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नौकरी फोकस


Issue no 25, 18-24 September, 2021

सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों में

सहायक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कॅरिअर

 

आरती एस.

 

किसी देश की अर्थव्यवस्था में विभिन्न घटक या क्षेत्र शामिल होते हैं, जिनमें से एक बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) है. बीएफएसआई अर्थव्यवस्था को गतिमान रखने में व्यापक योगदान देता है और साथ ही बड़ी संख्या में रोज़गार के अवसर प्रदान करता है. भारत में विनिर्माण क्षेत्र की तुलना में सेवा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है. बीमा सेवा क्षेत्र का एक अंग है. हालांकि, गत कुछ वर्षों में बैंकिंग दूर-दूर तक पहुंच गई है, लेकिन बीमा को अभी भी लंबी दूरी तय करनी है. ऐसा कहा जाता है कि भारत एक कम बीमा वाला देश है, जिसका सीधा सा मतलब है कि यहां बीमा की पहुंच वांछित स्तर से कम है और इसे अधिक लोगों, घरों, व्यवसायों और गतिविधियों तक विस्तारित करना है. उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि बीमा की पहुंच का स्तर केवल 3.76 प्रतिशत (जीवन बीमा 2.82 प्रतिशत और गैर-जीवन बीमा 0.94 प्रतिशत) है. अभी तक भारत के बीमा क्षेत्र का कुल बाजार आकार लगभग 21 लाख करोड़ रुपये का है. कोविड-19 के मामलों में उछाल के बीच, स्वास्थ्य बीमा की मांग में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

जैसे-जैसे वित्तीय जागरूकता बढ़ेगी और आय में वृद्धि होगी, वैसे ही बीमा उत्पादों की मांग भी बढ़ेगी. हमारे देश में बीमा कारोबार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. केंद्रीय बजट 2021 में बीमा क्षेत्र में एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) की सीमा 49 प्रतिशत से बढ़ाकर 74 प्रतिशत कर दी गई है. इस बजट के तहत फसल बीमा के लिए 16000 करोड़ रुपये का कोष भी आवंटित किया गया है. अगले एक साल तक स्वास्थ्य कर्मियों को कवर करने के लिए फरवरी 2021 में बीमा कवरेज शुरू किया गया था. इसके साथ ही, वित्त मंत्रालय ने सरकारी सामान्य बीमा कंपनियों की वित्तीय सेहत में सुधार के लिए उनमें 3000 करोड़ रुपये डालने की घोषणा की है.

 

भारत में 57 बीमा कंपनियां हैं जिनमें से 24 कंपनियां जीवन बीमा कारोबार में हैं और 34 कंपनियां गैर-जीवन बीमा कारोबार में हैं. जीवन बीमा में मृत्यु को कवर किया जाता है, जबकि साधारण बीमा में घरेलू (चोरी, आदि), मोटर, स्वास्थ्य और यात्रा बीमा शामिल हैं. जहां तक बीमा कारोबार में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का सवाल है, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) एकमात्र ऐसी कंपनी है जो जीवन बीमा की पेशकश कर रही है और यह आने वाले महीनों में जनता के लिए अपने इक्विटी शेयर जारी करने जा रही है. गैर-जीवन बीमा क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र की चार कंपनियां अर्थात न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और द ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड शामिल हैं. इनके अलावा, एकमात्र राष्ट्रीय पुनर्बीमाकर्ता कंपनी 'भारतीय साधारण बीमा निगम (जीआईसी री) है. बाजार में दो अन्य विशिष्ट बीमा कंपनियों में ईसीजीसी लिमिटेड और एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कम्पनी ऑफ इंडिया लिमिटेड शामिल हैं.

