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नौकरी फोकस


Volume-30, 21-27 October, 2017

 
ब्लॉगिंग (वेबदैनिकी) में रोजग़ार के अवसर

लवी चौधरी

भारत में ब्लॉगिंग या वेबदैनिकी एक व्यवसाय के रूप में विकासोन्मुखी अवस्था में है. परन्तु, आज के सूचना युग में यह कोई नई घटना नहीं है. इंटरनेट पर अधिकतर विषय वस्तु या जानकारी ब्लॉग्स या वेबसाइट्स में रूपांतरित ब्लॉग्स के ज़रिए खोजी जा रही है और जैसे-जैसे इंटरनेट की कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है, ब्लॉग्स की यह संख्या भी बढ़ती जा रही है.
पिछले एक-दो वर्षों में झांक कर देखें तो ब्लॉगिंग और सोशल मीडिया का उल्लेखनीय विस्तार हुआ है. आज ब्लॉगिंग और ऑनलाइन मीडिया को सिर्फ एक शौक के रूप में ही नहीं देखा जा रहा है, अपितु संचार के ये माध्यम भारत में एक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहे हैं. सभी आयु-समूहों, लिंगों और देशों के लोगों द्वारा इन माध्यमों को अपनाया जा रहा है. ब्लॉगिंग या वेबदैनिकी का प्रभाव प्रिन्ट मीडिया सहित विश्वभर में प्रचुर रूप से बढ़ रहा है. यदि आप एक उद्यमी बनना चाहते हैं और आपके पास अपनी कंपनी प्रारंभ करने के साधन नहीं हैं, तो आप ब्लॉगिंग के साथ शरूआत कर सकते हैं. ब्लॉगिंग आज विश्वभर में सर्वाधिक आकर्षक और पसंदीदा व्यवसायों में शामिल होता जा रहा है और बड़ी तेजी से स्व-रोजग़ार तथा उद्यमिता की श्रेणी में तब्दील हो रहा है.
ब्लॉगिंग का एक महत्वपूर्ण घटक है जागरूकता. ब्लॉग प्रारंभ करने के लिए जरूरी है कि आप लेखन में पारंगत हों, आपके आपके पास एक डोमेन नेम हो और आप एक मेजबानी प्रदाता हों. परन्तु, लेखन आप में एक कौशल है, जिसे कोई भी विकसित कर सकता है, बशर्ते वह सीखने का इच्छुक हो. भले ही आप कोई महान लेखक न हों, फिर भी अच्छे आलेख पढ़ कर और नियमित आधार पर लिख कर आप लेखन कौशल विकसित कर सकते हैं. अत: एक सफल ब्लॉगर बनने के लिए आपको निबन्ध लेखन का कौशल विकसित करना होगा.
ब्लॉगिंग अब तक के सर्वाधिक ज्ञात ऑनलाइन रोजग़ारों में से एक है और विषय वस्तु एवं जानकारी के संप्रेषण का सर्वाधिक कारगऱ तरीका है. यह सिर्फ लेखन मात्र नहीं है; यह एक विविध आयामी रोजग़ार है, जिसमें किसी विषय (डोमेन) की गहन समझ, डिजिटल मार्केटिंग, और बिक्री शामिल है.
ब्लॉग शुरू करने का सही समय क्या है? इसके लिए कोई सही या गलत समय नहीं है. 10 वर्षीय कोई बालक या बालिका, जो बेहतर लेखन कौशल का धनी हो, ब्लॉग शुरू कर सकता है या फिर 50 की उम्र पार कर सेवानिवृत्ति की आयु प्राप्त व्यक्ति घर पर बैठ कर अपना ब्लॉग शुरू कर सकता है. मीडियम या ब्लॉगर जैसे  लेखन प्लेटफार्मों पर निशुल्क साइन अप करें. अपना प्रथम आलेख पूरा करें और पब्लिश बटन हिट करें. इसमें आपका क्या खर्च होता है? कुछ नहीं. ब्लॉगर के रूप में सफलता या ब्लॉगर बनने की सोचने के लिए जरूरी है कि लेखन में आपकी दिलचस्पी हो.
