ऊर्जा के क्षेत्र में तकनीक सर्वाधिक सक्षम है
ऊर्जा संरक्षण को लेकर अक्सर यह बात कही जाती है कि सबसे सस्ती ऊर्जा वह है जिसका उपयोग आप अमूमन नहीं करते हैं । किंतु जब तक आप यह नहीं जानेंगे कि आप कितनी ऊर्जा का उपयोग करते हैं और कितने प्रभावी रूप से करते हैं तब तक आप अपने उपभोग में कमी लाने के तरीकों के बारे में कैसे सोच सकते हैं इसी सोच ने इकोबलिरियम एनर्जी को दिशा दी, अहमदाबाद में स्थित एक संस्था जो भारत के सैंकडों फर्मों का मार्ग प्रशस्त करती है। इकोबलिरियम किसी फैक्टरी की असेंबली लाइन के विभिन्न भागों में सेंसर स्थापित करती है और इसकी क्लाउड आधारित सॉफ्टवेयर प्रणाली आंकड़ों का विश्लेषण कर ऊर्जा संबंधित कमियों की पहचान करती है और उन्हें ठीक करने के तरीकों के बारे में बताती है। रोजग़ार समाचार के साथ इकोबलिरियम के संस्थापक चिंतन सोनी से हुई बातचीत के अंश-
प्रश्न- आपको इस कारोबार का विचार कैसे आया?
उत्तर- उच्च मूल्य और नवाचार को लेकर कुछ सृजित करने की प्रतिबद्धता स्वरूप इकोबलिरियम एनर्जी भारत की बढ़ती हुई उर्जा मांग और इसको पूरा करने में अभावग्रस्त प्रणाली को एक उत्तर है। यह सब 2009 में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के दौरान शुरू हुआ जहां उद्यमियों को राज्य द्वारा दिए जा रहे सहायता तथा उद्यमियों के अनुकूल नीतियों के मद्देनजऱ मैंने अपना उद्यम स्थापित करने के स्वप्न को साकार किया और नवीनीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में संभावनाओं को तलाशने लगा। इसके बाद मेरा छोटा भाई हरित भी मेरे साथ मिलकर काम करने लगा। हमने महसूस किया कि भारत में बिजली की कमी रही है, जहां लगभग 400 मिलियन के आसपास नागरिकों के पास बिजली की पहुंच नहीं है। इसके साथ ही कई बार पूरे तौर पर अथवा आंशिक तौर पर बिजली जाती रहती है। भारत में उत्पादित होने वाली लगभग 43 प्रतिशत बिजली का उपभोग औद्योगिक क्षेत्र द्वारा किया जाता है , जिसका आशय था कि इस क्षेत्र के लिए एक ऊर्जा प्रबंधन समाधान बड़े स्तर पर संपूर्ण देश की ऊर्जा मांग को प्रभावित करेगा। यह विचार मेरे मस्तिष्क में कौंध गया यदि हम उपयुक्त सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर प्लेटफॉर्म के माध्यम से कुछ नया कर सके तो यह उद्योगों और वितरण कंपनियों को ऊर्जा उपभोग तथा ऊर्जा क्षति की निगरानी, प्रबंधन और इसमें कमी लाने में सहायक होगा। अत: हमने बड़े डाटा विश्लेषण, संचार तथा क्लाउड प्लेटफॉर्म जिसे ‘स्मार्ट सेंस’ कहते हैं, को मिलाकर एक मांग पक्ष प्रबंधन समाधान का विकास किया, जहां उद्योग प्रत्येक मिनट अपने विद्युत उपभोग के तरीकों की निगरानी, प्रति इकाई ऊर्जा दर की तुलना, उनके प्रमुख विद्युतीय मानदंडों में किसी अवरोध का पता लगाकर अपनी मशीनरी अवसंरचना की त्रुटियों की जांच, रीयल टाइम ट्रेंड्स के आधार पर अपनी किफायत कर सकते हैं।
प्रश्न- शुरूआत में आपका मिशन क्या था?
