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विशेष लेख


Volume-8, 26 May-1 June, 2018

 
दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश

डॉ. शीतल कपूर

12वीं कक्षा के परिणाम घोषित होते ही भविष्य को मूर्तरूप देने के लिए विद्यार्थियों में अच्छे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने की होड़ शुरू हो जाती है. दिल्ली विश्वविद्यालय भारत के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक है और यह शिक्षण एवं अनुसंधान में उच्च मानकों के लिए जाना जाता है तथा देशभर से प्रमुख विद्वानों को आकर्षित करता है. दिल्ली विश्वविद्यालय की स्थापना 1922 में की गई थी. इसके पीछे शिक्षण और अनुसंधान में उत्कृष्टता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता थी और यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था कि यह विश्वविद्यालय देश में अन्य विश्वविद्यालयों का पथप्रदर्शक बनेगा. इसकी समृद्ध शैक्षिक परंपरा हमेशा सर्वाधिक प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को आकर्षित करती रही है, जो बाद में समाज को महत्वपूर्ण योगदान देते हैं.
विश्वविद्यालय की शुरूआत मात्र तीन कॉलेजों, दो संकायों (कला एवं विज्ञान) और करीब 750 विद्यार्थियों के साथ हुई थी. दिल्ली विश्वविद्यालय आज भारत के सबसे बड़े विश्वविद्यालयों में से एक है. वर्तमान में इसके अंतर्गत 16 संकाय, 86 शैक्षिक विभाग, 77 कॉलेज और 5 अन्य मान्यता प्राप्त संस्थान हैं, जो समूचे शहर में फैले हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश
दिल्ली विश्वविद्यालय 3 वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम ढांचे के अंतर्गत विभिन्न स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश देता है. दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति के अनुसार स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पंजीकरण प्रक्रिया अप्रैल के अंतिम अथवा मई के प्रथम सप्ताह में प्रारंभ होती है. इस वर्ष मैरिट आधारित और प्रवेश परीक्षा आधारित स्नातक पाठ्यक्रमों के पोर्टल को एकीकृत किया गया है इसलिए प्रथम कट-ऑफ  सूची जून के दूसरे सप्ताह में प्रकाशित होने की संभावना है. दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा संचालित स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक विद्यार्थी केंद्रीकृत स्नातक प्रवेश पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं. पंजीकरण के बाद उम्मीदवारों के लिए व्यक्तिगत लॉग-इन आईडीज़ और पासवर्ड अनिवार्य होंगे, ताकि वे दिल्ली विश्वविद्यालय 2018 आवेदन प्रपत्र भर सकें. उम्मीदवार एकल ऑनलाइन पंजीकरण फार्म के जरिए एक से अधिक पाठ्यक्रमों/कार्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकते हैं. एक से अधिक पाठ्यक्रमों/कार्यक्रमों का चयन करने के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क वसूल नहीं किया जाएगा. डीयू दाखिला 2018 के लिए पंजीकरण केंद्रीय पोर्टल के जरिए किया जाएगा और प्रवेश परीक्षा आधारित पाठ्यक्रमों के लिए अलग से पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी. इस प्रकार दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थी केंद्रीकृत दाखिला पोर्टल के जरिए सभी पाठ्यक्रमों हेतु पंजीकरण कर सकते हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय 9 व्यावसायिक स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा संचालित करता है, ये हैं - बेचलर ऑफ मैनेजमैंट स्टडीज (बीएमएस), बीए बिजनेस इकोनोमिक्स, बेचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, शारीरिक शिक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा और खेलों में बेचलर ऑफ साइंस, मल्टीमीडिया और जनसंचार में बीए ऑनर्स.
