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नौकरी फोकस


Issue no 03, 17-23 April 2021

सिविल सेवा साक्षात्कार के लिए तैयारी

 

एस बी सिंह

 

किसी भी नौकरी के लिए साक्षात्कार की तैयारी, इस बारे में उचित समझबूझ के साथ शुरू होनी चाहिए कि साक्षात्कार क्यों लिया जा रहा है. आईएएस साक्षात्कार के लिए यह और अधिक प्रासंगिक हो जाता है क्योंकि यह  अधिक गूढ़ माना जाता  है और इसके प्रति ज्यादा घबराहट तथा डर होता है. साक्षात्कार क्या है, इस सवाल का सीधा और सटीक जवाब यह है कि यह किसी नौकरी विशेष के लिए उम्मीदवार की उपयुक्तता की परख के लिए एक परीक्षा है. चूंकि हर काम के लिए उसका प्रकार, कौशल और जिम्मेदारियां अलग-अलग तरह की होती हैं. साक्षात्कार, इस परीक्षण की एक विधा है जिससे यह पता लगाया जा सकता है कि क्या किसी उम्मीदवार में वे सभी गुण हैं कि वह उस पद की जिम्मेदारियां निभा सके जिसके लिए  उसका चयन होने वाला है. अधिकांश साक्षात्कारों में  उम्मीदवार की विषय विशेष  में विशेषज्ञता का परीक्षण करने की कोशिश की जाती है और इस प्रकार ये एक परिभाषित सीमा के भीतर आयोजित किए जाते हैं. उदाहरण के लिए- कॉरपोरेट नौकरी के लिए साक्षात्कार, सशस्त्र बलों के लिए साक्षात्कार या डॉक्टरों, नर्सों, इंजीनियरों, वैज्ञानिकों आदि पदों के लिए साक्षात्कार.

सिविल सेवा साक्षात्कार इस तरह के अधिकतर साक्षात्कारों से बिल्कुल अलग है. इसमें किसी भी विषय विशेष  में विशेषज्ञता का परीक्षण नहीं किया जाता क्योंकि संघ लोक सेवा आयोग, इस परीक्षा के एक ही प्रारूप के तहत विभिन्न प्रकार की नौकरियों की पेशकश करता है जिसमें साक्षात्कार भी शामिल है. इस एक ही साक्षात्कार में आने वाले उम्मीदवारों को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस, डाक सेवाओं, रक्षा लेखा सेवाओं जैसी सेवाओं के लिए चुना जाता है.

सिविल सेवा साक्षात्कार का उद्देश्य संघ लोक सेवा आयोग द्वारा इन शब्दों में उल्लिखित किया गया है: लोक सेवा में कॅरिअर के लिए उम्मीदवार की व्यक्तिगत उपयुक्तता का आंकलन करना. दूसरे शब्दों में, साक्षात्कार बोर्ड यह आंकलन करेगा कि कोई उम्मीदवार देश की सिविल सेवाओं के लिए कितना उपयुक्त है.

साक्षात्कार, अंतिम पड़ाव: सिविल सेवा परीक्षा, तीन चरण की  परीक्षा है. चयन की प्रक्रिया को पूरा करने में एक वर्ष से अधिक  समय लगता है. यह प्रक्रिया प्रारंभिक परीक्षा से शुरू होती है, उसके बाद मुख्य परीक्षा और फिर अंत में साक्षात्कार होता है जिसे व्यक्तित्व परीक्षण के रूप में जाना जाता है. यदि आप इस अंतिम पड़ाव को पार करने में सक्षम हैं, तो आप समाज के एक विशिष्ट वर्ग का हिस्सा बनते हैं जिसमें आप सम्मान, प्रतिष्ठा, रूतबा और समाज में उच्च हैसियत हासिल करते हैं. दो कठिन परीक्षाओं- प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा को पास करने के बाद इस अंतिम पड़ाव तक पहुंचना  साबित करता है कि आप एक सिविल सेवक बनने की राह पर हैं. समान रूप से उत्सुक लाखों प्रतियोगियों को पीछे छोड़ते हुए, आप उन चुनिंदा लोगों में शामिल होते हैं, जो सिविल सेवा के विशेष क्लब का हिस्सा बनने से पहले संघ लोक सेवा आयोग द्वारा लिए  जाने वाले साक्षात्कार में शामिल होते हैं. यही बात इस साक्षात्कार को इतना महत्वपूर्ण बनाती है.

