विश्व पुस्तक मेला-2018 में प्रकाशन विभाग की भागीदारी
भारतीय प्रिंट उद्योग में अपनी समृद्ध विरासत के अनुरूप प्रकाशन विभाग ने प्रगति मैदान, नई दिल्ली में 6-14 जनवरी 2018 तक आयोजित विश्व पुस्तक मेले में भाग लिया. प्रकाशन विभाग ने अपने विविध प्रकाशनों को, जिनमें गांधीवादी साहित्य, कला एवं संस्कृति, राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन, वनस्पति और जीव जन्तुओं, विज्ञान और अर्थशास्त्र, राष्ट्रपति भवन शृंखला और भारतीय पैनोरमा के अन्य क्षेत्रों से संबंधित विभिन्न प्रकार का समृद्ध साहित्य सम्मिलित है, इस पुस्तक मेले में प्रदर्शित किया. इन्हीं प्रयासों के तहत प्रकाशन विभाग विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान और जागरूकता के प्रसार के लिये योजना, कुरूक्षेत्र, आजकल, बाल भारती, एम्प्लॉयमेंट न्यूज़, रोज़गार समाचार जैसी विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित पत्रिकाएं प्रकाशित करता है.
अपनी परंपराओं के अनुरूप प्रकाशन विभाग ने अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में 15 पुस्तकों का एक समृद्ध संकलन जारी किया है जिनमें आत्मकथाएं, बच्चों से संबंधित पुस्तकें और प्रमुख प्रकाशन गृह-सस्ता साहित्य मंडल के सहयोग से किये गये प्रकाशन शामिल हैं. प्रकाशन विभाग के बुक स्टाल का उदघाटन श्री एन. के. सिन्हा, सचिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने किया. बाद में पुस्तकें जारी किये जाने हेतु आयोजित समारोह में भी शामिल हुए. उद्घाटन दिवस (06 जनवरी 2018) को जो पुस्तकें जारी की गईं उनमें ‘मतदान में विश्वास‘, जिसमें दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव प्रणाली की व्यापक जानकारी दी गई है, भारतीय संविधान और आम आदमी, जिसमें आम आदमी के संदर्भ में भारतीय संविधान की व्याख्या की गई है, भारतीय नृत्य, जो कि जानी मानी नृत्य समालोचक श्रीमती लीला वेंकटरमन द्वारा लिखे गये 36 आलेखों का संग्रह है और हमारे संस्कार और संस्कृति, जिसमें मूल्य आधारित पालनपोषण के महत्व के बारे में चर्चा की गई है, शामिल हैं. ये पुस्तकें श्री उमेश सिन्हा, वरिष्ठ उप निर्वाचन आयुक्त और डॉ. सच्चिदानंद जोशी, सदस्य सचिव, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र ने महानिदेशक, प्रकाशन विभाग, डॉ. साधना राउत की मौजूदगी में जारी कीं. सचिव, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, श्री एन. के. सिन्हा ने इस अवसर पर उपस्थित होकर समारोह की शोभा बढ़ाई.
8 जनवरी 2018 को डा. उमाकांत मिश्र, पूर्व महानिदेशक, पीआईबी और डॉ. रीता रानी पालीवाल, सचिव, सस्ता साहित्य मंडल की उपस्थिति में 11 और पुस्तकों का एक संकलन जारी किया गया. इन पुस्तकों में राष्ट्रीय नेताओं की जीवनियां, बच्चों के साहित्य और सस्ता साहित्य मंडल के साथ प्रकाशन सहयोग में प्रकाशित पुस्तकें शामिल हैं.
मेले ने प्रकाशन विभाग को पुस्तक प्रेमियों के एक बड़े हिस्से के साथ पहुंच कायम करने और उनसे मूल्यवान फीडबैक प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया.