नीट में एमबीबीएस के अलावा भी हैं विकल्प
निधि प्रसाद
नीट परीक्षा क्या है? (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा)
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा को 'नीट के नाम से भी जाना जाता है. नीट-यूजी देशभर में 80,000 से अधिक एमबीबीएस सीटों और 26,000 बीडीएस सीटों में प्रवेश के लिए एकल प्रवेश परीक्षा है.
नीट का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा वर्ष में एक बार किया जाता है. यह भारत में सरकारी और निजी संस्थानों में स्नातक चिकित्सा (एमबीबीएस), दंत चिकित्सा (बीडीएस) और आयुष (बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएचएमएस, आदि ) एवं पशु चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के इच्छुक छात्रों के लिए है. इसमें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (जेआईपीएमईआर), पुदुच्चेरी में प्रवेश शामिल हैं.
नीट (यूजी) 2021 को पहली बार पंजाबी और मलयालम को शामिल करते हुए 13 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा. ये भाषाएं हैं: हिंदी, पंजाबी, असमिया, बांग्ला, ओडिया, गुजराती, मराठी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, तमिल, उर्दू और अंग्रेजी हैं.
लाखों जीवन बचाने को अपना कॅरिअर बनाने का लक्ष्य रखने वाला व्यक्ति अकाट्य रूप से नीट की तैयारी करता है. इसमें ऐसे अभ्यर्थी आते हंै जो अध्यवसायी, परिश्रमी और चिकित्सा पेशे के प्रति जोशीले होते हैं.
पात्रता मानदंड
परीक्षा हेतु पात्र होने के लिए, उम्मीदवारों को रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिकी और अंग्रेजी विषयों के साथ
12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की हो. सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए, 12वीं कक्षा में 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है, जबकि एससी/एसटी/ओबीसी श्रेणी के उम्मीदवारों को नीट 2021 हेतु पात्र होने के लिए 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने होंगे.
नीट 2021 परीक्षा प्रारूप (संशोधित)
· एनटीए ने नीट परीक्षा प्रारूप 2021 में परिवर्तन की घोषणा की है.
· यह परीक्षा पेन-पेपर मोड में 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी.
· नीट (यूजी)-2021 में एक प्रश्न-पत्र होगा जिसमें भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान) से 180 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे.
· प्रत्येक विषय में दो खंड होंगे.
· शिक्षा मंत्रालय ने इस आशय की आधिकारिक सूचना जारी कर दी थी कि नीट पाठ्यक्रम 2021 अपरिवर्तित रहेगा. उम्मीदवारों को कक्षा 11 और 12 के संपूर्ण पाठ्यक्रम के आधार पर नीट 2021 की तैयारी करनी होगी. आपको जिन 3 विषयों की तैयारी करनी है, वे हैं - रसायन विज्ञान, भौतिकी और जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और जन्तु विज्ञान).
नीट 2021 महत्वपूर्ण तिथियां
परीक्षा के शहर की घोषणा
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20 अगस्त, 2021
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नीट प्रवेश-पत्र की उपलब्धता
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परीक्षा से 3 दिन पूर्व
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नीट 2021 परीक्षा तिथि
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12 सितंबर, 2021
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ओएमआर शीट का प्रदर्शन
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शीघ्र ही घोषित किया जाएगा
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परिणाम की घोषणा
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शीघ्र ही घोषित किया जाएगा
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· एनटीए नीट की आधिकारिक वेबसाइट ठ्ठद्गद्गह्ल.ठ्ठह्लड्ड.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ है.
नीट परीक्षा- महत्व एवं लाभ
किसी चिकित्सा छात्र से पूछा जाने वाला सबसे प्रमुख प्रश्न है- ''आप चिकित्सक क्यों बनना चाहते हैं?
चिकित्सक होना सदैव एक महान और सम्मानजनक पेशा माना गया है, लेकिन कोविड-19 के समय से, नर्सों एवं अन्य स्वास्थ्य पेशेवरों के साथ-साथ अग्रिम पंक्ति में काम करने वाले चिकित्सक वास्तविक नायक बन गए हैं. जनता अब इन साहसी पुरुषों और महिलाओं को दूसरों के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हुए और ऐसा करने के लिए स्वयं को अपने परिवार से अलग रखते हुए देखती है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोविड-19 से अब तक 'कम से कम 1,15,000 स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मृत्यु हो चुकी है. ऐसी चिंताजनक संख्या ने जनता और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं दोनों को झकझोर दिया है. हां, इन कॅरिअर में कड़ी मेहनत, जीवन या मृत्यु के स्तर की जिम्मेदारी और कई तनावपूर्ण स्थितियां शामिल हैं. इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि आज युवा पेशेवरों द्वारा चिकित्सा को एक सम्मानित और आकर्षक कॅरिअर विकल्प के रूप में माना जाता है.
