नर्सिंग में कॅरिअर
उषा अल्बुकर्क़ एवं निधि प्रसाद
नर्सिंग स्वास्थ्य परिचर्या, क्षेत्र में एक व्यवसाय है जो व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों की देखभाल पर केन्द्रित है, ताकि वे इष्टतम स्वास्थ्य एवं जीवन की गुणवत्ता प्राप्त, अनुरक्षित एवं पुन: प्राप्त कर सकें.
स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्य करने वाला बड़ा व्यावसायिक-समूह नर्सिंग क्षेत्र का है. उनके कार्यों में, स्वास्थ्य लाभ लेने वाले रोगियों की देख-भाल करने के अतिरिक्त, नवजात शिशुओं की परिचर्या करना, रोगियों की जांच एवं ऑपरेशन के दौरान फिजिशियन सहायता करना शामिल है.
भारत में, नर्सिंग एक ऐसा व्यवसाय है जो महिलाओं द्वारा बड़े पैमाने पर चुना जाता है. सांख्यिकी के अनुसार, इस क्षेत्र में इस समय केरल एवं राजस्थान के व्यवसायी सबसे बड़ी संख्या में हैं. इस क्षेत्र में पुरुष नर्सों की भूमिका अभी भी ऐसे क्षेत्रों तक सीमित है, जिसमें रोगियों को उनकी न्यूनतम आवश्यकता होती है जैसे आई.सी.यू. तथापि, व्यक्ति अभी भी विशेष रूप से प्रसूति एवं महिला रोग विज्ञान विभाग में पुरुष नर्सों को स्वीकार नहीं करते.
स्वास्थ्य मंत्रालय को आशा है कि २२,००० नए/नई नर्स प्रत्येक वर्ष इस व्यवसाय में आएंगे/आएंगी. आंकड़े दर्शाते हैं कि भारत में एक लाख सहायक नर्स मिडवाइफों तथा चार लाख सामान्य नर्स मिडवाइफों की कमी है.
अंग्रेज नर्स ‘‘फ्लोरेंस नाइटिंगल’’ विश्व में आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक थी. नर्सिंग हमारी चिकित्सा प्रणाली का अनिवार्य भाग है.
मनुष्य की सेवा करने का उत्साह एवं रुचि रखने वाले उम्मीदवारों के लिए नर्सिंग, कॅरिअर का एक सही विकल्प है. चिकित्सा की दृष्टि से रुग्ण व्यक्ति सेवा-करने में विश्वास रखने वाले तथा कठिन स्थितियों में कई घंटों तक कार्य कर सकने वाले उम्मीदवार नर्सिंग को कॅरिअर के रूप में चुन सकते हैं.
अस्पताल नर्सों का समूह सबसे बड़ा होता है. उनके कार्यदायित्व निम्नलिखित होते हैं :-
*रोगियों की जांच एवं ऑपरेशन के दौरान फिजिशियनों की सहायता करती हैं.
*वे तापमान एवं पल्स रेट रिकॉर्ड करती हैं.
*रोगियों को दवा खिलाने/पिलाने, इंजेक्शन का कार्य करती हैं.
*घावों की पट्टियां बदलती हैं.
*रोगियों की व्यक्तिगत परिचर्या करने में सहायता करती हैं.
*रोगियों के उपचार का रिकॉर्ड, तापमान, श्वसन, पल्स रेट, पोषाहार, सुधार आदि का रिकॉर्ड रखती हैं.
*नर्स रोगियों की स्थिति पर निकट से निगरानी रखती हैं और उनके स्वास्थ्य में होने वाले सुधार की रिपोर्ट फिजिशियन को देती हैं.
*वे रोगियों को जांच या ऑपरेशन के लिए तैयार करती हैं और एक स्वस्थ तथा स्वच्छ वातावरण बनाए रखने में सहायता करती हैं.
*संचारी रोगों को फैलने से रोकने के लिए उन्हें वाडर््स को साफ-सुथरा बनाए रखना चाहिए.
*वरिष्ठ नर्स मेट्रन या नर्स अधीक्षक कही जाती हैं और वे नर्सों के कार्यों तथा संबंधित प्रशासनिक कार्यों का पर्यवेक्षण करती हैं.
नर्सिंग कॅरिअर आसान नहीं है; यह एक मानसिक एवं शारीरिक रूप से चुनौती पूर्ण कार्य है. नर्सों को, अपने से मरीजों की देखभाल के दौरान स्वास्थ्य जोखिमों जैसे संक्रामक रोगों से प्रभावित होने का खतरा होता है. सिरिंज डिस्पोजल के संबंध में अपशिष्ट प्रबंधन, दस्ताने और मास्क पहनने का कड़ा पालन करना आवश्यक होता है. कई घंटों तक कार्य करना, सेवा उन्मुखी होना, अतिरिक्त घंटों में कार्य करने के लिए उत्सुक होना और रात्रि की पारियों में कार्य करना आपके लिए जरूरी है. एक नर्स के रूप में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए धैर्य, साहस एवं हंसमुख के गुण स्वत: विकसित हो जाते हैं.
