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ताज़ा अंक-16, 20 - 26 जुलाई 2019

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय में शिक्षा के अवसर

डॉ. विकास सिंघल और

डॉ. रंजीता पांडा

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना 1985 में संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी ताकि इसे शिक्षार्थियों के दरवाजे तक ले जाकर उन सभी लोगों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जा सके जो इसे उम्र, क्षेत्र, धर्म और लिंग की परवाह किए बिना चाहते हैं, पाठ्यक्रमों के लिए पेशेवर और व्यावसायिक अभिविन्यास देकर और भारत में दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा देने और विकसित करने के लिए आवश्यकता-आधारित शैक्षणिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके उच शिक्षा का लोकतंत्रीकरण किया जा सके.

अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, लचीले प्रवेश नियमों, व्यक्तिगत अध्ययन के साथ राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र, स्थान, अध्ययन की गति और अवधि, नवीनतम सूचना और संचार तकनीकों का उपयोग, राष्ट्रव्यापी छात्र समर्थन सेवा नेटवर्क, लागत प्रभावी कार्यक्रम, कार्यक्रमों के लिए मॉड्यूलर दृष्टिकोण, संसाधन-साझाकरण, सहयोग और नेटवर्किंग के साथ पारंपरिक विश्वविद्यालयों, मुक्त विश्वविद्यालयों और अन्य संस्थानों/संगठनों, सामाजिक और शैक्षणिक रूप से प्रासंगिक कार्यक्रमों पर छात्रों की आवश्यकता विश्लेषण, और खुले और पारंपरिक शिक्षा प्रणालियों के अभिसरण आदि इग्नू की कुछ अद्वितीय विशेषताएं हैं.

इग्नू ने 1987 में 4,528 छात्रों के पंजीकरण के साथ शैक्षणिक कार्यक्रम प्रारंभ किए. 56 क्षेत्रीय केंद्रों, भारतीय सेना, नौसेना और असम राइफल्स के लिए 11 मान्यताप्राप्त क्षेत्रीय केंद्रों और स्थिरता और विविधता को जोडऩे वाले लगभग 3500 लर्नर सपोर्ट सेंटर के साथ, विश्वविद्यालय 3 मिलियन से अधिक शिक्षार्थियों की संचयी शक्ति के लिए विभिन्न प्रकार की फलदायी अकादमिक शिक्षा प्रदान करता है. इग्नू अनुसंधान डिग्री, औपचारिक से अनौपचारिक; वोकेशनल से व्यावसायिक; और व्यावहारिक ज्ञान-आधारित कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों के लिए कौशल-आधारित जागरूकता और प्रशंसा कार्यक्रमों के प्रसार वाले कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों की एक प्रभावशाली कड़ी प्रदान करता है. विश्वविद्यालय ने जुलाई 2018 और जनवरी 2019 के प्रवेश चक्रों में 11,47,056 लाख से अधिक छात्रों को प्रवेश दिया. (इग्नू 32वें दीक्षांत कुलपति की रिपोर्ट)

आरक्षित श्रेणियों जैसे अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के शिक्षार्थियों को विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार शुल्क

प्रतिपूर्ति की सुविधा मिलती है. जेल के कैदियों को फीस में पूरी छूट प्रदान की जाती है. पोस्ट ग्रेजुएट स्तर के कार्यक्रमों के लिए राष्ट्रीय विकलांग जन  रोज़गार संवर्धन केंद्र (एनसीपीईडीपी) की छात्रवृत्ति योजना इस विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए भी लागू है. ऐसे छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे प्रदाता प्राधिकरण को सीधे आवेदन करें. देश की जेलों में बंद कैदियों को पंजीकरण शुल्क सहित कार्यक्रम शुल्क के भुगतान से छूट होती है. सजा प्राप्त/अल्पकालिक कैदी भी नि:शुल्कता के समान लाभ के लिए इस शर्त के साथ पात्र हैं कि जब वे जेल से बाहर जाते हैं, तो उन्हें सामान्य छात्रों के रूप में माना जाएगा और जहां कहीं भी लागू होगा (परीक्षा शुल्क, पुन: पंजीकरण शुल्क, पठन-पाठन के लिए प्रो-राटा शुल्क, दीक्षांत समारोह के लिए पंजीकरण शुल्क आदि) के लिए वे परवर्ती शुल्क का भुगतान करेंगे.

