‘प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के लाभार्थियों में 75 प्रतिशत महिलाएं’
केन्द्रीय कपड़ा तथा सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने बताया है कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के लाभार्थियों में लगभग 75 प्रतिशत महिलाएं हैं. श्रीमती ईरानी ने नयी दिल्ली में ‘रायसीना डायलॉग’ में कहा कि पीएमएमवाई के तहत नया व्यवसाय शुरू करने या पुराने के विस्तार के लिये 50 हजार से 10 लाख रुपये तक कर्ज दिया जाता है. उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के वित्तीय पहुंच कार्यक्रम पीएमएमवाई के लाभार्थियों में 75 प्रतिशत महिलाएं हैं. इसका मतलब यह हुआ कि हमारे देश में छोटे कस्बों की महिलाएं बैंकों के मैनेजरों तक पहुंच रही हैं. वे बैंक मैनेजरों को विश्वास दिला रही हैं कि व्यवसाय की उनकी योजनाएं उस शाखा में पहुंचने वाले बाकी लोगों से ज्यादा विश्वसनीय हैं.’’
श्रीमती ईरानी ने कहा, ‘‘योजना में महिलाओं की इस बड़ी संख्या में भागीदारी और उनका बैंक का कर्ज चुकाना आज की भारतीय महिला की योग्यता की दास्तान बयान करता है. उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या ज्यादा होना एक अलग कहानी कहता है. उन्होंने पूछा कि महिलाओं की समस्याओं को सिर्फ महिलाएं ही क्यों सुलझायें? उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिये महिलाओं और पुरुषों को मिल कर काम करना चाहिये.
श्रीमती ईरानी ने कार्यक्रम में सांसद या मंत्री बनने से पहले के अपने अनुभव के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि एक दफा वह वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर अपने नियोक्ता के कमरे में गयीं. नियोक्ता ने जवाब दिया कि अभी तो उनके साथ काम करने वाले पुरुषों का वेतन ही नहीं बढ़ाया गया तो उनकी तनख्वाह में इजाफा कैसे किया जा सकता है.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह महिलाओं के लिये कोटा का समर्थन करती हैं श्रीमती ईरानी ने कहा, ‘‘मैंने बड़ी संख्या में ऐसी महिलाओं को देखा है जिन्हें कोटा नहीं होने पर अपनी योग्यता साबित करने के अवसर से वंचित रहना पड़ता.’’ उन्होंने केन्द्र सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि सरकारी स्कूलों में साल भर में रिकॉर्ड चार लाख शौचालय बनवाये गये हैं. इससे सरकारी स्कूलों में लड़कियों के दाखिले में काफी बढ़ोतरी हुई है.