उत्तर- हमारी यात्रा आई.आई.एम अहमदाबाद में सेंटर फॉर इनोवेशन इनक्यूकबेशन एंड इटरप्रेनरशिप (सी.आई.आई.ई.) में प्रवेश के अवसर के साथ शुरू हुई, जहां हमारा प्रथम मिशन व्यापार के क्षेत्र में हमारे उत्पाद को उपयोगी और व्यवसायिक रूप से व्यवहार्य उत्पाद के रूप में प्रदर्शित करना था। हमें हमारा पहला (उद्योग क्षेत्र में) ऑर्डर एप्ल्यूएंट ट्रीटमेंट संयंत्र मे ऊर्जा उपभोग में कमी लाने के लिए ओधव इंडस्ट्रियल इस्टेट से प्राप्त हुआ। कंपनी ने यह डील की कि वे भुगतान तभी करेंगे जब इकोलिबिरियम मॉडल काम करेगा और परिणाम देगा। हमने उनके मोटर में खराबियों को ठीक किया और डैशबोर्ड के द्वारा इसकी निगरानी की ताकि उपभोग स्तरों को समझ सके। यह परियोजना सफल रही। हमारी प्रणाली की लागत की वसूली उन्हें कुछ ही दिनों में हो गई। यह वो समय भी था जब हमारे उपभोक्ता मूल्य संवर्धन को समझने और पहचानने लगे। हमें हमारा अगला ऑर्डर टॉरेंट पावर से मिला, यह पायलट स्मार्ट माइक्रो ग्रिड परियोजना थी जो सफलतापूर्वक शुरू हुई। सी.आई.आई.ई. ने हर संभव तरीके से एक ब्रांड के रूप में स्थापित करने में हमारी मदद की। हम मध्यम और बड़े उद्योगों एवं व्यवसायिक उपभोक्ता को स्मार्ट सेंस के माध्यम से उनकी ऊर्जा लागत को उपयुक्त बनाने में मदद करते हैं, हमारा बड़ा डाटा ऊर्जा विश्लेषण प्लेटफॉर्म ऊर्जा कुशल बनाता है और उन्हें अच्छे और ज्ञानप्रद निर्णय लेने में मदद करता है।
प्रश्न- उपक्रम में कितने कर्मचारी काम करते हैं?
उत्तर- इकोबलिरियम, ने अपना काम केवल तीन सदस्यों से शुरू किया था। व्यापार बढऩे के साथ हमने धीरे-धीरे विशेषज्ञों की टीम- सॉफ्टवेयर डेवलेपर्स, एग्जिक्यूटर्स, इलेक्ट्रिशियन, ऊर्जा विश्लेषकों, बिक्री पेशेवर, डाटा वैज्ञानिक और प्रोग्रामर को भर्ती करना शुरू किया। हमारी सेवा में प्रत्येक नई गतिविधि के जुडऩे के साथ, हम निपुणता और विशेषज्ञों की मदद को तलाशते हैं। आज हमारे पास 75 सदस्यों की युवा और बहुआयामी टीम है जिनकी विभिन्न क्षेत्रों और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अच्छी पहुंच है। यह ऐसा समय है जिसमें उन्हें मार्गदर्शकों की आवश्यकता है, बॉसों की नहीं। हम टियर-2 कॉलेजों से विद्यार्थियों को लेते हैं क्योंकि बड़े कॉरपोरेट केवल आई.आई.टी. और आई.आई.एम पर ध्यान देते हैं। दूसरे कॉलेजों के विद्यार्थी भी टियर-1 संस्थानों जितने ही अच्छे हैं। उन्हें केवल निखारने की ज़रूरत होती है और मुझे व्यक्तिगत रूप से उन्हें प्रशिक्षित करना अच्छा लगता है।
प्रश्न- आप किस प्रकार की सेवाएं प्रदान करते हैं?