डीयू 2018 दाखिले के अंतर्गत दिल्ली विश्वविद्यालय के तहत आने वाले विभिन्न कॉलेजों को शामिल किया गया है. आप एकल ऑनलाइन पंजीकरण फार्म के जरिए किसी भी कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं, बशर्ते आप उसमें दाखिले की पात्रता की कट-ऑफ  की शर्त पूरी करते हों. डीयू 2018 में दाखिले के लिए आवेदन प्रपत्र जून 2018 के दूसरे सप्ताह में उपलब्ध होने का अनुमान है. जिन उम्मीदवारों ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत इंटरमीडिएट अथवा समकक्ष परीक्षा प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए न्यूनतम क्वालिफाइंग अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो, वे दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिला के लिए आवेदन कर सकते हैं.
पंजीकरण और आवेदन जमा करने का कार्य केवल ऑनलाइन करना होगा. दिल्ली विश्वविद्यालय के आवेदन प्रपत्र के जरिए विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक कॉलेज द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन किया जा सकता है. परंतु, सेंट स्टीफन कॉलेज और जीसस एंड मैरी कॉलेज इस प्रक्रिया से बाहर हैं, क्योंकि वे स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए अलग से ऑनलाइन आवेदन फार्म संचालित करते हैं. साझा ऑनलाइन डीयू आवेदन प्रपत्र 2018 के माध्यम से उम्मीदवार अपने मन मुताबिक पाठ्यक्रमों और कॉलेजों का चयन करने               के लिए स्वतंत्र हैं. उम्मीदवारों को यह अवश्य सुनिश्चित करना चाहिए कि उन्होंने अंतिम तारीख से पहले डीयू आवेदन प्रपत्र 2018 जमा करा दिया है. अगर वे ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो दिल्ली विश्वविद्यालय उनकी उम्मीदवारी रद्द कर  देगा और इस बारे में किसी पत्राचार पर ध्यान नहीं  दिया जाएगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रवेश प्रक्रिया 2018 की मुख्य बातें
द्यऑनलाइन पंजीकरण: मैरिट आधारित/प्रवेश परीक्षा आधारित स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक उम्मीदवारों को ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली के जरिए पंजीकृत करना होगा.
*कट-ऑफ: उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे केंद्रीकृत दाखिला वेब पोर्टल और सम्बद्ध कॉलेज की वेबसाइट पर निगाह रखें, ताकि विभिन्न पाठ्यक्रमों हेतु कट-ऑफ अंकों का पता लगाया जा सके.
*कॉलेज/पाठ्यक्रमों का चयन: कट-ऑफ संबंधी शर्तें पूरी करने वाले उम्मीदवारों को स्नातक दाखिला पोर्टल पर अपने व्यक्तिगत अकाउंट से लॉग-इन करना होगा और कॉलेज/पाठ्यक्रम का चयन करना होगा, जहां वे दाखिला लेने के इच्छुक हों. परंतु, इसके लिए यह जरूरी होगा कि वे वांछित कट-ऑफ  मानदंड पूरे करते हों.
*कॉलेजों में दस्तावेज की जांच: आवेदक को अपेक्षित दस्तावेज/प्रमाणपत्रों की सूची सहित अपने आवेदन प्रपत्र का एक प्रिंटआउट अवश्य लेना चाहिए और पाठ्यक्रम/कार्यक्रम के अनुसार अंक तालिकाओं/प्रमाणपत्रों की जांच, कट-ऑफ  प्रतिशत की गणना के लिए सम्बद्ध कॉलेज में जाना चाहिए.
*दाखिले का अनुमोदन: कॉलेज अनुमोदित आवेदक के मूल प्रमाणपत्र अपने पास रखेगा, ताकि एक से अधिक कॉलेजों में दाखिला लेने से रोका जा सके. मूल प्रमाणपत्र प्रवेश प्रक्रिया के दौरान कॉलेजों के पास रहेंगे. इसके बाद कॉलेज स्नातक दाखिला पोर्टल पर दाखिले का अनुमोदन करेगा. परंतु, यदि कोई विद्यार्थी दाखिला  लेने से पीछे हटता है/प्रवेश निरस्त करता है, तो कॉलेज उसके मूल प्रमाणपत्र तत्काल लौटाएगा ताकि वह अन्य विश्वविद्यालय/ संस्थान की काउंसलिंग में भाग ले सके.
*दाखिला फीस का ऑनलाइन भुगतान: आवेदक को दाखिला फीस का भुगतान करने के लिए स्नातक दाखिला पोर्टल पर लॉग इन करना होगा, जहां ऑनलाइन भुगतान के विकल्प उपलब्ध हैं.
*डीयू 2018 प्रवेश के लिए पंजीकरण शुल्क: डीयू 2018 दाखिले के लिए पंजीकरण शुल्क का भुगतान अनिवार्यत: ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान किसी भी उपलब्ध भुगतान माध्यम के जरिए करना होगा. पंजीकरण प्रक्रिया तभी पूरी होगी, जब ऑनलाइन पंजीकरण शुल्क अदा कर दिया जाएगा.
अधिक ब्यौरे के लिए विद्यार्थियों को दिल्ली विश्वविद्यालय के आधिकारिक पोर्टल www.du.ac.in पर लॉगऑन करना चाहिए और दाखिला लेने से पहले विभिन्न कॉलेजों की काउंसलिंग और ओपन हाउस सत्रों में हिस्सा लेना चाहिए. पिछले शैक्षिक सत्र की भांति विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देने के लिए एक हेल्पलाइन भी मौजूद होगी.
(लेखिका दिल्ली विश्वविद्यालय के कमला नेहरू कॉलेज में असोसिएट प्रोफेसर हैं. ईमेल: sheetal_kpr@hotmail.com)