चयन में साक्षात्कार की भूमिका: अंकों की बात की जाए तो मुख्य परीक्षा के लिए आवंटित 1750 अंकों की तुलना में साक्षात्कार के लिए केवल 275 अंक होते हैं. इसमें कोई संदेह नहीं कि मुख्य परीक्षा में आपका प्रदर्शन ही  आपकी अंतिम सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा, लेकिन इससे साक्षात्कार के अंकों के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है. साक्षात्कार में प्राप्त अच्छे अंक न केवल आपको आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसी शीर्ष नौकरियों को प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेंगे, बल्कि आप अपनी पसंद का कैडर भी चुन सकेंगे. इसके अलावा, यह आपको मुख्य परीक्षा में हुए अंकों के किसी भी नुकसान की भरपाई के लिए एक अंतिम अवसर भी प्रदान करता है. किसी कारण से यदि आपने मुख्य परीक्षा में बहुत अच्छे अंक प्राप्त नहीं किए हैं, तो आपके लिए साक्षात्कार अच्छे अंक प्राप्त करने का एक और मौका होता है जिसके जरिए आप कम अंकों के नुकसान की क्षतिपूर्ति कर सकते हैं.

यह बताना सही होगा कि संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा के सभी तीन चरणों में, साक्षात्कार सबसे अधिक अपेक्षित होने के साथ-साथ पूर्वानुमेय भी है. साक्षात्कार के मूल उद्देश्य के बारे में पूरी समझ न रखने वाले लोगों ने  इसे अनावश्यक रूप से घबराने वाला बना दिया है. जबकि प्रारंभिक परीक्षा सबसे अप्रत्याशित, मुख्य परीक्षा अपेक्षाकृत अधिक प्रत्याशित और साक्षात्कार सबसे अधिक पूर्वानुमेय है. मैं इसे पूर्वानुमेय कहता हूं क्योंकि यह एक अपेक्षित पैटर्न पर होता है. इसमें आपके जीवन वृत्त, पृष्ठभूमि, पिछली नौकरी, शैक्षणिक उपलब्धियों आदि के लिए अप्रासंगिक विषयों पर सवाल नहीं पूछे जाएंगे.

यहां तक कि सामाजिक, आर्थिक, शासन विधि और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी पूर्वानुमानित के अनुरूप प्रश्न किए जाएंगे. इसलिए, आपसे जो पूछा जाएगा वह समस्या नहीं है, आप जो जवाब देंगे वह समस्या बन सकती है. सामान्य बोध के आधार पर उम्मीदवार साक्षात्कार के दौरान बड़ी संख्या में  मुद्दों पर प्रश्न पूछने की उम्मीद कर सकता है. बेशक, कुछ अप्रत्याशित प्रश्न पूछे जा सकते हैं जो आपको आश्चर्यचकित कर सकते हैं लेकिन किसी भी साक्षात्कार में आप अपनी अपेक्षा के अनुरूप ही सभी सवाल पूछे जाने की उम्मीद तो नहीं कर सकते और वास्तव में इससे कोई फर्क भी नहीं पड़ता. यहां तक कि अगर आप ऐसे कई सवालों के जवाब नहीं जानते हैं, जिनकी आप उम्मीद नहीं करते थे, तो भी साक्षात्कार में अधिक अंक प्राप्त करने की आपकी संभावनाओं को तब कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा यदि आपने मजबूत पकड़ वाले अपने विषयों में अच्छा प्रदर्शन किया हो. यह याद रखना बेहद जरूरी है कि बोर्ड आपका उस बारे में परीक्षण करेगा जो आप जानते हैं न कि उस बारे में जो आप नहीं जानते हैं. यह आपके व्यक्तित्व का प्रदर्शन है जो प्रारंभिक और मुख्य परीक्षाओं में पहले ही परखे जा चुके ज्ञान और जानकारी के विनिमय से अधिक मायने रखता है.

यह बताता है कि कुछ उम्मीदवारों को क्यों लगता है कि उन्होंने सभी सवालों के जवाब दिए हैं लेकिन उन्हें औसत अंक मिलेे हैं, जबकि जो लोग महसूस करते हैं कि वे कई सवालों के जवाब नहीं दे पाए हैं उन्हें उनसे अधिक अंक प्राप्त होते हैं. बोर्ड आपको प्रश्न-उत्तर सत्र में बिल्कुल भी उलझा नहीं रहा होता बल्कि, आप आधा घंटे तक बोर्ड के साथ स्पष्ट बातचीत करते हैं, जिस दौरान आपको अपने विचारों, मूल्यों, चारित्रिक गुणों और एक सफल सिविल सेवक की अन्य विशेषताओं को दर्शाना होता है. बातचीत के दौरान इन गुणों का मूल्यांकन किया जाएगा. यही कारण है कि मैं हमेशा इस बात पर जोर देता हूं कि साक्षात्कार में आपके सच्चे, प्रामाणिक व्यक्तित्व का आंकलन किया जाता है. इस तरह, साक्षात्कार एक असाधारण क्षण नहीं है, लेकिन एक वास्तविक स्थिति है जहां आप विभिन्न पृष्ठभूमि के वरिष्ठ व्यक्तियों के साथ बातचीत करते हैं.