संभवत:, कोई अन्य ऐसा कॅरिअर नहीं है जो चिकित्सा की तरह सम्मान और आदर भाव देता है. पुन:स्वस्थ करने की शक्ति ने पारंपरिक रूप से चिकित्सा क्षेत्र को किसी भी अन्य पेशे से कई पायदान ऊपर रखा है. हालांकि, इस दिन के प्रकाश को देखने से पूर्व आपको वर्षों की कड़ी मेहनत और समर्पित अध्ययन की आवश्यकता होती है, लेकिन चिकित्सा क्षेत्र में दायरे और संभावनाओं ने लगातार सबसे उज्ज्वल और सर्वश्रेष्ठ व्यक्तियों को आकर्षित किया है.
चिकित्सा पेशे में प्रवेश कठिन और प्रतिस्पर्धी है, ताकि मानव जीवन से संबंधित कार्य करने के लिए सर्वाधिक योग्य और सक्षम का चयन किया जा सके. इसलिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करने का उद्देश्य डिप्लोमा, डिग्री, पोस्ट-डिप्लोमा, स्नातकोत्तर डिग्री और शोध स्तर पर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों का चयन करना है, और इनका आयोजन अखिल भारतीय स्तर और राज्य स्तर पर किया जाता है.
भारत में एकमात्र चिकित्सा प्रवेश परीक्षा नीट के लाभ
भारत में एकमात्र चिकित्सा प्रवेश परीक्षा होने का लाभ काफी आकर्षक है. यहां इसके कुछ कारण दिए गए हैं:
सामान्य प्रवेश परीक्षा
भारत में एकमात्र चिकित्सा प्रवेश परीक्षा होने के नाते नीट निजी मेडिकल कॉलेजों को स्वयं की कोई भी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने से रोकता है. नीट निजी विश्वविद्यालयों को भी उन छात्रों को प्रवेश देने से रोकता है जो चिकित्सा में आने के लिए अर्हता प्राप्त नहीं करते हैं. नीट प्रवेश परीक्षा चिकित्सा उम्मीदवारों को विदेश से चिकित्सा पाठ्यक्रम या एमबीबीएस करने में सहायता करती है.
समान अवसर
नीट उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को किसी भी राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज में सीट प्राप्त करने का अवसर मिलेगा. उच्च अंकों के साथ नीट उत्तीर्ण करना और अखिल भारतीय योग्यता-क्रम सूची में अच्छा स्थान प्राप्त करना छात्रों को देश के सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में सीट पाने में सक्षम बनाता है.
एक समान प्रवेश
भारत में मेडिकल कॉलेजों में एक समान प्रवेश प्रक्रिया लाने के लिए नीट परीक्षा शुरू की गई है. चिकित्सा विश्वविद्यालयों में प्रवेश केवल नीट योग्यता के माध्यम से स्वीकार किए जाते हैं. विदेशों में कतिपय चिकित्सा विश्वविद्यालय चिकित्सा उम्मीदवारों को नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एमबीबीएस सीटें प्रदान करते हैं.
समय की बचत
नीट परीक्षा की शुरुआत से चिकित्सा प्रवेश परीक्षा में काफी परिवर्तन आया है. यह मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए कई परीक्षाओं में बैठने से छात्रों के समय को बचाती है. एक ही परीक्षा में शामिल होने से छात्र के धन की भी बचत होती है क्योंकि केवल एक बार पंजीकरण होगा.
परीक्षा की तैयारी के लिए मूल तत्व
· अध्ययन के प्रति दृढ़ता
· उनकी तैयारी के प्रति समर्पण
· अपने कॅरिअर और आगे के जीवन के प्रति स्पष्ट लक्ष्य
· स्मार्ट कार्य और अपने अध्ययन कार्यक्रम की मूल अवधारणाओं की स्पष्टता
चिकित्सा प्रवेश परीक्षा हेतु बेहतर तैयारी करने में आपकी सहायता करने के लिए दिशानिर्देश निम्नलिखित हैं:
1. परीक्षा की तिथि तक पाठ्यक्रम को पूरा करने का दीर्घकालिक लक्ष्य रखें, लेकिन अल्पकालिक लक्ष्यों पर अधिक ध्यान दें. पाठ्यक्रम विशाल है, धीमे से प्रगति करें. बहुत पहले से योजना न बनाएं. एक दिन या एक सप्ताह की योजना बनाएं. एक सप्ताह के लिए वास्तविक लक्ष्य निर्धारित करें और सप्ताह के अंत में अपनी प्रगति की जांच करें.
