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नौकरी फोकस


अंक 13, 29 जून - 5 जुलाई 2019

बैंकों में कॅरिअर के आगामी अवसरों की तैयारी-II

आरती एस

न क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दें जिनमें आप कमजोर हैं : मानव कंप्यूटर नहीं है जिसमें सब कुछ प्रोग्राम और मानकीकृत है. यह ठीक है कि हम कुछ क्षेत्रों में कमजोर हैं और अन्य क्षेत्रों में मजबूत हैं. किन्तु सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस कमजोरी को दूर करें और इसे भी अपनी ताकत में बदल दें. स्कूल और कॉलेज में हम जिस मानक पाठ्यक्रम को पढ़ते हैं, उसमें शायद ही कभी परीक्षाओं का एक प्रमुख हिस्सा शामिल होता है, जिसे हमसे बैंकिंग, बीमा इत्यादि की एक प्रतियोगी परीक्षा में प्रयास करने की प्रत्याशा की जाती है. कॉलेज से योग्यता प्राप्त कोई भी फ्रेशर यदि तर्क-क्षमता, मात्रात्मक और अभिरुचि के प्रश्नों का उत्तर देने में यदि प्रारंभिक असहजता का अनुभव करता है तो इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है.

 

 

क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में हजारों रिक्तियां

पृष्ठ सं. : 38-54

 

 हालांकि किसी को इस तथ्य की सराहना करनी चाहिए कि अगर हम वास्तव में प्रतियोगिता में सफल होना चाहते हैं, तो हमें सीखना होगा, अभ्यास करना होगा और संभवत: उन क्षेत्रों में मास्टर होना चाहिए जो परीक्षा में पूछे जाने की उम्मीद है. हमारे देश में अनेक लोग अंग्रेजी और गणित में कमजोर होते हैं. तो इस तरह के लोगों को इस कमजोरी को ठीक करने के लिए सब कुछ करना चाहिए. आपको परीक्षा की आवश्यकताओं के अनुसार अपनी तैयारी को फिर से अनुकूलित करना होगा. एक सरल नोट पर आपको अंग्रेजी के लिए शेक्सपियर या गणित के लिए रामानुजम होने की आवश्यकता नहीं है.

यह भी संभव है कि कोई व्यक्ति किसी विषय के कुछ विशेष क्षेत्रों में ही कमजोर हो. उदाहरण के लिए अंग्रेजी में आर्टिकल (ए, एन, द) के प्रयोग के बारे में भ्रमित हो सकता है या वाक्य विन्यास के संबंध में कठिनाई का सामना कर सकता है. आवश्यकता यह है कि आपको उन विषयों के बारे में पता होना चाहिए जहां आपको अधिक तैयारी की आवश्यकता है. आपका, समय का आवंटन उसी के अनुसार होना चाहिए.

प्रारंभिक ध्यान: प्रारंभिक परीक्षा में अर्हता प्राप्त करने पर दें: जब आप किसी ऐसी प्रतियोगी परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं, जिसमें एक से अधिक भाग होते हैं, तो आपको एक रणनीति अपनानी होगी जो कि एकल चरण परीक्षा के लिए अपनाई गई विधि से थोड़ी भिन्न हो. दोनों ही मामलों में आपका उद्देश्य विजेता बनने का होना चाहिए.

आरआरबी और पीएसबी के लिए, जैसा कि लिखित परीक्षा तथाकथित दो चरणों में विभाजित होती है, आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आप दोनों परीक्षाओं में उत्तीर्ण हों, लेकिन जैसा कि हम जानते हैं कि जब तक हम प्रारंभिक परीक्षा की

मैरिट सूची में नहीं होंगे, तो हम मुख्य परीक्षा में उपस्थित नहीं हो सकेंगे और अधिकारियों के मामले में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों में अर्हता प्राप्त करने के बाद ही हमें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा. आपकी व्यापक तैयारी प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में शामिल सभी वर्गों को कवर करेगी, फिर भी यदि आप प्रारंभिक परीक्षा में शामिल किए गए वर्गों पर कुछ हफ़्ते पहले पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करते हैं तो आप अच्छा करेंगे. ऐसे उम्मीदवारों के मामले भी सामने आए हैं जिन्होंने बहुत मेहनत की और मुख्य परीक्षा में उत्तीर्ण हो सकते थे लेकिन प्रारंभिक परीक्षा की मेरिट सूची में जगह बनाने के लिए यह तैयारी पर्याप्त  नहीं थी. आपको सिर्फ तैयारी की नहीं, रणनीतिक तैयारी की जरूरत है. यह अच्छा है कि प्रारंभिक परीक्षा में, उम्मीदवारों को सिर्फ दो सेक्शन दिए जाते हैं. मुख्य परीक्षा के लिए अपनी तैयारी को फिर से शुरू करने के लिए यह बेहतर होगा कि आप पहले की परीक्षा के परिणाम घोषित होने की प्रतीक्षा न करें. किसी भी समय ढीला न पडऩा आपके हित में होगा.