 

बीमा कंपनियों में कॅरिअर के अवसर

सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) सार्वजनिक क्षेत्र की जीवन और साधारण बीमा कंपनियों में प्रवेश स्तर के अधिकारियों का पद है. यह सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में परिवीक्षाधीन अधिकारियों (प्रोबेशनरी ऑफिसर) के पद के समान है. परिवीक्षाधीन अधिकारियों के पद पर भर्ती के लिए, एक सामान्य चयन प्रक्रिया अपनाई जाती है. हालांकि, बीमा कंपनियों के मामले में, प्रत्येक कंपनी कमोबेश समान प्रारूप के साथ अपनी परीक्षा आयोजित करती है. सहायक प्रशासनिक अधिकारी बीमा संगठनों में एक सामान्य पद है. ये कंपनियां वित्त, विपणन, बीमांकिक विज्ञान, विधि, राज भाषा आदि जैसी विशेषज्ञ श्रेणियों में भी अधिकारियों की भर्ती करती हैं. विशेषज्ञ श्रेणियों में संबंधित क्षेत्र से विशेष योग्यता की अपेक्षा होती है. लेकिन सामान्य पदों के लिए सभी विषयों में स्नातक या स्नातकोत्तर (निर्धारित प्रतिशत अंकों के साथ) आवेदन कर सकते हैं.

 

सार्वजनिक क्षेत्र के बीमाकर्ताओं के साथ एएओ की नौकरी अच्छा वेतन, उत्कृष्ट सुविधाएं और पर्याप्त विकास के अवसर प्रदान करती है. सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में अधिकतर भर्तियों के मामले में आवेदन प्रक्रिया अब ऑनलाइन है. आवेदन सफलतापूर्वक जमा करने के बाद योग्य उम्मीदवारों को पहले प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना होता है, जिसमें अंग्रेजी भाषा, तार्किक क्षमता और संख्यात्मक अभियोग्यता नामक तीन खंड होंगे. प्रत्येक खंड के लिए 20 मिनट का समय होगा जिसमें अंग्रेजी भाषा के लिए 30 अंक और तार्किक क्षमता एवं संख्यात्मक अभियोग्यता में से प्रत्येक के लिए 35-35 अंक होंगे. इस प्रकार वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों वाली इस परीक्षा को एक घंटे की अवधि में हल करने का प्रयास किया जाना है. प्रारंभिक परीक्षा में उम्मीदवारों की रैंकिंग के आधार पर उनको मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाएगा. मुख्य परीक्षा दो भागों में विभाजित है. पहला भाग वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का है, जिन्हें तर्कण, अंग्रेजी भाषा, सामान्य जागरूकता और संख्यात्मक अभियोग्यता में विभाजित किया गया है. इनमें से प्रत्येक खंड के लिए पचास अंक हैं और इस तरह कुल 200 अंक हैं. इस वस्तुनिष्ठ भाग के लिए संयुक्त समय 150 मिनट है जिसमें सामान्य जागरूकता के लिए आदर्श रूप से 30 मिनट और शेष तीन खंडों में से प्रत्येक के लिए 40 मिनट का समय लिया जा सकता है.

 

अंग्रेजी भाषा: अंग्रेजी भाषा की परीक्षा को उम्मीदवार की बोधगम्यता, शब्दों का सही उपयोग करने, वाक्यों में गलतियां खोजने, रिक्त स्थान भरने, वाक्यों को पूरा करने, आदि की क्षमता का परीक्षण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसमें समृद्ध शब्दावली होने से मदद मिलती है. बोधगम्यता में, प्रश्न अनुमानों, सहमत/असहमत कथनों, समानार्थी/ विलोमार्थी शब्द सहित दी गई पंक्ति या कथन की व्याख्या करने से संबंधित हो सकते हैं. अनुच्छेद (पैसेज) के मुख्य बिंदुओं को समझने के लिए उसको ध्यान से पढ़ना जरूरी है. अंग्रेजी भाषा खंड में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए, समाचार पत्र के संपादकीय पढ़ने से मदद मिल सकती है. 10वीं/12वीं कक्षा की सामान्य अंग्रेजी की कोई पुस्तक मार्गदर्शक के रूप में कार्य कर सकती है. शब्दावली पर काम करने के अलावा, आपको शब्दभेद (पाटर््स ऑफ स्पीच), एक्टिव एवं पैसिव वॉइस, नेरैशन और आट्रिकल्स की अवधारणा स्पष्ट होनी चाहिए.