2. बहुत सारी पुस्तकें न खरीदें. एनसीईआरटी की पुस्तकों को अच्छी तरह से पढ़ें, और संख्यात्मक पहलू हेतु प्रत्येक विषय के लिए और किसी विशेष टॉपिक के संबंध में कुछ अधिक जानने के लिए अन्य 1 या 2 पुस्तकों को देखें.
3. मौलिक तथ्यों अथवा सिद्धांतों को स्पष्ट करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करें. अवधारणाओं के संबंध में स्पष्ट हो जाने के बाद ही किसी विशेष विषय की गहराई में जाएं. यदि आपको लगता है कि आप किसी निश्चित अवधारणा को नहीं समझते हैं, तो अपने मित्रों या परामर्शदाताओं से पूछने में संकोच न करें.
4. एक समय सारणी तैयार करें. इसका पालन करें.
5. खंड के अनुसार परीक्षण करके अपनी प्रगति पर नजर रखें. खंड के अनुसार परीक्षण आपको अपनी तैयारी को बेहतर बनाने में सहायता करते हैं, समय को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में आपकी मदद करते हैं और साथ ही, आपकी कमजोरियों को उजागर करते हैं.
6. आप जो भी करते हैं उसको दोहराते रहें.
7. प्रसिद्ध चिकित्सकों के ब्लॉग/लेख/शोध-पत्र/किताबें पढ़ें. यदि और कुछ नहीं, तो यह आपको इसके बारे में थोड़ा बताएगा कि इन लोगों ने क्या किया है, उन्हें क्या प्रेरित करता है और वे जो करते हैं उसे क्यों पसंद करते हैं.
8. स्वयं पर बहुत अधिक दबाव न डालें. अपने लिए समय निकालें. कुछ ऐसा करें जिससे आप प्रेम करते हैं, कोई शौक विकसित करें और तैयारी करते समय आनंद लें.
नीट परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर सके? इसके स्थान पर आगे बढ़ने के लिए यहां कुछ कॅरिअर पथ दिए गए हैं:
हम में से बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि चिकित्सा ऐसे सौ कॅरिअर विकल्पों में से केवल एक ही है जिनमें समान रूप से अच्छी (या बेहतर) गुंजाइश और अवसर हैं. इनमें से कई विकल्प जीव विज्ञान, चिकित्सा और विज्ञान से भी संबंधित हैं.
1. जीव विज्ञान और जीवन विज्ञान में पाठ्यक्रमों पर दृष्टि डालें
बहुत सारे छात्र पीसीबी विषय-वर्ग में आते हैं क्योंकि वे जीव विज्ञान का अध्ययन करना पसंद करते हैं, लेकिन फिर चिकित्सा के आकर्षण के प्रति आकर्षित हो जाते हैं. एक विकल्प के रूप में चिकित्सा के अलग हो जाने पर आप फिर से जीव विज्ञान के प्रति अपने लगाव का पता लगाने के लिए आगे बढ़ सकते हैं, वह भी कई अलग-अलग रूपों में! बॉटनी, जूलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी जैसे जाने-माने क्षेत्रों से लेकर मरीन बायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री और जेनेटिक्स जैसे आगामी क्षेत्रों तक, जीव विज्ञान और जीवन विज्ञान के क्षेत्र में आपके लिए बहुत कुछ है.
इस क्षेत्र में कार्य करने का सबसे बड़ा अवसर अनुसंधान एवं विकास है. स्वास्थ्य, चिकित्सा और यहां तक कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान में अत्याधुनिक प्रगति के साथ, सक्षम शोधकर्ताओं की बहुत मांग है. संबंधित क्षेत्र के आधार पर विभिन्न उद्योगों में कई अन्य नौकरियां और पेशेवर अवसर उपलब्ध हैं.