इग्नू ने स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर अंग्रेजी और हिंदी माध्यम में उच्च गुणवत्ता वाली स्व-निर्देशात्मक शिक्षण सामग्री तैयार की है. विश्वविद्यालय में मुद्रित सामग्री के स्थान पर स्व-शिक्षण सामग्री की सॉफ्ट कॉपी प्रदान करने का प्रावधान है. सॉफ्ट कॉपी के लिए शिक्षार्थी को कार्यक्रम शुल्क में 15त्न की छूट दी जाएगी. ऑनलाइन प्रवेश फॉर्म भरते समय शिक्षार्थियों द्वारा इस आशय का विकल्प इंगित किया जाना होता है. ऐसे शिक्षार्थियों को मुद्रित स्व-शिक्षण सामग्री नहीं दी जाएगी. यह विश्वविद्यालय शिक्षा और अनुसंधान के राष्ट्रीय संसाधन केंद्र की भूमिका निभाने के लिए अपनी जिम्मेदारी से अवगत है. वास्तव में, इसने ई-ज्ञानकोष मंच के माध्यम से ऑनलाइन स्व अध्ययन पाठ्यक्रम (सेल्फ-लर्निंग कोर्स) सामग्रियों का सबसे बड़ा भंडार विकसित किया है.

इग्नू में अध्ययन करने का एक सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि शिक्षार्थी यदि ऐसा चाहते हैं या कहीं स्थानांतरित हो जाते हैं तो उन्हें अपने क्षेत्रीय केंद्र/अध्ययन केंद्र को किसी भी मान्यता प्राप्त इग्नू क्षेत्रीय केंद्र/अध्ययन केंद्र में नि:शुल्क बदलने की सुविधा होती है, वे सत्रावधि समापन परीक्षा में उपस्थित होने के लिए भारत में किसी भी इग्नू परीक्षा केंद्र का चयन कर सकते हैं.

इग्नू वर्तमान में प्रमाण पत्र, उच्च प्रमाण पत्र, डिप्लोमा और उच्च डिप्लोमा के साथ कई स्नातक और मास्टर डिग्री कार्यक्रम चला रहा है. शिक्षार्थी द्वारा पूरी सूची का आकलन इग्नू के सामान्य प्रोस्पेक्टस में किया जा सकता है. विश्वविद्यालय के मूल आदर्शों के साथ वंचितों तक पहुँचने और लचीलापन, नवीनता, समावेशिता, ज्ञान और गुणवत्ता आश्वासन के नियमित उन्नयन में सहायता के लिए, इग्नू ने जुलाई 2019 सत्र से विकल्प आधारित क्रेडिट सिस्टम (ष्टक्चष्टस्) स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू किए हैं. ये कार्यक्रम वर्ष में केवल एक बार अर्थात् जुलाई के सत्र में ही प्रस्तुत किए जाते हैं.

इग्नू प्रवेश 2019 के लिए याद रखने वाले महत्वपूर्ण बिंदु

जो छात्र पहले से ही एक वर्ष या उससे अधिक अवधि के कार्यक्रम में नामांकित हैं, वे एक साथ छह महीने की अवधि वाले किसी भी प्रमाण पत्र/डिप्लोमा कार्यक्रम के लिए खुद को पंजीकृत करा सकते हैं. हालांकि, यदि छात्र द्वारा लिए गए दो कार्यक्रमों के बीच काउंसलिंग या परीक्षा कार्यक्रम की तारीखों का कोई टकराव होता है, तो विश्वविद्यालय उनमें समायोजन करने की स्थिति में नहीं होगा. डिग्री स्तर पर दो शैक्षणिक कार्यक्रमों का अध्ययन करने, अर्थात् एक ही विश्वविद्यालय से या एक ओपन यूनिवर्सिटी (ओडीएल मोड के तहत) और दूसरे पारंपरिक विश्वविद्यालय से (नियमित या आमने-सामने का मोड) से एक साथ अध्ययन करने की अनुमति अब तक नहीं है.

कार्यक्रम का चयन

शिक्षार्थियों को जुलाई-2019 के इग्नू कॉमन प्रॉस्पेक्टस इग्नू वेबसाइट www.ignou.ac.in से डाउनलोड करने की सलाह दी जाती है. इग्नू द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न कार्यक्रम सामान्य दिशानिर्देशों और कार्यक्रम के विशिष्ट विवरणों के साथ प्रोस्पेक्टस में सूचीबद्ध किए गए हैं.

