24, 25 और 26)

(8)           वे दस्तावेज जिन्हें जमा करना है (कॉलम 27)

डीएएफ से संबंधित मुद्दों का विश्लेषण

1.             व्यक्तिगत विवरण संबंधित कॉलम: ऐसा संभव है कि आपके नाम से संबंधित प्रश्नों, जन्म तिथि के महत्व आदि जैसे प्रश्नों से आपके साक्षात्कार की शुरुआत हो. मान लीजिए कि आप का जन्म 3 मार्च को हुआ था, वे आपसे पूछेंगे: क्या आप हमें इस दिन पैदा होने वाली अन्य सामाजिक हस्ती का नाम बता सकते हैं (क्योंकि रतन टाटा का जन्म 3 मार्च को हुआ था).

इसके अलावा, जिस स्थान पर आप पैदा हुए थे, उसके आसपास के इलाकों और आप जिस राज्य से संबंधित हैं, उनके बारे में बोर्ड द्वारा बारीकी से अवलोकन किया जाएगा, और उन पर प्रश्न उठाए जा सकते हैं. कुछ प्रश्न आपके माता-पिता के पेशे, उनके व्यवसायों से जुड़े आपके अनुभवों के बारे में भी पूछे जा सकते हैं. यदि आपने अपनी मुख्य परीक्षा के लिए अपने शहर या जहां नौकरी करते हैं, उस स्थान से दूर केंद्र चुना है, तो इसके कारणों पर भी उत्सुक प्रश्न उठाए जा सकते हैं. मान लीजिए, आप दिल्ली के हैं और दिल्ली में ही काम भी करते हैं, लेकिन आपने जम्मू केंद्र से मुख्य परीक्षा दी है, तब आपको इसके लिए स्पष्टीकरण देना होगा. अंतत:, आपका वैकल्पिक पेपर जांच में आ सकता है. आपके वैकल्पिक विषय से संबंधित प्रश्नों के अलावा, वे आपसे  सिविल सेवाओं में इसकी प्रासंगिकता के बारे में भी पूछ सकते हैं. उदाहरण के लिए, मान लीजिए, आपका एक  पेपर बॉटनी का था, वे आपको पूछेंगे कि बॉटनी का आपका ज्ञान सिविल सेवक के रूप में आपके कॅरिअर में कैसे मदद करेगा.

2.             शैक्षणिक योग्यता से संबंधित प्रश्न: बोर्ड स्कूल, कॉलेज में आपकी शैक्षिक पृष्ठभूमि और उपलब्धियों के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक होगा. आपने जिन शैक्षणिक संस्थानों से शिक्षा ली है, वे उनका निरीक्षण करेंगे, और  इन संस्थानों के बारे में आपके जागरूकता के स्तर को परखेंगे. दूसरा, वे देखेंगे कि क्या आपके शैक्षिक कॅरिअर में कोई रुकावट आई थी आपका शैक्षिक प्रदर्शन खराब या असंतोषजनक था, और यदि हां, तो वे इसके कारणों की तलाश करेंगे.

यदि आपका शैक्षिक कॅरिअर बहुत उज्ज्वल है, तो वे आपसे पूछ सकते हैं कि आप इतने शानदार शैक्षिक  रिकॉर्ड के बावजूद सिविल सेवाओं में क्यों आना चाहते  हैं. यही नहीं, यदि आप पेशेवर हैं, जैसे कि डॉक्टर, इंजीनियर या वकील, तो वे आपसे पूछेंगे क्यों आप अपने मूल क्षेत्र में बदलाव चाहते हैं. इन प्रश्नों का उत्तर यथार्थवादी तरीके से दिया जाना चाहिए. बोर्ड इसके वास्तविक कारणों को जानने में अधिक रुचि रखता है, न कि सिविल सेवाओं के बारे में आपके आदर्शवाद में. इसलिए, ऐसे प्रश्नों के उत्तर ईमानदारी से दें. यदि आप इन सवालों के बारे में मनगढ़ंत जवाब तैयार करते हैं, तो आप मुशिकल में फंस सकते हैं.

3.            रोज़गार से संबंधित कॉलम: यदि आप पहले नौकरी पर नियुक्त किए गए हैं, या आप साक्षात्कार के समय कहीं नौकरी कर रहे होते हैं, तो आपकी नौकरी से जुड़े कई प्रश्न पूछे जा सकते हैं. उनसे आप बच नहीं सकते. जैसे, संस्थान, आपकी कंपनी या जिस सरकारी विभाग के साथ आप काम कर रहे हैं, में आपकी जिम्मेदारियां. इस विषय के प्रश्न का कठिन हिस्सा यह होगा कि आप अपनी वर्तमान नौकरी क्यों बदलना चाहते हैं. अधिकांश उम्मीदवार इस प्रश्न का उत्तर एक ही तरह से देते हैं. आइए इस प्रश्न और इसके सामान्य उत्तर पर विचार करें:

सदस्य: आप पहले से ही अच्छी भविष्य की संभावनाओं के साथ उच्च पद पर नियुक्त हैं. फिर आप सिविल सेवाओं में क्यों आना चाहते हैं?