उत्तर- ‘स्मार्ट सेंस’ हमारा बड़ा डाटा ऊर्जा विश्लेषण प्लेटफॉर्म सभी ऊर्जा निगरानी समाधानों के लिए एक स्थान है, जिसे डेस्कटॉप और मोबाइल फोनों से आसानी से संचालित किया जाता है। यह इस तरह तैयार किया गया कि एक ऊर्जा उपयोगकर्ता अपने दैनिक ऊर्जा उपभोग स्तरों के आधार पर विभिन्न सेवाओं का चयन कर सकता है।
1. व्यवसायिक और औद्योगिक उपयोगकर्ता- बढ़ती हुईं ऊर्जा मूल्यों, मांग प्रभार, दिन के समय की दर और अनुपालन न करने पर जुर्माना, ऊर्जा और खास तौर पर बिजली किसी भी उद्योग अथवा व्यवसायिक भवन के लिए प्रमुख संचालन लागत केन्द्र बनता जा रहा है। स्मार्टसेंस उत्पादकता बढ़ाने के लिए आपको महत्वपूर्ण संचालनात्मक निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। यह आपको परिसंपत्त् प्रभावात्मकता की रियल टाइम निगरानी देता है और इससे संबंधित रखरखाव में मदद करता है जिससे नुकसान में कमी आती है। स्मार्टसेंस के द्वारा ऊर्जा प्रबंधक और संयंत्र प्रबंधक विभिन्न स्थलों की केन्द्रीय निगरानी कर सकते हैं और ऊर्जा उपभोग को कम कर सकते हैं।
2. विद्युत वितरण कंपनियां- हम विद्युत वितरण कंपनियों के उदित विद्युत उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं के साथ मिलकर उनके मांग पक्ष प्रबंधन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं। खरीदते अथवा बेचते हुए इस बात की की गारंटी नहीं होती कि व्यापार कंपनी अथवा खरीदार को निवेश किए गए लागत पर 100 प्रतिशत रिटर्न मिलेगा अर्थात हें खरीदी अथवा बची गई वही युनिटें प्राप्त हो रही हैं।
व्यवसायिक भवन और उद्योग किसी भी यूटिलिटी के प्रमुख ऊर्जा उपभोक्ता हैं और किसी भी वितरण यूटिलिटी के लिए यह आवश्यक हो जाता है कि उन्नत टूल्स के माध्यम से इन उपभोक्ताओं के साथ व्यापार बढ़ाएं। उच्चतर उपभोक्ता संबंधों के लिए स्मार्ट सेंसे यूटिलिटी को इन उपभोक्ताओं के ऊर्जा उपभोग और बिल का उन्नत विश्लेषण प्रदान करता है। इससे वे उपभोक्ता बिलिंग, शिकायतों तथा कटौती आदि पर निर्णय लेने में सक्षम होते हैं जिससे उपभोक्ता बेहतर तरीके से बिजली का उपभोग कर पाते हैं।
प्रश्न- आपने अपने व्यापार को कैसे विज्ञापित करते हैं?
उत्तर- अब तक हमारा काम हमारे लिए बोलता है। जब हमने शुरुआत की तो हमने काफी मेहनत की कंपनियों को यह दर्शाने के लिए कि वे कहां ऊर्जा का उपभोग कर रहे हैं, लीकेज कहां से हो रही है और इसे क्यों और कैसे ठीक करना चाहिए। हमने अपना प्लेटफॉर्म स्थापित किया औऱ कंपनियों से यह बताने के लिए कहा कि क्या हमारा मॉडल काम कर रहा है और परिणाम दे रहा है। स्मार्ट सेंस ने उन्हें उनकी ऊर्जा लागत में 5 से 25 प्रतिशत तक कमी लाने में मदद की। हमारे उपभोक्ताओं, सी।आई।आई।ई, हमारे निवेशकों के उपक्रमों, इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपेरशन की मदद से लोगों के बीच ख्याति पहुंची और एक अच्छे काम से दूसरा काम मिला। आज बाजार में हमारी अच्छी साख है।
प्रश्न- आप अपनी सफलता का श्रेय किसे देंगे?
उत्तर- लगन, मेहनत, जवाबदेही और कुछ श्रेष्ठ तथा बहुमूल्य काम करने का सपना। पर यह सब हासिल करना आसान नहीं था। विचार से लेकर आज तक की हमारी यात्रा विचलताओं, अनिश्चितताओं, आशाओं और परेशानियों से भरी हुई है। व्यापार की आधारभूत समझ और भरण-पोषण करने योग्य परिवारा के साथ स्कलबरगर में अपना काम छोडऩे के बाद मुझे मेरे हिस्से की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आई।आई।एम। अहमदाबाद में प्रवेश प्राप्त करने से लेकर हमारे उपभोक्ताओं के सामने हमारी सेवाओं को समझाने तक- सिर्फ तीन लोगों के साथ मिलकर हमने यह काम किया। पहला उपभोक्ता मिलना आसान है पर दूसरा मिलना सबसे बड़ी चुनौती। इकोबलिरियम व्यक्तिगत बचत और सी।आई।आई।ई। से प्राप्त 25 लाख की पूंजी से कमा कर रहा था। कंपनी के बढऩे के साथ ही हमें पैसों की कमी होने लगी। हमने हमारी टीम का विस्तार किया- उनके वेतन का खर्च बढ़ रहा था। निवेशक 5 करोड़ का ऋण देने पर सहमत हो गए पर 51 प्रतिशत इक्विटी पर- खासतौर पर ऐसे वक्त जब हम नए विचारों पर ध्यान दे रहे थे। यह मुझे स्वीकार नहीं था। मैं निराश था पर विकल्पों को ढ़ूढ रहा था, लोगों से मिल रहा था, प्रसेंटेशन दे रहा था, इसलिए नहीं कि मैं वापस अपने पुराने काम पर नहीं लौट सकता था बल्कि इसलिए क्योंकि मैं अपने लिए काम कर रहे लोगों के प्रति खुद को उत्तरदायी महसूस करता था।
प्रश्न- आपने अपने वर्तमान स्थान का चुनाव क्यों किया?
उत्तर- अवसर और सरकार की उद्यमी अनुकूल नीतियां। हमारा मुख्यालय अहमदाबाद, गुजरात में है जिसके संचालन केन्द्र अन्य मेट्रों और टियर -1 तथा टियर-2 शहरों में है। 2009 में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन के दौरान मैं राज्य के द्वारा उद्यमियों को दिए जाने वाले समर्थन से प्रेरित हुआ। मैने नवीनीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में व्यापार के विचार को आगे बढ़ाया। आई।आई।एम। , अहमदाबाद स्थित सेंटर फॉर इनोवेशन इन्क्यूबेशन एंड इंटरप्रेनरशिप (डी।एस।टी। द्वारा समर्थित) ने मेरे अनुसंधान को सराहा और इसे स्वीकार किया। उन्होंने हमारा ब्रांड बनाने में मदद की। अवसंरचनात्मक और नेटवर्किंग सहायता के अतिरिक्त सी।आई।आई।ई। ने प्रशासनिक सहायता के साथ ही सार्थक परामर्शी मार्गनिर्देश द्वारा हमारी मदद की जिससे हम अपनी प्रौद्योगिकी और व्यापार पर ध्यान केंद्रित कर सके- जो कि किसी भी शुरुआती कंपनी के लिए महत्वपूर्ण बिंदु है। हम बी-2-बी सेवा प्रदायक कंपनी है और गुजरात बहुत से उद्योगों का केन्द्र है। अच्छे विचारों को अमल में लाया जाता है और स्वीकार किया जाता है। भौगोलिक तौर पर भी यह भारत के अन्य औद्योगिक केन्द्रों के साथ जुड़ा है।
प्रश्न- आपके व्यापार के बारे में अतिविशिष्ट क्या है?
उत्तर- बड़े डाटा ऊर्जा विश्लेषण के क्षेत्र में हम शीर्षस्थ हैं। स्मार्टसेंस पूरी तरह से वायरलैस और क्लाऊड होस्टेड प्रणाली है, जिससे उपयोगकर्ता किसी भी स्थान से सिस्टम तक पहुंच सकता है। किसी इस्पात संयंत्र का मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व में कहीं से भी अपने डाटा तक पहुंच बना सकता है। चूंकि यह वायरलैस प्लेटफॉर्म है इसलिए काफी उन्नत है। चूंकि यह क्लाऊड होस्टेड है अत: उपभोक्ता को एक आई।टी। अवसंरचना में निवेश और रखरखाव की आवश्यकता नहीं होती है। यह पूरी तरह से रेट्रोफिट है और रियल टाइम प्रणाली है, उपभोक्ता को अपने विद्यमान विद्युत नेटवर्क में कोई परिवर्तन की आवश्यकता नही पड़ती। रियल टाइम प्रणाली होने के कारण, उपभोक्ता प्रत्येक मिनट डाटा देख सकता है और चेतावनियों और सुझावों पर काम कर सकता है। यह प्रणाली न केवल डाटा को प्रथम चरण में नहीं दिखाती, हमारा विश्लेषणात्मक इंजन और एल्गोरिदम त्रुटियों की पहचान करता है और इन समस्याओं को ठीक करने का सुझाव देता है। स्मार्टसेंस न केवल उपभोक्ता को उनकी मांग को उपयुक्त बनाने बल्कि बिजली प्राप्त करने की प्रक्रिया में भी मदद करता है। हमने 5 प्रतिशत से 25 प्रतिशत तक की कटौती साबित की है। हम न केवल बिजली बल्कि संपूर्ण रूप से ऊर्जा का प्रबंधन और उपयुक्त उपयोग करते हैं। स्मार्टसेंस एक एस.ए.ए.एस (सेवा के रूप में सॉफ्टवेयर) प्लेटफॉर्म है अत: इसकी निवेश पर वसूली काफी तीव्र है।
प्रश्न- इस फर्म के प्रमुख के रूप में आपकी क्या जिम्मेदारियां हैं?