साक्षात्कार सत्र के दौरान परीक्षण किए जाने वाले गुण: संघ लोक सेवा आयोग ने अपनी आधिकारिक अधिसूचना में, परखे जाने वाले निम्नलिखित गुणों का उल्लेख किया है.

  1. मानसिक सतर्कता: एक सतर्क दिमाग एक जिज्ञासु और अन्वेषणशील दिमाग है. उदाहरण के लिए, कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बारे में आप कितने सतर्क हैं, इसका परीक्षण करने के लिए आपसे इसके नए वायरस, उसकी घातकता और टीकों की प्रभावकारिता आदि पर सवाल पूछे जा सकते हैं.
  2. आत्मसात करने की महत्वपूर्ण शक्ति: इसका अर्थ है उपलब्ध जानकारी का संश्लेषण करना. फिर से कोरोना संकट के संदर्भ में पूछा जा सकता है कि आप इसकी दूसरी लहर को कैसे देखते हैं, पहली लहर से इसकी कैसे तुलना करते हैं और पिछली गलतियों से क्या सीख मिलती है.
  3. स्पष्ट और तार्किक अभिव्यक्ति: यह तर्क और स्पष्टता के साथ वर्णन करने की आपकी क्षमता है.
  4. विचार संतुलन: यह कोई कठोर फैसला लेने के बजाय इसके विभिन्न पहलुओं को संतुलित करके मुद्दों के बारे में निर्णय की आपकी विशेषता है.
  5. गहराई और रुचि की विविधता: इसका मतलब है कि आपके सामने रखे गए मुद्दों में वास्तव में आपकी गहरी दिलचस्पी है. उदाहरण के लिए, भारतीय लोकतंत्र को हाल के समय में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षणों द्वारा खराब रैंकिंग में दिखाया गया है. इस पर आपके पास इसका व्यापक ज्ञान होना चाहिए यानी दुनिया भर के लोकतांत्रिक देशों में क्या हो रहा है, दूसरे, आपको यह समझने में गहरी रुचि होनी चाहिए कि 1947 के बाद भारतीय लोकतंत्र कैसे विकसित हुआ है, इसकी कमजोरियां तथा ताकत क्या रहीं और  इसे फिर से मजबूत करने के उपाय.
  6. सामाजिक सामंजस्य और नेतृत्व की क्षमता: सिविल सेवाओं में नेतृत्व की गुणवत्ता एक प्रमुख आवश्यकता है. इसका मतलब है कि आप शासन देने में नेतृत्व कैसे कर सकते हैं और सिविल सेवाएं प्रदान करते समय आप सामाजिक अपेक्षाओं पर किस प्रकार खरा उतऱ सकते हैं.
  7. बौद्धिक और नैतिक समग्रता: बौद्धिक समग्रता से विश्वास, सत्यवादिता, ईमानदारी के मूल्यों का पता चलता है, जबकि हमेशा सही काम करने के लिए चरित्र, क्षमता, ज्ञान की नैतिक शुचिता का होना जरूरी है.

उपर्युक्त विशेषताओं को साक्षात्कार के दौरान एक-एक करके नहीं आंका जाएगा, बल्कि बातचीत में प्रस्तुत आपके दृष्टिकोण, मनोभाव, विश्लेषण से एक समग्र दृष्टिकोण लिया जाएगा.

यह बहुत स्पष्ट होना चाहिए कि साक्षात्कार प्रश्न-उत्तर प्रारूप में बिल्कुल भी नहीं लिया जाता है. यह एक संवादात्मक सत्र है जो स्वाभाविक और मुक्त भाव से आगे बढ़ता है. बोर्ड के सदस्य आपको सहज महसूस करातेे हुए धीरे-धीरे जीवंत बातचीत में संलग्न करते हैं.