इस सवाल का सामान्य जवाब: हां महोदय, मैं इस बात से सहमत हूं कि मैं पहले से ही अच्छी नौकरी में हूं, लेकिन सिविल सेवाओं द्वारा दिए गए पद, स्थिति, प्रतिष्ठा और चुनौतियां मुझे आकर्षित करते हैं. या,

हां महोदय, यह सच है. लेकिन मैं देश और समाज की सेवा करना चाहता हूं जिसने मुझे इतना कुछ दिया है.

यह पूछे जाने वाला एक आम प्रश्न है और इस प्रकार का उत्तर भी एक आम उत्तर है. इसी प्रश्न का उत्तर अधिक प्रभावशाली व विश्वसनीय ढंग से दिया जा सकता है. इस तरह के उत्तर पर विचार करें: हां महोदय, मैं वर्तमान में एक आरामदायक नौकरी का आनंद ले रहा हूं, लेकिन निजी क्षेत्र में काम करने के कारण मुझे लगता है कि मेरा काम सामाजिक रूप से नितांत महत्वहीन है. मैं केवल अपने संस्थान के लाभ के लिए काम करता हूं, न कि समाज के. लेकिन सिविल सेवाओं में, मैं सामाजिक रूप से महत्व रखने वाले कार्यों को कर सकता हूं. मेरा सिविल सेवाओं में आने का यही कारण है.

आप अपने माता-पिता से प्राप्त प्रेरणा, या सिविल सेवाओं में आपके रोल मॉडल, जिनके काम ने आपको प्रेरित किया है, से भी अपना उत्तर जोड़ सकते हैं. यह आपके उत्तर को दिलचस्प और विश्वास करने लायक दोनों बना देगा.

4. हॉबी से संबंधित कॉलम: यदि आपने अपने शौकों के बारे में भी जानकारी दी है, तो बोर्ड द्वारा गहराई से अपने शौकों पर जांच करने के लिए तैयार रहें. सबसे पहले, आपको कभी भी अपने डीएएफ में ऐसे शौक का जिक्र नहीं करना चाहिए जिसे आपने कभी किया ही न हो. दूसरा, शौक से संबंधित प्रश्नों पर सैद्धांतिक उत्तर देने का प्रयास न करें. बस अपने शौक के बुनियादी ज्ञान के बारे में बताएं और समझाएं कि आप इसे आगे भी करने को क्यों इच्छुक हैं. याद रखें, शौक आपका मनोरंजन या समय व्यतीत करने का माध्यम है, न कि आपका पेशा. इसलिए, आप से शौक पर विशिष्टता रखनी की उम्मीद नहीं की जाती है. लेकिन साथ ही, आपको अपने शौक को आगे बढ़ाने के बारे में स्पष्टता होनी चाहिए. अपने शौक के बारे में मनगढ़ंत जवाब देने से हर कीमत पर बचना चाहिए.

आईएएस/आईपीएस प्राथमिकता संबंधित प्रश्न: मुख्य (मेंस) परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाने के बाद ही आपको इसके बारे में जानकारी देनी होगी. नौकरी की वरीयताओं को चुनने के बारे में आपको सावधान रहना चाहिए. यदि आपने आईएएस के बदले आईएफएस चुना है, तो वे आपसे पूछेंगे कि आईएफएस में ऐसा क्या है जो आपको आकर्षित करता है और इसकी वर्तमान चुनौतियां क्या हैं. आपको अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, भारतीय विदेश नीति में  मौजूदा चुनौतियों, आदि में अपनी रुचि प्रकट करनी चाहिए. अगर आपने आईएएस या आईपीएस को अपने विकल्पों के रूप में दिया है, तो वे कुछ परिस्थिति संबंधी प्रश्न भी उठा सकते हैं. उदाहरण के लिए, वे आपसे पूछ सकते हैं: मान लें कि आपको जिले के एसपी के रूप में नियुक्त किया गया है और छात्रों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए रेलवे पटरियों को अवरुद्ध कर दिया है, आप इस स्थिति में कानून और व्यवस्था कैसे बहाल करेंगे. आपको ऐसी परिस्थितियों में एक व्यावहारिक प्रशासक के गुण प्रदर्शित करने की आवश्यकता है. इसलिए आपको ठोस और अनिवार्य, दोनों ही प्रकार के कई विकल्पों को अपने दिमाग रखते हुए सुझाते हुए इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिए.

1.  तैयारी बहुत पहले से करनी शुरू कर दें: किसी को मुख्य परीक्षा के परिणामों के आने की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए. उससे बहुत पहले ही जल्दी डीएएफ से जुड़े मुद्दों पर तैयारी करना शुरू कर दें.

2.  किसी विशेषज्ञ के मार्गदर्शन में तैयारी करें: स्वयं तैयारी करने के अलावा, जानकार लोगों के साथ बातचीत करना आपके डीएएफ से संबंधित उत्तरों की स्पष्टता लाएगा.

3. हमेशा ईमानदारी से खुद का बचाव करें: किसी भी अन्य जगह की तरह साक्षात्कार में भी ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है. अपने डीएएफ के बारे में आपको जो  कहना है, उसके बारे में ईमानदार रहें. केवल यही आपके साक्षात्कार को सुरक्षित और स्कोरिंग बना सकता है.

(एस. बी. सिंह एक प्रसिद्ध अका-दमिक, आईएएस सलाहकार और साक्षात्कार विशेषज्ञ हैं. उनसे  ईमेल पर संपर्क किया जा सकता है:sb_singh2003@yahoo.com)