लेखन के लिए आप किसी भी उद्यम यानी विषय क्षेत्र का चयन कर सकते हैं, जैसे गैजेट्स, शिक्षा, मनोरंजन, बंदरगाह, सेलिब्रिटीज (प्रसिद्ध व्यक्ति), जीवन शैली, फैशन आदि. यह सब लेखन आपकी रूचि के विषय पर निर्भर है. ब्लॉगिंग के जरिए आप कन्टेंट मार्केटिंग की कला सीखते हैं.      
अनेक ऐसी कंपनियां हैं, जो कंटेन्ट मार्केटिंग यानी विषय सामग्री बाज़ार की बदौलत सफल हुई हैं. आपको यह ध्यान रखना है कि आपके ग्राहक कौन हैं और आप अपने ब्लॉग से किन विषयों पर सामग्री प्रदान कर रहे हैं. उदाहरण के लिए अगर आप पालन-पोषण के बारे में लिख रहे हंै तो अपने लक्षित बाज़ार में शिशुओं की माताओं, नन्हें बच्चों और किशोर-किशोरियों पर ध्यान केन्द्रित करें. शिशुओं की माताओं से संबंधित सामग्री नन्हें बच्चों की माताओं के लिए सूक्ष्म रूप से उपयोगी सिद्ध होगी.
आप जैसे जैसे लक्ष्य संधान करते जाएंगे, वैसे ही आपके पाठक आपके साथ जुड़ते जाएंगे. आप रुपये 1000 से कम लागत में एक डोमेन नेम और होस्टिंग सुरक्षित कर सकते हैं और वर्ड प्रेस या लोकप्रिय ब्लॉगिंग प्लेटफार्म जैसे ब्लॉगर, टम्बलर आदि इंस्टाल कर सकते हैं, ताकि लिखना प्रारंभ कर सकें. प्लगइन्स और थीम सेटिंग्स जैसी तकनीकी चीजों को सीखने और उनका अध्ययन करने में थोड़ा वक्त लग सकता है.    
ऑनलाइन पैसा कमाने के अनेक विकल्प हैं और उनमें ब्लॉगिंग सर्वाधिक लोकप्रिय और संभव विकल्प है. ब्लॉगिंग एक ऐसा क्षेत्र भी है, जिससे आप सोते हुए भी पैसा कमा सकते हैं, क्योंकि आपकी वेबसाइट दिन रात (2437) काम करती है.
ब्लॉगिंग शब्द मुख्य रूप से इंटरनेट की दुनिया से संबद्ध है, जहां आप कोई जानकारी प्रदान करते हैं और लोग आपके पोस्ट पढऩे के लिए आपके ब्लॉग से जुड़ते हैं. आपको एक नेम (आपका या आपके ब्लॉग का)  मिलता है, जिससे लोग आपको इंटरनेट पर पहचानने लगते हैं और जब भी उनको कुछ उपयोगी जानकारी की आवश्यकता पड़ती है तो वे पुन: आपके ब्लॉग पर संपर्क करते हैं.
आप धीरे-धीरे अपने वेबस्थल पर अधिकार हासिल करते हैं और जानकारी संप्रेषित करते-करते अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ भी बन जाते हैं.  
दूसरी ओर आप जो विषय सामग्री प्रदान करते है, वह रचनात्मक और नवीन होनी चाहिए. आपके निबंधों का सार किसी निर्दिष्ट विषय पर गहन जानकारी प्रदान करने वाला और विश्लेषणात्मक होना चाहिए. ब्लॉगर को अपने पाठक की जरूरत के मुताबिक लिखना चाहिए. आपको यह ध्यान रखना है कि आपका आलेख कैसे आपके पाठक की अधिकतम सहायता कर सकता है.  