 

तार्किक क्षमता: इस खंड में आपको एनालिटिकल रीजनिंग और लॉजिकल रीजनिंग के प्रश्न मिलेंगे. एनालिटिकल रीजनिंग संबधी प्रश्न तथ्यों और नियमों के समूह को समझने की आपकी क्षमता का आकलन करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं. साथ ही, वे दिये गये तथ्यों और नियमों को देखते हुए यह निर्धारित करने के लिए निरूपित होते हैं कि क्या सत्य हो सकता है या क्या होना चाहिए. उसके बाद आपसे नियमों के निहितार्थ के बारे में प्रष्नों के उत्तर देने के लिए कहा जा सकता है क्योंकि वे विशेष परिदृश्य पर लागू होते हैं. लॉजिकल रीजनिंग के तहत उम्मीदवार को छवियों, आरेखों आदि के रूप में व्यक्त की गई अवधारणाओं और समस्याओं पर तार्किक रूप से काम करना पड़ता है. यह दिए गए चित्रों या आरेखों से अर्थ, जानकारी और निहितार्थ निकालने और उन पर काम करने की क्षमता का मूल्यांकन करता है. इसमें न्यायवाक्य (सिलजिज़म), इनपुट-आउटपुट, दिशा का ज्ञान, रक्त संबंध, तार्किक असमानता और रैंकिंग, आदि से संबंधित प्रश्नों और निश्चित रूप से समस्या (पज़ल) आधारित प्रश्नों की अपेक्षा कर सकते है. तार्किक क्षमता के प्रश्नों को पढ़ने में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है.

 

सामान्य जागरूकता: किसी भी सामान्य जागरूकता प्रश्न-पत्र की तरह, यहां कैनवास अपेक्षाकृत बड़ा है. बैंकिंग, वित्त, बीमा, राजनीतिक व्यवस्था, अर्थव्यवस्था, संस्कृति, इतिहास, प्रौद्योगिकी, खेल और पर्यटन आदि के क्षेत्रों से भारत और दुनिया में हाल की घटनाओं से प्रश्न पूछे जाएंगे. बैंकिंग, सामान्य विज्ञान और सामान्य ज्ञान को भी इसमें शामिल किया जा सकता है. मुख्य रूप से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचारों के समसामयिक मामलों पर ध्यान दिया जाएगा; महत्वपूर्ण तिथियों और दिनों को याद रखना होगा. प्रसिद्ध और हाल ही में प्रकाशित पुस्तकों और उनके लेखकों, राज्य/राष्ट्रों की राजधानी, मुद्राओं के नाम याद रखने से मदद मिलेगी. इस खंड में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए अपने ज्ञान को अद्यतन रखने हेतु दैनिक आधार पर राष्ट्रीय समाचार पत्र पढ़ना आवश्यक है. इसके अलावा, आपको बिजनेस अखबारों/पत्रिकाओं और एक सामान्य ज्ञान गाइड को भी देखना चाहिए.

 

संख्यात्मक अभियोग्यता: इस खंड के तहत प्रश्न संख्या से संबंधित होंगे. कुछ प्रश्न ग्राफ-आधारित हो सकते हैं जिनमें उम्मीदवारों को तुलनात्मक प्रदर्शन या स्थिति से संबंधित उत्तर खोजने के लिए कहा जाएगा. उदाहरण के लिए, किस वर्ष में उत्पादन अधिकतम था, या किन दो वर्षों के प्रदर्शन का औसत अन्य वर्षों में प्रदर्शन से अधिक है. कई संक्रियाओं को मिलाकर कुछ गणितीय गणनाएं होंगी. अन्य प्रश्न क्षेत्र, परिधि, शृंखला, द्विघात समीकरण, वर्गमूल, अनुपात, मिश्रण, समय और कार्य, समय, गति और दूरी, संभाव्यता, साझेदारी में हानि/लाभ का बंटवारा, आदि से संबंधित हो सकते हैं. गणित की 10वीं कक्षा की पुस्तक आपकी तैयारी का आधार हो सकती है. आपको महत्वपूर्ण सूत्रों को याद रखना चाहिए और 'बोडमासÓ ( ब्रैकेट्स ऑफ़ डिवीज़न मल्टिप्लिकेशन एडिशन सब्ट्रैक्शन)के बारे में स्पष्ट होना चाहिए.