पात्रता :
नर्सिंग अध्ययन के विकल्प :
नर्सिंग व्यवसाय में आने के लिए किसी भी छात्र के लिए विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं. कोई भी छात्र नर्सिंग में डिप्लोमा, स्नातक या स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम कर सकता है. आप कुछ नर्सिंग पाठ्यक्रम जैसे मिडवाइफरी पाठ्यक्रम भी चुन सकते हैं.
डिप्लोमा पाठ्यक्रम :
*ए.एन.एम. (ऑॅक्जिलरी नर्सिंग एवं मिडवाइफ)-१८ महीने का.
*जी.एन.एम. (जनरल नर्सिंग एवं मिडवाइफ)- ३.५ वर्षीय.
यू.जी. डिग्री पाठ्यक्रम
*बी.एससी-बुनियादी (नर्सिंग में बैचलर ऑफ साइंस-बुनियादी)-४ वर्षीय.
*बी.एससी.-पोस्ट बेसिक (नर्सिंग में बैचलर ऑफ साइंस-पोस्ट बेसिक)-२ वर्षीय.
*बी.एससी-दूरस्थ (नर्सिंग में बैचलर ऑफ साइंस-दूरस्थ)-३ वर्षीय
स्नातक (बैचलर) कार्यक्रम - इस कार्यक्रम के लिए पात्र होने हेतु आपने जीवविज्ञान, भौतिकी और रसायनविज्ञान विषयों के साथ विज्ञान में १०+२ परीक्षा उत्तीर्ण की हो. पाठ्यक्रम की अवधि संस्थान पर निर्भर होती है किंतु यह सामान्यत: ४ वर्ष की होती है. एक छात्र के रूप में आप नर्सिंग के सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक पहलुओं में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे. पाठ्यक्रम में आपको नर्सिंग, प्रथमोपचार एवं मिडवाइफरी के बारे में ज्ञान दिया जाएगा.
सहायक (ऑक्जिलरी) कार्यक्रम : ए.एन.एम. सहायक नर्स मिडवाइफ/स्वास्थ्य कार्यकर्ता पाठ्यक्रम है, जिसके लिए पात्रता-दसवीं कक्षा पूर्ण करना है और इस पाठ्यक्रम की अवधि १८ महीने की है. आपको सामान्यत: ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों से संबंधित स्वास्थ्य मामलों का प्रशिक्षण दिया जाता है और यह बच्चों, माताओं और वृद्ध व्यक्तियों पर बड़े पैमाने पर केंद्रित होता है.
कोई भी व्यक्ति नर्सिंग में एम.एस.सी. का विकल्प लेकर अपना अध्ययन आगे जारी रख सकता है. इस पाठ्यक्रम की अवधि दो वर्ष होती है. कुछ छात्र एम.फिल या पी.एचडी. भी करते हैं. पोस्ट बेसिक विषय डिप्लोमा पाठ्यक्रम अनवरत कार्यक्रमों के साथ अत्यधिक आम पाठ्यक्रम है. गहन परिचर्या एककों जैसे कुछ विशेषज्ञता क्षेत्रों में कार्य करने के लिए नर्सों को बुनियादी प्रशिक्षण के बाद अतिरिक्त पाठ्यक्रम करना और कुछ वर्षों का कार्य अनुभव प्राप्त करना आवश्यक होता है.
अपेक्षित कौशल :
2 अनुकम्पा
2 संचार कौशल
2 नीतिशास्त्र
2 विवेचनात्मक सोच
2 व्यापक सावधानी/सतर्कता
2 विश्वास/आस्था
2 अनुकूलशीलता
2 सहनशीलता
संभावना
इस क्षेत्र का एक श्रेष्ठ लाभ यह है कि नर्स कभी भी बेरोज़गार नहीं रहती. वे स्वास्थ्य परिचर्या संगठनों और अस्पतालों में रोज़गार आसानी से प्राप्त कर लेती हैं. यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें आप सरकारी रोज़गार सरलता से प्राप्त कर सकती हंै.
वर्तमान में, नर्सिंग होम एवं निजी अस्पतालों में देशभर में वृद्धि हो रही है. स्वास्थ्य परिचर्या केंद्रों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए नर्सिंग व्यवसायियों की संख्या पर्याप्त नहीं है. प्रत्येक वर्ष भारत में सरकार २२००० नर्सों की सेवाएं नियोजित करती है और उसके बावजूद हमारे यहां ४ लाख नर्सों की कमी है.
इस पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद, आप सम्मानजनक स्थिति और नर्सिंग परिचर्या में कॅरिअर की उन्नति का अच्छा प्लेटफार्म प्राप्त कर सकते हैं.
आपको औषध प्रबंधन, प्रत्येक रोगी के सम्पूर्ण रिकॉर्ड को रखने, चिकित्सा उपस्कर लगाने और चलाने तथा प्रशासन एवं दैनिक कार्य करने होंगे. वरिष्ठता प्राप्त करने पर आपको मनश्चिकित्सा, बाल रोग एवं गहन परिचर्या एककों में व्यक्ति कार्य संचालन का प्रबंधन करना होगा. किसी नर्स के रूप में आपके कार्यों में व्यक्तियों, परिवारों तथा अन्य समूहों को स्वास्थ्य शिक्षा देना शामिल है. आपको पोषण, बाल परिचर्या और रोग निवारण पर भी शिक्षा (जानकारी) देना आवश्यक होता है. नर्सिंग एक बहु-आयामी क्षेत्र है. आप एक शिक्षक, अनुसंधानकर्ता या प्रैक्टिसनर भी बन सकते हैं. प्रत्येक में आपको जरा चिकित्सा, महिला, बाल एवं दुर्घटना उत्तरजीवी परिचर्या जैसे अन्य विकल्प उपलब्ध हैं.
नर्सिंग के क्षेत्र में उच्च कार्य-प्रोफाइल निम्नलिखित हैं:-
*स्टाफ नर्स
*सहायक नर्सिंग अधीक्षक
*विभाग पर्यवेक्षक
*उप नर्सिंग अधीक्षक
*नर्सिंग पर्यवेक्षक या वार्ड सिस्टर
*नर्सिंग निदेशक
*नर्सिंग अधीक्षक
*नर्सिंग अध्यापक
*सामुदायिक स्वास्थ्य नर्स (सी.एच.एन.)
*सैन्य नर्स
*औद्योगिक नर्स
*नर्सिंग सेवा प्रशासक
*नर्सिंग सेवा ओवरसीज
रोज़गार-क्षेत्र
नर्स निम्नलिखित रोज़गार क्षेत्रों में कार्य कर सकती हैं.
*सरकार द्वारा संचालित अस्पताल
*सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल
*नर्सिंग होम
*अनाथालय
*वृद्धाश्रम
*निजी क्लीनिक
*दूतावास
*स्वास्थ्य विभाग
*स्कूल
*उद्योग
*सेनेटोरियम
*सशस्त्र बल
*भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी
*भारतीय नर्सिंग परिषद
*शैक्षिक संस्था
नर्सिंग में पाठ्यक्रम चलाने हेतु कुछ कॉलेज
*अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स नर्सिंग कॉलेज
*राजकुमारी अमृत कौर नर्सिंग कॉलेज, नई दिल्ली
*जामिया हमदर्द, नर्सिंग संकाय
*नर्सिंग कॉलेज, क्रिश्चियन चिकित्सा कॉलेज
*नर्सिंग कॉलेज, स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, चंडीगढ़
*निज़ाम आयुर्विज्ञान संस्थान, हैदराबाद
*टाटा स्मारक अस्पताल, मुम्बई : नर्सिंग
*एस.एन.डी.टी. नर्सिंग संकाय, मुम्बई
*हिन्दूजा अस्पताल, मुंबई : नर्सिंग कॉलेज
*मणिपाल विश्वविद्यालय : मणिपाल नर्सिंग कॉलेज
*अपोलो नर्सिंग कॉलेज, चेन्नै
*अमृता विश्वविद्यालय : नर्सिंग कॉलेज, कोच्चि
*राजकीय नर्सिंग कॉलेज, कोट्टायम
*राजकीय नर्सिंग कॉलेज, कालीकट
*राजकीय नर्सिंग कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
*सी.एम.सी. लुधियाना : नर्सिंग कॉलेज
*राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिकाविज्ञान संस्थान, बंगलौर : नर्सिंग विभाग
*स्वास्थ्य सेवा स्कूल : इग्नू
(उषा अल्बुकर्क एवं निधि प्रसाद कॅरिअर्स स्मार्ट प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली में क्रमश: निदेशक और सीनियर काउंसिलिंग सायकोलोजिस्ट हैं ई-मेल : careerssmartonline@gmail.com)
व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं.
चित्र: गूगल के सौजन्य से