अध्ययन केंद्र का चयन

शिक्षार्थी किसी कार्यक्रम के लिए सक्रिय अध्ययन केंद्र की उपलब्ध सूची में से कोई भी अध्ययन केंद्र चुन सकते हैं. शिक्षार्थियों को उन्हें आवंटित किए गए उनके अध्ययन केंद्र में अपने सिद्धांत परामर्श सत्र के साथ-साथ व्यावहारिक सत्र में भी भाग लेने की आवश्यकता होती है. उन्हें अपने केंद्र में अपने असाइनमेंट भी जमा करने होंगे.

ऑनलाइन पंजीकरण

प्रवेश फार्म ऑनलाइन प्रवेश प्रणाली के माध्यम से http:/onlineadmission.ignou.ac.in पर ऑनलाइन (अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को छोडक़र)  जमा किए जा सकते हैं. वर्तमान में यह सुविधा योग्यता और प्रवेश परीक्षा आधारित कार्यक्रमों को छोडक़र कॉमन प्रॉस्पेक्टस के माध्यम से प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों के लिए उपलब्ध है. प्रत्याशित सिस्टम में लॉग इन करने के लिए शिक्षार्थियों को अपना यूजर आईडी और पासवर्ड बनाने और प्रवेश पत्र जमा करने के साथ आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होते हैं. प्रवेश पत्र की मुद्रित प्रति क्षेत्रीय केंद्र को भेजने की आवश्यकता नहीं होती है.

शुल्क का भुगतान

कार्यक्रम शुल्क का भुगतान नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान गेटवे का उपयोग करके ऑनलाइन किया जा सकता है. कार्यक्रम शुल्क के साथ पंजीकरण शुल्क के रूप में रु. 200/- का शुल्क लिया जाता है. एक बार प्रवेश पत्र ऑनलाइन जमा हो जाने के बाद, छात्र अपने प्रवेश की प्रगति को ट्रैक कर सकते हैं.

दस्तावेज़-जांच और प्रवेश का अनुमोदन

केंद्रीकृत प्रवेश टीम को प्रवेश पत्र प्राप्त हो जाने के बाद, वह कार्यक्रम की पात्रता मानदंड के अनुसार इसकी पूरी तरह से जांच करता है. प्रवेश पत्र में किसी भी प्रकार की विसंगति के मामले में, भावी छात्रों को एक निश्चित समय के अंदर विसंगति को दूर करने की सलाह दी जाती है. ऐसा करने में विफल रहने पर प्रवेश पत्र अस्वीकार कर दिया जाएगा.

प्रवेश की पुष्टि होने पर सिस्टम में पंजीकृत आपके मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर एक संदेश भेजा जाता है. पुष्टि के बाद शिक्षार्थी अपना इग्नू पहचान पत्र ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं.

इग्नू कार्यक्रमों में, प्रमाणपत्र कार्यक्रमों को छोडक़र प्रवेश के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई 2019 है. किसी भी पूछताछ के लिए शिक्षार्थी निकटतम इग्नू अध्ययन केंद्र, क्षेत्रीय केंद्र या छात्र पंजीकरण प्रभाग, इग्नू, मैदान गढ़ी, नई दिल्ली से संपर्क कर सकते हैं. इग्नू डिग्री/डिप्लोमा/प्रमाण पत्र भारतीय विश्वविद्यालय संघ (एआईयू) के सभी सदस्य विश्वविद्यालयों द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और यूजीसी के परिपत्र संख्या एफ.1-52/2000 (सीपीपी-ढ्ढढ्ढ) दिनांक 5 मई, 2004, एआईयू परिपत्र संख्या ईवी/11 (449/94/ 176915-177115 दिनांक 14 जनवरी, 1994, एआईसीटीई परिपत्र संख्या एआईसीटीई/ अकादमिक/एमओयू-डीईसी/2005 दिनांक 13 मई , 2005 और यूजीसी/डीईबी/2013 दिनांक 14.10.2013 के अनुसार सभी भारतीय विश्वविद्यालयों/संस्थानों की डिग्री/डिप्लोमा/ प्रमाण पत्र के बराबर हैं.

(लेखक इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, दिल्ली-I में क्रमश: सहायक क्षेत्रीय निदेशक और क्षेत्रीय निदेशक हैं, ई-मेल: vsinghal@ignou.ac.in)

व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं.

(छायाचित्र: गूगल के सौजन्य से)