 

व्यक्तिनिष्ठ परीक्षा: मुख्य परीक्षा में, वस्तुनिष्ठ परीक्षा के बाद 30 मिनट की अवधि की एक व्यक्तिनिष्ठ यानी वर्णनात्मक परीक्षा होती है जिसमें उम्मीदवार को दिए गए विषयों पर एक निबंध और अंग्रेजी में एक पत्र लिखना होता है. इसमें न्यूनतम अर्हक अंक 15 हैं जिसमें उम्मीदवारों की निर्धारित श्रेणियों को कुछ रियायत दी जाती है. हालांकि, उम्मीदवारों को व्यक्तिनिष्ठ परीक्षा में उत्तीर्ण होना होता है, लेकिन इसके अंक साक्षात्कार के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की योग्यता सूची तैयार करने में नहीं जोड़े जाते हैं. जब तक पूरी तरह से तैयारी नहीं हो जाती, तब तक अच्छा निबंध और पत्र लिख पाना मुश्किल होगा. निबंध का विषय किसी सामान्य, सामाजिक या आर्थिक मुद्दे से संबंधित हो सकता है. निबंध के लिए सामान्यत: दो विषय दिए जाते हैं जिनमें से एक का चयन करना होता है. पत्रों के मामले में, औपचारिक या अनौपचारिक पत्र के बीच विकल्प हो सकता है. आपको न केवल सही अंग्रेजी लिखनी है, बल्कि विषय-वस्तु भी अपने आप में प्रभावकारी होनी चाहिए. इन्हें लिखते समय ध्यान में रखे जाने वाले मूल सिद्धांतों और संरचना को समझने के लिए नमूना निबंधों और पत्रों को पढ़ें. साथ ही, आपको कंप्यूटर पर टाइपिंग करने में भी अच्छा प्रदर्शन करने वाला होना चाहिए क्योंकि आपको दिए गए कंप्यूटर पर अपना निबंध एवं पत्र टाइप करना होगा और सबमिट करना होगा. इस खंड में अच्छा प्रदर्शन करना आपको साक्षात्कार के लिए योग्य बनाने में सहायक होगा.

 

साक्षात्कार: एएओ के पद के लिए साक्षात्कार व्यापक होता है और इसके लिए गहन तैयारी अपेक्षित है. भले ही आप बीमा व्यवसाय में नए या अनुभवहीन हों, आपसे देश में बीमा और बीमा परिदृश्य की बुनियादी बातों से संबंधित सामान्य प्रश्न पूछे जा सकते हैं. अधिकतर साक्षात्कारों में पूछे जाने वाले सामान्य प्रश्नों, जैसे 'हमें अपने बारे में बताएंÓ, 'अपनी सामर्थ्य और कमजोरियों का वर्णन करेंÓ, 'आपको क्यों चुना जाना चाहिए?Ó, को भी पूछा जा सकता है. सामान्य उत्तर देने से बचें, विनम्र और ईमानदार रहें. साक्षात्कार में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त मार्गदर्शन उपलब्ध है जिसका उपयोग आप अपनी बेहतरी के लिए कर सकते हैं.

 

