सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण, 2018 का शुभारंभ किया
सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 का 13 जुलाई, 2018 को नई दिल्ली में शुभारंभ किया. इस प्रक्रिया का उद्देश्य एक व्यापक अभियान चलाना है जिससे ज़मीनी स्तर पर स्वच्छ भारत मिशन की प्रगति का निर्धारण किया जायेगा. स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 के अधीन 698 जिलों, 6980 गांवों, 34900 सार्वजनिक स्थानों का सर्वेक्षण किया जायेगा जिनमें नामत: स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, जनस्वास्थ्य केंद्र, हाट, बाज़ार, धार्मिक स्थल शामिल होंगे. सचिव पेयजल और स्वच्छता श्री परमेश्वरन अय्यर ने कहा कि माह भर चलने वाला यह सर्वेक्षण पहली अगस्त को शुरू होगा. उन्होंने कहा कि यह सर्वेक्षण एक स्वतंत्र सर्वेक्षण एजेंसी करेगी और गांवों में गुणात्मक तथा मात्रात्मक मूल्यांकन के आधार पर देश के सभी जिलों और राज्यों की रैंकिंग की जायेगी. श्री अय्यर ने कहा कि यह रैंकिंग स्वच्छता पैमानों के समग्र मूल्यांकन के आधार पर होगी. श्री अय्यर ने कहा कि मूल्यांकन के इस पैमाने में शौचालयों की उपलब्धता, शौचालयों का प्रयोग, शौचालयों की साफ-सफाई, कूड़ेदान और गंदे पानी की स्थिति शामिल होगी. स्वच्छता से जुड़े मुद्दों पर 50 लाख से भी अधिक नागरिकों से उनके फीड बैक को इक_ा किया जायेगा. फीड बैक के लिये गांवों में बैठकों का आयोजन, फोकस समूह चर्चाएं और ऑनलाइन एप्प के जरिए सर्वेक्षण जैसी गतिविधियों को भी शामिल किया जायेगा.