आईएएस साक्षात्कार निम्न के बारे में नहीं है:

  • मात्र प्रश्न-उत्तर सत्र
  • ज्ञान और सूचनाओं के पुलिंदे का परीक्षण
  • कठिन प्रश्नों द्वारा आपको दबाने का प्रयास
  • आपसे असाधारण अपेक्षाएं रखना

आईएएस साक्षात्कार निम्न के बारे में है:

  • आपकी सत्यतता, प्रामाणिकता का मूल्यांकन करना
  • एक संवादात्मक, मैत्रीपूर्ण बातचीत
  • महत्वपूर्ण मुद्दों पर आपकी राय और निर्णय को जानना
  • आपके व्यक्तित्व की विशेषताओं के बारे में जानना

यह सब कैसे शुरू होता है: जब आप बोर्ड के सामने प्रस्तुत होते हैं, तो आप पाएंगे कि पांच सदस्य बैठे हैं जो आपका स्वागत करते हैं. बोर्ड के अध्यक्ष आपके विस्तृत आवेदन प्रपत्र से कुछ सामान्य प्रश्न पूछेंगे. कुछ मिनटों के बाद, वह किसी अन्य सदस्य से प्रश्न पूछने का अनुरोध करेंगे और इस तरीके से यह सिलसिला आगे बढ़ेगा. बोर्ड आपकी शिक्षा, रुचियों, उपलब्धियों, नौकरियों के बारे में यदि कोई हो तो और आप किस राज्य से आते हैं, इस बारे में जानकारी चाहता है. इस तरह के प्रश्नों के पूरा हो जाने के बाद, वे उन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो सुर्खियों में हैं. यह इससे शुरू हो सकता है जैसे कोविड संकट और उसके बाद भारत का स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा, वैक्सीन कूटनीति आदि. इन सवालों के बाद अन्य क्षेत्रों और विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं. अधिकतर प्रश्न केवल ज्ञात विषयों के बारे में होंगे. लगभग तीस मिनट में, वे सत्र का समापन करेंगे और आपको वापस जाने के लिए कहेंगे. आपके प्रदर्शन पर चर्चा करने के बाद, बोर्ड आपको दिए जाने वाले अंकों के बारे में आम सहमति पर पहुंचता है.

साक्षात्कार की तैयारी: आपका साक्षात्कार हालांकि आपके द्वारा अपने जीवन में अब तक हासिल की गई और सीखी गई बातों का परिणाम है, फिर भी, आप साक्षात्कार देने से कुछ दिन पहले निम्नलिखित पहलुओं पर विचार कर सकते हैं.

  1. शिष्टता और सभ्याचार: शालीनता, विनम्रता, विनय, सकारात्मक भावभंगिमाएं, सदस्यों के साथ अच्छा दृष्टि संपर्क
  2. विस्तृत आवेदन प्रपत्र की जानकारी: विस्तृत आवेदन प्रपत्र में आपके द्वारा प्रदान की गई जानकारी होती है, इसलिए इस पर आधारित प्रश्नों के बारे में बहुत सावधानी से तैयारी करना महत्वपूर्ण है.
  3. अपने राज्य की जानकारी: अपने राज्य में सरकार की विकास योजनाओं के बारे में जानने के लिए उसकी वेबसाइट की सहायता लें. अपने राज्य का आर्थिक सर्वेक्षण देखें. राज्य के प्रमुख ताजा मुद्दों को लिखें और राज्य के भूगोल, संस्कृति और इतिहास पर ध्यान दें.
  4. करंट अफेयर्स: स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, समाज, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, शासन जैसे शीर्षकों के तहत वर्तमान मुद्दों की एक सूची बनाएं और फिर इन पर अपनी राय तैयार करें.

 साक्षात्कार के लिए महत्वपूर्ण सलाह

  1. बोर्ड के सामने अपने स्वाभाविक और सच्चे स्वरूप को प्रस्तुत करें: असाधारण और अपने से अलग दिखने की कोशिश न करें. वास्तव में जैसे हैं वैसे ही स्वयं को प्रस्तुत करें. बोर्ड आपसे यही उम्मीद करता है.
  2. ईमानदार रहें: कभी भी झांसा देने की कोशिश न करें. ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है. यदि आप को किसी विषय की जानकारी नहीं है तो इसे ईमानदारी से स्वीकार करें.
  3. इतने सारे नकली इंटरव्यू बोर्ड से भ्रमित न हों: सिविल सेवा साक्षात्कार का अनुभव या वास्तविक ज्ञान न रखने वाले लोग भ्रामक सलाह देते रहते हैं. आपको इन सुझावों पर ध्यान देना चाहिए.
  4. दर्पण के सामने अभ्यास करें: अपने साक्षात्कार से ठीक पहले, किसी भी मुद्दे पर पांच मिनट तक दर्पण के सामने अपने विचार अभिव्यक्त करने का अभ्यास करें. इससे आपके उच्चारण, अभिव्यक्ति और वॉइस मॉड्यूलेशन में सुधार होगा.

 

लेखक एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् और साक्षात्कार परामर्शदाता हैं. ई-मेल:  sb_singh2003@ yahoo.com व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं.

(चित्र: गूगल के सौजन्य से)