इसके अतिरिक्त, नियमितता और संगति सफल ब्लॉगिंग के लिए अत्यन्त जरूरी हैं ताकि ब्लॉगर और पाठक के बीच एक विश्वास कायम हो सके. अपने चुने हुए विषय क्षेत्र की अद्यतन जानकारी रखिए ताकि आपके पाठक भी सुविज्ञ बने रहें. यह जरूरी है कि आपके पाठक संतुलित और रचनात्मक हों. यह तभी संभव है जब आप स्वयं अपने ब्लॉग पर निरंतर गुणवत्ता पूर्ण सामग्री पोस्ट करते रहेंगे.    
सफलता प्राप्त करने का कोई संक्षिप्त मार्ग (शॉर्ट कट) नहीं होता है, यह बात ब्लॉगिंग के क्षेत्र में भी लागू होती है. आपको अपना समय और ऊर्जा लगानी होगी ताकि बाद में उसका लाभ उठाया जा सके. सीखने की इच्छाशक्ति और उत्साह आपको लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेंगे. ब्लॉगिंग का सार है अन्य लोगों के साथ जानकारी साझा करना.  
ब्लॉगिंग कोई नियमित और निरन्तर व्यवसाय नहीं है. बल्कि यह एक व्यापक जगत है, जिसमें सीखने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए विकास की अधिक संभावनाएं हैं. यह सिद्ध हो चुका है कि ब्लॉगिंग को व्यावसायिक स्तर पर प्रारंभ किया जा सकता है और उससे एक नियमित रोजग़ार की तरह लाभ उठाया जा सकता है.  
इन दिनों ब्लॉगिंग सर्वोत्कृष्ट उपलब्ध व्यावसायिक अवसरों में से एक है क्योंकि यह एक खास तरह की उन्मुक्तता और सदाबहार संभावनाएं प्रदान करता है. इसके लिए जरूरी है कठिन परिश्रम, समर्पण, सुदृढ़ इच्छा शक्ति और साथ ही विफलताओं का सामना करने की क्षमता एवं योग्यता.  
अपनी गरज़ के लिए ब्लॉग लिखें और यदि आप एक ब्लॉग शुरू करते हैं, तो यह आपके ज्ञान पर आधारित केवल एक शौक होना चाहिए, जिसे किसी मुकाम पर पहुंचाने का लक्ष्य होना चाहिए. सबसे जरूरी बात सही मंच चुनने और सही दिशा में आगे बढऩे की है, जब आप यह कर लेते हैं तो फिर आपके मार्ग में कोई रुकावट नहीं आएगी. अपना ब्लॉग रखने का अर्थ है समय निवेश करना और यह आपके व्यवसाय में बड़ा बदलाव लाएगा. अब आपके पास अपना ब्लॉग शुरू करने का संकल्प है और आप इसके लिए प्रेरित हैं. 
ब्लॉगिंग उन व्यवसायों में से एक है, जिनमें कोई सेवा निवृत्ति नहीं होती है और आप इसे अपने घर से ही शुरू कर सकते हैं. आप अपनी रुचि का क्षेत्र चुने और अपना ब्लॉग सृजित करें. अपने आलेख और संदेशों को अपने ब्लॉग पर पोस्ट करना प्रारंभ करें. जैसे जैसे आप आगे बढ़ेंगे बहुत कुछ स्वयं सीखते जाएंगे. यदि अधिकाधिक युवा ब्लॉग लेखन को व्यवसाय के रूप में चुनते जाएंगे तो भारत में ब्लॉगिंग का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है.    
महत्त्वपूर्ण कार्यों में समय लगता है. आपको अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए समय देना होगा, श्रम करना होगा और निरंतर प्रयास करने होंगे. ब्लॉगिंग एक पूर्णकालिक व्यवसाय के रूप में विकसित हो रहा है. अच्छी खबर यह है कि ब्लॉग प्रारंभ करने में कोई धन खर्च नहीं होता है और यह कार्य अधिकतर किसी भी प्रकार के जोखिम से मुक्त है.
(लेखक दिल्ली स्थित श्रम जीवी पत्रकार है.) व्यक्त विचार उनके निजी हैं. 
चित्र: गूगल के सौजन्य से