यदि आप पीसीएमबी के छात्र थे, तो आप जीव विज्ञान में बायोटेक्नोलॉजी, जेनेटिक इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोस्टैटिस्टिक्स, आदि जैसे अंतर-विषयी क्षेत्रों की ओर रुख कर सकते हैं. चूंकि ये स्नातक डिग्री हैं, इसलिए आप अपने स्नातकोत्तर के लिए जीव विज्ञान, जीवन विज्ञान, स्वास्थ्य प्रबंधन, शिक्षा, आदि में विभिन्न पाठ्यक्रम कर सकते हैं, जो आपको विविध प्रकार के कॅरिअर विकल्प प्रदान करते हैं.
2. संबद्ध चिकित्सा की दुनिया
चिकित्सा के प्रति अपने उत्साह को पूरा करने के लिए आपको चिकित्सक होने की जरूरत नहीं है. संबद्ध चिकित्सा की पूरी शाखा स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की रीढ़ है. इन क्षेत्रों में पेशेवर चिकित्सकों को उनके काम में सहायता करते हैं और रोगी की देखभाल, निदान एवं उपचार को संभव बनाते हैं. ऑप्टोमेट्री, ऑडियोलॉजी और फिजियोथेरेपी से लेकर मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, नर्सिंग, रेडियो टेक्नोलॉजी एवं क्लिनिकल रिसर्च में बड़ी संख्या में अवसर विद्यमान हैं जिन्हें देखा जा सकता है. इन सभी क्षेत्रों में विविध प्रकार के कार्य हैं जो आपको करने को मिलेंगे.
3. नर्सिंग
इस वर्ष, नीट यूजी 2021 परीक्षा पहली बार देशभर में बी.एससी. नर्सिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए भी दी जा सकती है. अधिसूचना के अनुसार, छात्र जीवन विज्ञान कार्यक्रमों में भी प्रवेश ले सकेंगे.
नर्सिंग ऐसे सबसे मजबूत स्तंभों में से एक है जिन पर चिकित्सा पेशा खड़ा है. यह पेशा लोगों की देखभाल करने के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसमें उनकी शारीरिक और साथ ही मानसिक बीमारियां शामिल हैं. एक वरिष्ठ स्तर पर नर्सिंग विभाग में कार्य के अंतर्गत बाल चिकित्सा वार्ड, मनोरोग वार्ड, आईसीयू, आदि से मरीजों के विशेष समूह का प्रबंध करना शामिल है. इसके अतिरिक्त, यह नौकरी रोगियों की दवा की देखभाल करने, रोगी रिकॉर्ड को बनाए रखने, प्रशासन, नियमित कार्य, चिकित्सा उपकरणों की स्थापना करना, आदि समाहित होते हैं.
यह एक पूर्ण रोज़गारोन्मुखी कॅरिअर है. न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी नर्सिंग में कॅरिअर के अवसर बहुत अधिक हैं. हर दिन अधिक से अधिक नर्सिंग कॉलेज खुलने के साथ, यह सेवा के लिए अपेक्षित कुशल और योग्य लोगों की आवश्यकता का संकेत है. नर्सिंग उन उम्मीदवारों के लिए सही कॅरिअर विकल्प है जिनमें मानव जाति की सेवा करने का उत्साह और रुचि है. ऐसा व्यक्ति जो चिकित्सकीय रूप से बीमार लोगों के इलाज में विश्वास करता है और कठिन परिस्थितियों में लंबे समय तक काम कर सकता है, वह नर्सिंग को अपने लिए कॅरिअर के रूप में चुन सकता है.
4. जीव विज्ञान से संबंधित क्षेत्र
जीव विज्ञान बहुत विस्तृत और विविध क्षेत्र है जिसके कारण इसके कई क्षेत्रों में अनुप्रयोग हैं, जिनमें से सभी आपके लिए अच्छे विकल्प हैं. क्यों न सही खाने से लोगों को स्वस्थ रहने और स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने में मदद की जाए? आहार विशेषज्ञ/पोषण विशेषज्ञ, फिटनेस ट्रेनर, योग प्रैक्टिशनर, आदि बनने के विकल्पों के साथ, पोषण और स्वस्थता के क्षेत्र में कॅरिअर आपको ऐसा करने की अनुमति देता है. ये सभी आकर्षक विकल्प हैं क्योंकि लोग अधिकाधिक अपने स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हो रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य और पोषण उद्योग में अचानक तेजी आई है.