अनेक (एक से अधिक) पदों के लिए आवेदन करना : कई उम्मीदवार असमंजस में होते हैं उन्हें सिर्फ एक पद के लिए आवेदन करना चाहिए या एक से अधिक पदों के लिए प्रयास करना चाहिए. एक स्थिति स्पष्ट करने के लिए समझाया गया है. कुमारी ए स्नातक है और अपनी योग्यता के आधार पर, वह सिविल सेवाओं के साथ-साथ सभी चार बैंकिंग परीक्षाओं (आरआरबी में क्लर्क और अधिकारी और पीएसबी में समान पदों के लिए) के लिए पात्र हैं. यदि वह बैंकिंग कार्य में कोई रुचि लिए बिना केवल आईएएस अधिकारी बनने की इच्छुक है, तो वह उस प्रक्रिया से दूर रह सकती है जिसकी हम इस लेख में चर्चा कर रहे हैं. दूसरी तरफ एक और उम्मीदवार श्री बी हैं जो सिविल सर्वेंट (अभिरुचि या अन्य कारणों से) नहीं बनना चाहते हैं और बैंकिंग कॅरिअर को आकर्षक मानते हैं. उसे सिविल सेवा परीक्षा में उपस्थित होने के लिए संघ लोक सेवा आयोग में आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है. इसके बाद उनके पास अलग-अलग विकल्प होते हैं. वह बैंकों के दोनों सेटों में अधिकारियों के पदों के लिए या बैंकों के दोनों सेटों में क्लर्कों के पदों के लिए आवेदन कर सकता है. अन्य विकल्प यह है कि वह बैंकों के केवल एक सेट के लिए दोनों पदों के लिए या किसी एक पद (क्लर्क या अधिकारी) के लिए आवेदन करें. ऐसे अभ्यर्थी भी होंगे जो बैंकों के केवल एक सेट में किसी एक विशेष पद के लिए एक ही आवेदन भरेंगे. कुछ ऐसे उम्मीदवार होते हैं जो केवल अधिकारी बनना चाहते हैं और ऐसे उम्मीदवार भी हैं जो पहले ही निष्कर्ष निकाल चुके हैं कि वे अधिकारी नहीं बन सकते और केवल लिपिक पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसके अलावा उन लोगों को ढूंढना मुश्किल नहीं है जो गांवों में काम नहीं करना चाहते हैं और जो आरआरबी में नौकरी के लिए कभी भी आवेदन नहीं करेंगे.

हमें यहां अधिक विवेकपूर्ण होना चाहिए और बैंकों के दोनों सेटों में दोनों पदों के लिए आवेदन करने पर विचार करना चाहिए. इस प्रक्रिया में आपको चार आवेदन करने होंगे. उपरोक्त कारणों का पालन न करने वाले मजबूत कारणों को छोडक़र, निम्नलिखित को ध्यान में रखते हुए यह सिफारिश लायक हो सकती है-

- 4 परीक्षाओं के लिए आप जो शुल्क देते हैं, यदि आप अच्छी तैयारी करते हैं तो वह चयन की संभावनाओं में वृद्धि की तुलना में बहुत अधिक नहीं है.

- लिपिक और अधिकारियों के पदों के लिए परीक्षा पैटर्न काफी हद तक समान होता है, इसलिए उम्मीदवार को अलग से तैयारी करने की आवश्यकता नहीं होती है. आपको केवल कुछ अतिरिक्त तैयारी करनी होती है और विभिन्न प्रश्नों के सेट के साथ तैयारी करनी होती है, क्योंकि अधिकारियों के लिए परीक्षा के मामले में कठिनाई का स्तर कुछ अधिक हो सकता है. आप एक एकीकृत तैयारी करें.