परीक्षा के दौरान समय का प्रबंधन

केवल आपका ज्ञान ही नहीं, आपका समय प्रबंधन कौशल भी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में सफलता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. परीक्षा को हल करने के प्रत्येक चरण में आपको यह पता लगाना होगा कि आप सही उत्तर खोजने के साथ कोई समझौता किए बिना समय की बचत कैसे कर सकते हैं. आपको कोई भी प्रासंगिक बिंदु छोड़े बिना प्रश्नों को तेजी से पढ़ना होगा. स्क्रीन पर तेजी से आगे बढ़ने के लिए आपको अपनी आंखों को तैयार करना होगा. साथ ही, उत्तर तय करने और संबंधित विकल्प पर क्लिक करने के बीच किसी भी समय अंतराल से बचें. आपको इसके लिए संकेत मिलते ही परीक्षा शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए. एक प्रश्न से दूसरे प्रश्न पर जाने में कम से कम समय लगना चाहिए. परीक्षा को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि कम समय में बड़ी संख्या में प्रश्नों को हल करने के लिए उम्मीदवारों पर दबाव बनाया जाए. इस दबाव को नकारात्मक न समझें. अपनी दक्षता और तैयारी को प्रदर्शित करने के लिए इस दबाव का उपयोग करें. यह जरूरी नहीं कि जिन उम्मीदवारों ने वस्तुनिष्ठ परीक्षा उत्तीर्ण की है उन्होंने सभी प्रश्नों के उत्तर दिये हों, बल्कि वे ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्होंने अधिकतम प्रश्नों का सही उत्तर दिया है.

 

प्रतिस्पर्धा का स्तर

चूंकि प्रवेश बाधा कम है, इसलिए प्रतिस्पर्धा अधिक रहती है क्योंकि बड़ी संख्या में उम्मीदवार सीमित संख्या में पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं. लेकिन यहां, आमतौर पर कम से कम कुछ सौ रिक्तियां होती हैं जो कि उम्मीदवार को 8-10 या उससे भी कम रिक्तियां होने की तुलना में बेहतर स्थिति में रखती हैं. अंतिम रूप से चयनित होने के लिए आपको पहले प्रारंभिक परीक्षा में सफल होना होगा. मुख्य परीक्षा के लिए, रिक्तियों की संख्या के लगभग 15 गुना उम्मीदवारों को बुलाया जाता है. आगे की प्रक्रिया के लिए आपको इस सूची में रहना होगा. मुख्य परीक्षा में सफल होने के बाद, रिक्तियों के सापेक्ष साक्षात्कार के लिए बुलाए गए उम्मीदवारों की संख्या के आधार पर आपकी सफलता की संभावना आमतौर पर 3 या 4 उम्मीदवारों में से एक की हो जाती है.

अभ्यास, अभ्यास और अभ्यास

निरंतर अभ्यास एएओ परीक्षा में आपकी सफलता का मार्ग प्रशस्त करेगा. इस परीक्षा के प्रारूप को समझना मुश्किल नहीं है क्योंकि यह कई अन्य परीक्षाओं के समान ही है, जैसे कि परिवीक्षाधीन अधिकारी या प्रबंधन प्रशिक्षु की परीक्षाओं में होता है. अधिक महत्वपूर्ण इस परीक्षा में महारत हासिल करना है और ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप जितना हो सके उतना अभ्यास करें. परीक्षा के प्रत्येक खंड के लिए गाइड्स होती हैं जिनमें प्रश्नों को हल करने के लिए संकेत, हल किए गए उदाहरण और हल किए जाने वाले नमूना प्रश्न-पत्र होते हैं. साथ ही, परीक्षा प्रश्नों वाली कार्य पुस्तकें भी मिल सकती हैं. ऐसी परीक्षाओं के लिए कई ऑनलाइन कोचिंग प्रदाता मौजूद हैं. हालांकि, वे पाठ्यक्रमों में शामिल होने के लिए शुल्क लेते हैं, लेकिन कई मामलों में नमूना प्रश्न/प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट उनकी वेबसाइटों से नि:शुल्क देखे जा सकते हैं. एएओ परीक्षा के लिए विशेष तैयारी हेतु गाइड्स ऑफलाइन के साथ ही ऑनलाइन बाज़ार में भी मिल सकती हैं.

 

बीमा व्यवसाय, बीमा शिक्षा और बीमा नियमों के बारे में जानने के लिए आप उपर्युक्त बीमा कंपनियों, भारतीय बीमा संस्थान और हमारे देश में बीमा नियामक 'भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) की वेबसाइट भी देख सकते हैं.

 

(लेखक कॅरिअर काउंसलर हैं और उनसे artmumb98@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है)

व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं.