प्रधानमंत्री ने ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ का हिस्सा बनने के लिए समस्त देशवासियों का आह्वान किया
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ का हिस्सा बनने के लिए समस्त देशवासियों का आह्वान किया है. प्रधानमंत्री ने कहा हैं, ‘२ अक्तूबर को गांधीजी की १५०वीं जयंती का आरंभ होगा. इसी दिन स्वच्छ भारत अभियान भी अपने चार साल पूरे करेगा. यह अभियान एक ऐतिहासिक जनांदोलन है, जिसका उद्देश्य स्वच्छ भारत के बारे में बापू के सपने को पूरा करना है. स्वच्छ भारत की दिशा में काम करने वाले लोगों को मैं नमन करता हूं. १५ सितंबर को ‘स्वच्छता ही सेवा आंदोलन’ शुरू हो रहा है. यह बापू को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सबसे अच्छा तरीका है. आइए, इस आंदोलन का हिस्सा बनें और एक स्वच्छ भारत के निर्माण के प्रयासों को मजबूत करें. १५ सितंबर से २ अक्तूबर, २०१८ तक चलने वाला स्वच्छता अभियान स्वच्छता की दिशा में एक जन आंदोलन है. यह अभियान स्वच्छ भारत जन आंदोलन को पोषित करता है और इसकी निरंतरता की आधारशिला तैयार करता है. आधारभूत स्तर पर स्वच्छता से जुड़ी अग्रणी हस्तियों द्वारा प्रेरित विशाल समुदाय की भागीदारी से श्रमदान कार्यक्रम चलाए जाएंगे. इसमें महिला सरपंच, स्वच्छाग्रही, छात्र, निगरानी समितियां, युवा संगठन आदि, सिनेमा जगत और खेल जगत की प्रसिद्ध हस्तियां, नेता, कार्पोरेट जगत के अनेक महत्वपूर्ण व्यक्ति, केंद्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं. छात्र बड़े पैमाने पर स्वच्छता श्रमदान आयोजित करेंगे. तीसरी कक्षा से पांचवी कक्षा के छात्र हैंड वाशिंग अभियान में, छठी कक्षा से बारहवीं कक्षा के छात्र बाहरी क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान में भाग लेंगे. प्रत्येक गांव में, ग्राम सभा अपने ग्राम पंचायतों में स्वच्छता की स्थिति की निगरानी करेगी तथा भविष्य के लिए कार्य योजना तैयार करेगी. सभी केंद्रीय तथा राज्यमंत्री, केंद्र तथा राज्य सरकार के कर्मचारी स्वच्छता संबंधी क्रियाकलाप संचालित करेंगे. यात्रियों को स्वच्छता के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. उन्हें रेलगाडिय़ों और स्टेशनों पर कूड़ा नहीं फैलाने के बारे में जानकारी दी जाएगी. स्वच्छ भारत मिशन का झंडा तथा लोगो भी दर्शाये जाएंगे. इस ‘स्वच्छता ही सेवा’ आंदोलन में रेलवे के सभी कर्मचारी, उनके परिजन, सभी रेलवे स्टेशनों, कालोनियों और आसपास के क्षेत्रों के कार्मिक भाग लेंगे. प्रत्येक स्वच्छाग्रही को स्वच्छाग्रहियों की अपनी सेना तैयार करने का कार्य सौंपा जाएगा. यह समूह अपने-अपने गांवों में खुले में शौच से मुक्ति तथा इससे जुड़ी गतिविधियों पर कार्य करेगा. ये सभी क्रियाकलाप निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किए जाएंगे. ०२ अक्तूबर, २०१८ (महात्मा गांधी के जन्मदिन की १४९ वीं वर्षगांठ) पर, प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे तथा लोगों को अपने आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता कायम रखने के अपने संकल्प की दिशा में जुटने के लिए तैयार करेंगे.
-पीआईबी