- कई अन्य संगठनों की तुलना में, आरआरबी और पीएसबी में पदोन्नति आसान है. इसलिए यदि आप एक क्लर्क के रूप में कार्य ग्रहण करते हैं, तो भी आप एक अधिकारी के रूप में पदोन्नत होने की आशा कर सकते हैं. कई पीएसबी में अब लिपिक से लेकर अधिकारियों के कैडर में पदोन्नति 2-3 वर्ष के अन्दर हो रही है. नि:संदेह यह रिक्तियों और अन्य नीतियों के आधार पर बैंक से बैंक में भिन्न होगा. एक बुद्धिमान कदम यह होगा कि आप बैंक से जुडऩे के बाद इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस की सहयोगी परीक्षा को जल्द से जल्द पास करें. इस योग्यता के लिए पदोन्नति प्रक्रिया में अतिरिक्त अंक आवंटित किए जाते हैं. आपको अतिरिक्त वेतन वृद्धि भी मिलती है. यदि कोई पहले अधिकारी बनना चाहता है, तो आईबीपीएस की अगली चयन प्रक्रिया में आवेदन करने का विकल्प हमेशा काम करते समय उपलब्ध होता है. इसके बाद नई प्रक्रिया में योग्यता हासिल करके बड़ी संख्या में युवाओं के बैंक में क्लर्क के रूप में शामिल होने और फिर उसी या दूसरे बैंक में अधिकारी बनने के मामले सामने आए हैं.

परीक्षा से पहले तैयारी                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                    

दैनिक/साप्ताहिक आधार पर आपके पास उपलब्ध समय के आधार पर, आपको अपनी तैयारी के लिए अपनी रणनीति तैयार करनी चाहिए. आप में से कुछ, हर रोज़ सीमित अतिरिक्त समय के साथ एक नियमित छात्र होंगे जबकि कुछ कॉलेज/विश्वविद्यालय से बाहर होंगे और तैयारी के लिए उनके पास पर्याप्त समय होगा. आपको यह सुनिश्चित करना है कि आपकी तैयारी सभी वर्गों के साथ न्याय करे. आपकी तैयारी तीन स्तरों पर होनी है- (1) विभिन्न खंडों में प्रश्नों की शैली और पैटर्न को समझना, (2) उन्हें हल करने के तरीके खोजना और (3) अभ्यास करना. इसके साथ ही आपको परीक्षा में सफल होने के लिए ज्ञान के मामले में खुद को बेहतर तरीके से तैयार करना होगा, उदाहरण के लिए, सामान्य जागरूकता, वित्तीय जागरूकता, बैंकिंग और कम्प्यूटर के लिए आपको सामान्य ज्ञान की पुस्तकों, पत्रिकाओं और अन्य सामग्रियों की मदद लेनी होगी. भाषा पत्रों के लिए आपको व्याकरण भाग, मुहावरों और वाक्यांशों आदि की तैयारी करनी होगी.

सभी परीक्षाओं को कवर करने के लिए बाजार में परीक्षा की तैयारी की गाइड उपलब्ध हैं. आप इस तरह की एक या दो गाइड ले सकते हैं. कई प्रतियोगी पत्रिकाएं (ज्यादातर मासिक प्रकाशन) पिछली परीक्षाओं के कठिन प्रश्नों को हल करती हैं. इनका बारीकी से अध्ययन करने से आपको लाभ मिलेगा. हल किए गए प्रश्न पत्रों के मामले में, आप उत्तरों को देखे बिना प्रश्नों का प्रयास कर सकते हैं और फिर जांच सकते हैं कि आपने क्या किया है. इसके अलावा अभ्यास पुस्तकें भी उपलब्ध हैं. यदि आपके कुछ मित्र या परिचित भी परीक्षा में उपस्थित होते हैं, तो ऐसे संसाधनों को उनके साथ साझा किया जा सकता है. योजनाबद्ध अध्ययन से आप लाभान्वित होते हैं और आप स्वयं को प्रेरित करते रहें.

वेब संसाधनों का उपयोग करना

आज की तकनीक प्रेमी पीढ़ी वेब सामग्री की खोज करती रहती है. यदि आप इंटरनेट पर खोज करें तो आपको पर्याप्त सामग्री मिलेगी जो आपकी परीक्षा की तैयारी में आपकी सहायता कर सकती है. परीक्षा पैटर्न, परीक्षा विश्लेषण, नमूना प्रश्नपत्र, परीक्षा संचालन करने के लिए मार्गदर्शन; वहां ये सभी मिल सकते हैं. आपको अपनी खोज में थोड़ा विवेकशील होना चाहिए और मूल तैयारी सामग्री एकत्र करनी चाहिए.

यहां यह कहना आवश्यक नहीं है कि आपको तैयारी कार्यक्रम बनाना और उसका पालन करना आवश्यक है.

परीक्षा के दौरान रणनीति

जैसा कि हम सभी जानते हैं, बहुविकल्पीय प्रश्न के मामले में दिए गए 4-5 विकल्पों में से केवल एक ही आवश्यक उत्तर से मेल खाता है और हमें उसकी पहचान करनी होगी. यहां दो अलग-अलग दृष्टिकोण संभव हो सकते हैं-एक चयन और दूसरा उन्मूलन. उन प्रश्नों में जहां आप एक विकल्प के बारे में सुनिश्चित हैं जो सही है, आप आसानी से अपनी पसंद को चिन्हित कर सकते हैं. अन्यथा आपको उन्मूलन के दृष्टिकोण को अपनाना चाहिए. जिन विकल्पों के बारे में आप सुनिश्चित हैं कि ये सही नहीं हैं, उन्हें अलग रखा जाना चाहिए और शेष उत्तरों से अंतिम विकल्प बनाया जाना चाहिए. जब आप पाते हैं कि शेष प्रश्नों पर विचार करने के लिए पर्याप्त समय नहीं है, यहां तक कि अगर आप अनियोजित ढंग से उत्तर को चिन्हित करने का निर्णय लेते हैं, तो  आपको कम से कम संभव उत्तर छोडऩे के बाद अपना विकल्प लेना चाहिए.

किस प्रश्न का उत्तर कैसे दिया जाए, यह जानने के लिए प्रश्न को पढऩा सही है. चूंकि दिया गया समय सीमित होता है, इसलिए अच्छा होगा कि आप प्रश्न को केवल एक रीडिंग में समझ सकें. इसके अलावा, आपको चुने हुए विकल्प पर क्लिक करने या एक प्रश्न से दूसरे प्रश्न पर जाने या अपना उत्तर बदलने, आदि में न्यूनतम समय का उपयोग करके अपने कीबोर्ड कौशल का पूरा उपयोग करना चाहिए.

यह पता चला है कि बड़ी संख्या में उम्मीदवार सभी प्रश्नों का प्रयास करने में सक्षम नहीं होते हैं. अंतिम प्रश्न पर पहुंचने से पहले उनका समय समाप्त हो जाता है. किसी उम्मीदवार के लिए इस स्थिति का दुखद हिस्सा यह होता है कि वह उन सवालों में से कुछ को छोड़ देता है जिसमें वह आसानी से अंक प्राप्त कर सकता था. इसलिए जब आप पाते हैं कि बहुत सारे प्रश्न शेष हैं और समय समाप्त हो रहा है, तो किसी विशेष प्रश्न पर न अटकें और आगे बढ़ें. अंत में यदि आपके पास समय बचे तो आप पहले वाले प्रश्नों पर वापस आ सकते हैं.

ऐसा न सोचें कि उत्तर स्पष्ट होंगे. यह केवल कुछ सवालों के साथ ही हो सकता है. आपको सही विकल्प तलाशने की मानसिक कवायद करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

चूंकि बैंकों में बड़ी संख्या में रिक्तियां उपलब्ध हैं, इसलिए आपकी सफलता की संभावना भी अधिक होगी, बस आपको अच्छी तैयारी करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी. यदि आप पात्र हैं और बैंकिंग कॅरिअर में रुचि रखते हैं, तो आगामी परीक्षाओं के लिए अपनी तैयारी जारी रखें.

(स्पष्टीकरण : इस लेख में सुझाव और सिफारिशें पिछली चयन प्रक्रियाओं पर आधारित हैं. उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे उन नवीनतम चयन प्रक्रिया के अनुदेशों और दिशानिर्देशों को पढ़ें, जिसके लिए वे परीक्षा में बैठेंगे)

(समाप्त)

(लेखक एक शिक्षाविद् हैं. ई-मेल:artmunb98@gmail.com)

व्यक्त विचार व्यक्तिगत हैं.