उत्तर-किसी कंपनी के उद्यमी को अनेक भूमिकाएं निभानी पड़ती है। उसके लिए निर्धारित जिम्मेदारियों को परिभाषित करना कठिन है। यह भी एक मिथक है कि आप खुद अपने स्वामी है क्योंकि आप अपने बिक्री, विपणन कर्मी, उत्पाद डेवलपर, कार्यालय के सभी काम निपटाने वाले, फोटो कॉपियर और भी बहुत कुछ है। आप दिन में 10-12 घंटे काम करते हैं। आप शीर्षस्थ स्थल पर सोचते और काम करते हैं पर आवश्यकता पडऩे पर सबसे निचले स्तर पर काम करने के लिए भी आपके तैयार रहना चाहिए। आपको अपने साथ काम करने वाले सभी व्यक्तियों को समझना ज़रूरी है। आप हमेशा अपने उपभोक्ताओं के सीधे संपर्क में रहते हैं। आपको खीझने और चीजों को बीच में छोडऩे की छूट नहीं होती क्योंकि आपके साथ और भी बहुत से लोग जुड़े होते हैं। आपसे आशाएं जुड़ी होती हैं और सबसे महत्वपूर्ण है बंधे रहना। आप बीच में कुछ नहीं छोड़ सकते हैं। मैं जो करता हूं उसे लेकर हमेशा उत्साहित रहता हूं मैं पूरी तरह से लोगों का व्यक्ति हूं। मुझे जोखिम लेना पसंद है और गिरने का डर नहीं है।
प्रश्न- आपने इस तरह के व्यापार का चयन क्यों किया?
उत्तर- दूरसंचार और सूचना प्रणाली में काम करने तथा दूरसंचार क्षेत्र में दो पेटेंट प्राप्त करने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी और संचार सेवाओं के संदर्भ में मैं ऊर्जा क्षेत्र में संभावनाएं तलाशने को प्रतिबद्ध था। मैंने और मेरे छोटे भाई ने दूषित जल में शैवाल उगाना, उससे बायो-डीजल बनाना और बाद में बचे पानी को अन्य इस्तेमाल के उपयोग करने जैसी बहुत सी व्यापार संभावनाओं पर विचार किया। पर एक विचार मेरे दिमाग में कौंध गया- हमने महसूस किया कि भारत में बिजली की कमी रही है, जहां लगभग 400 मिलियन के आसपास नागरिकों के पास बिजली की पहुंच नहीं है। इसके साथ ही कई बार पूरे तौर पर अथवा आंशिक तौर पर बिजली जाती रहती है। भारत में उत्पादित होने वाली लगभग 43 प्रतिशत बिजली का उपभोग औद्योगिक क्षेत्र द्वारा किया जाता है , जिसका आशय था कि इस क्षेत्र के लिए एक ऊर्जा प्रबंधन समाधान बड़े स्तर पर संपूर्ण देश की ऊर्जा मांग को प्रभावित करेगा। एक बडे फर्म होने के नाते भी यदि आप बिजली खरीदते हैं अथवा इसका उत्पादन करते हैं इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आप निवेशित लागत पर 100 प्रतिशत (जो छह अंक की संख्या से भी अधिक है) निवेश पर वसूली प्राप्त कर रहे हों क्योंकि ट्रांसमिशन के दौरान 30 प्रतिशत से भी अधिक ऊर्जा का नुकसान हो जाता है। हम उपयुक्त सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर विकास के माध्यम से नई चीजें लाना चाहते थे और वितरण कंपनियों तथा उद्योगों को उनके बिजली उपभोग और संचालन लागत में कमी लाने में मदद करना चाहते थें ।
प्रश्न- क्या आपकी कंपनी जहां स्थित है वहां के समुदाय की मदद करते हैं?
उत्तर- बिजली उपभोग स्तर में और बिजली के नुकसान और उसकी बर्बादी में कमी लाने में हम उद्योगों और विद्युत वितरण कंपनियों की मदद कर रहे हैं। आज यदि हम 5 से 25 प्रतिशत तक बिजली नुकसान में कमी लाने में सक्षम हैं तो आप गणना कर सकते हैं कि बिजली की इस बचत से कितन घर प्रकाशित किए जा सकते हैं, खासकर जब गांवों में इसकी सबसे ज्यादा ज़रूरत है। सामुदायिक सेवा की ओर यह हमारा सबसे बड़ा लक्ष्य और योगदान है। विश्व भर में कॉरपोरेट क्षेत्र में हम ग्लास सीलिंग शब्द सुनते आए हैं। मैं एक अच्छी नौकरी करता था और यह समझता हूं कि महिलाएं बढिय़ा नेतृत्व कर सकती हैं । इसी कारण हमारी कंपनी में 30 प्रतिशत से अधिक महिला शक्ति है। इसका मतलब यह नहीं कि पुरुषों को अवसर नहीं दिए जाते।
प्रश्न- यदि आपको नया काम शुरू करने वालों को एक सलाह देनी हो तो वह क्या होगी?
उत्तर- यदि आपके पास कोई लक्ष्य है जिसे आप प्राप्त करना चाहते हैं तो उसके लिए अपना संपूर्ण दें और धीरज रखें । आप जो करते हैं इसके लिए समर्पित रहें। मेहनत हमेशा फल देती है। सबकी बात सुनें लेकिन निर्णय हमेशा अपनी समझ और बुद्धि के अनुसार ले जो कि ज़ाहिर तौर पर अनुभव और निरंतरता से प्राप्त होता है।
प्रश्न- आपने अपने व्यापार में कौन सी दो चुनौतियों का सामना किया है?
उत्तर- चुनौतियां प्रत्येक चरण में आती हैं, उनमें से कोई बड़ी अथवा छोटी नहीं होती। हमारे सामने चुनौतियां अब भी हैं पर उनका सामना करना हमने सीख लिया है। में सिर्फ उन्हें अलग-अलग रूप से न देखने और वरीयता के अनुसार उनसे निपटने की सलाह दे सकता हूं।
प्रश्न- भारत में आप नए शुरू उद्योगों की संवहनीयता के बारे में क्या महसूस करते हैं
उत्तर- नए शुरू उद्योगों के लिए यह सबसे अच्छा समय है क्योंकि सरकार और कॉरपोरेट दोनों ही अच्छे विचारों को संपोषित कर रही है और संभावित व्यापार विचारों को अपनाने के लिए तैयार हैं। हालांकि एक बार बाजार में सम स्थितियां आने के बाद नई चीज़ को लेकर प्रतिद्धंदिता आ जाती है । लेकिन यदि आपका उत्पाद अच्छा और उन्नत तथा कुछ अलग करता है तो आप निश्चित तौर पर टिक जाएंगे क्योंकि आप दूसरों के लिए मौका सृजित कर सकते हैं। शुरूआत का लाभ भी काफी मायने रखता है। इसलिए नए विचारों और अपने उत्पाद कि सुविधा को बेहतर बनाना नहीं छोडऩा चाहिए । कोई और ऐसा करे उससे पहले ही आपको अपने उपभोक्ताओं की ज़रूरत और समस्याओं के लिए नए विकल्प प्रस्तुत करते रहना चाहिए। दूसरी चुनौती मानव संसाधन प्रबंधन है क्योंकि नए उद्योग मुख्य रूप से युवा शक्ति पर आधारित है। अधिक से अधिक प्राप्त करने के लिए वे युवा, प्रतिभाशाली और आक्रामक हैं। उन्हें मार्गदर्शक चाहिए कोई साहब नहीं। बड़े स्तर पर ऑरेकल, माइक्रोसॉफ्ट, आई.बी.एम. तथा अन्य बहु-राष्ट्रीय कंपनियां, उपक्रम पूंजीपति, व्यक्ति और यहां तक कि बड़ी हस्तियां भी निवेश के अच्छे विकल्प के रूप में नई कंपनियों की ओर रुख कर रही हैं। अत: कम से कम आगे आने वाले वर्षों के लिए संवहनीयता के अच्छे अवसर हैं।
अमित त्यागी।