कृषि के क्षेत्र में तलाशने के लिए कई कॅरिअर विकल्प हैं, जैसे कि बागवानी, डेयरी प्रौद्योगिकी, कृषि अभियांत्रिकी, मत्स्य विज्ञान, कृषि अर्थशास्त्र, आदि. सामान्य धारणा के विपरीत, ये सभी मांग वाले क्षेत्र हैं और निश्चित रूप से इसमें खेती शामिल नहीं है! इसके अलावा, जीव विज्ञान से संबंधित एक अन्य विकल्प औषध विज्ञान है. यह विज्ञान, स्वास्थ्य देखभाल, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी का एक बेहतरीन संयोजन है.
5. स्वास्थ्य देखभाल में प्रबंधन पाठ्यक्रम
चिकित्सा के साथ प्रबंधन के लिए यह एक शानदार विकल्प हो सकता है. इन क्षेत्रों के लोग सुचारू कामकाज सुनिश्चित करने हेतु अस्पताल आपूर्ति, कार्मिक, वित्त, रोगी देखभाल सेवाओं और अन्य क्षेत्रों सहित अस्पतालों के प्रशासन का प्रबंधन करते हैं. अस्पताल प्रबंधन और अस्पताल प्रशासन ऐसे दो पाठ्यक्रम हैं जिन्हें आप इस क्षेत्र में आने के लिए कर सकते हैं. जन स्वास्थ्य प्रशासन एक अन्य क्षेत्र है जो आपको सरकारी स्वास्थ्य परियोजनाओं के माध्यम से समाज के निचले सामाजिक-आर्थिक स्तर की स्वास्थ्य देखभाल के लिए काम करने का अवसर प्रदान करेगा.
हालांकि, अस्पताल प्रबंधन कार्यक्रम मुख्यत: स्नातकोत्तर स्तर पर उपलब्ध हैं (जीव विज्ञान में किसी अन्य स्नातक पाठ्यक्रम के साथ जोड़ा जा सकता है), लेकिन आपको स्नातक स्तर पर भी जन स्वास्थ्य प्रशासन पाठ्यक्रम मिल सकता है.
6. मानसिक स्वास्थ्य देखभाल
चिकित्सक अधिकतर लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल का काम करते हैं, लेकिन उनके मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में क्या? नैदानिक मनोविज्ञान वह क्षेत्र है जहां आप यह समझने के लिए कार्य करते हैं कि लोग अवसाद, चिंता, मतिभ्रम, आदि जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से क्यों पीड़ित हैं. यह क्षेत्र एक चिकित्सक होने के बहुत करीब ले जाता है क्योंकि आप अस्पतालों और स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था में रोगियों के साथ निकटता से कार्य करते हैं, और उनकी समस्याओं को समझते हैं, उनका निदान करते हैं और उनका उपचार करते हैं. मनोविज्ञान में अन्य संबंधित क्षेत्रों में परामर्श मनोविज्ञान, स्वास्थ्य मनोविज्ञान, बाल मनोविज्ञान, तंत्रिका मनोविज्ञान, आदि शामिल हैं.
7. विधिक चिकित्सा सलाहकार
इसे एमबीबीएस के बाद एक आकर्षक कॅरिअर विकल्प के रूप में माना जाता है. किसी विधिक चिकित्सा सलाहकार को तब बुलाया जाता है जब विशेष अदालती वादों में कुछ विशिष्ट पहलुओं पर विशेषज्ञ चिकित्सा सलाह की आवश्यकता होती है. आधुनिक दुनिया में कई अपराधों के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ की राय की आवश्यकता होती है. इसलिए, एमबीबीएस के बाद यह वास्तव में एक व्यवहार्य नौकरी विकल्प है. हालांकि, इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि इस पेशे में लंबा समय लग सकता है. अदालतों में लंबे समय से चल रहे वाद इस पेशे को कई बार अत्यधिक मांग वाला बना देते हैं.
एमबीबीएस के बाद ढेर सारे विकल्प उपलब्ध होने के कारण, चिकित्सकों के पास अब अपनी रुचि के अनुरूप कार्य करने के लिए बहुउपयोगी अवसर हैं. इस तरह आप भविष्य के लिए जीव विज्ञान के दरवाजे बंद किए बिना अन्य विकल्पों का पता लगा सकते हैं.
(लेखिका परामर्श मनोवैज्ञानिक और कॅरिअर सलाहकार हैं.
ई-मेल: nidhiprasadcs@gmail.com )
व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं