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नेत्रविज्ञान में करिअर

उषा अल्बुकर्कऔर निधि प्रसाद

जब आपको अपनी आंखों की जांच करानी हो, यह सुनिश्चित कर लें कि आप अपनी आवश्यकता के लिए उपयुक्त नेत्र चिकित्सा व्यवसायी को तलाश रहे हैं। आंखें शरीर का एक अत्यधिक महत्वपूर्ण संवेदनशील अंग है। किसी नेत्र चिकित्सक का चयन करना एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुरक्षा निर्णय होता है। आप अपनी आंखें और अपना अमूल्य दृष्टि अंग ऐसे व्यवसायी को सौंप रहे हैं जो जीवन भर आपकी नेत्र-दृष्टि को अच्छा बनाए रखने में आपकी सहायता कर सकता है।

नेत्रविज्ञान चिकित्सा शास्त्र का एक विषय है, जो नेत्र के शरीर विज्ञान, संरचना विज्ञान तथा रोगों से संबंधित है। नेत्र चिकित्सक, ऑप्टोमीट्रिस्ट और ऑप्टीशियन ग्राहकों को नेत्र सुरक्षा देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किंतु इनमें से प्रत्येक नेत्र सुरक्षा प्रदाता के प्रशिक्षण और विशेषज्ञता के स्तर काफी अलग होते हैं। आप जिसकी तलाश करते हैं वह आपके लिए आवश्यक नेत्र-सुरक्षा के स्तर पर निर्भर करता है।

कोई भी नेत्रविज्ञानी एक ऐसा डॉक्टर होता है जो नेत्र समस्याओं में सर्जिकल एवं चिकित्सा विशेषज्ञता रखता है। किसी नेत्रविज्ञानी या ऑप्टोमीट्रिस्ट के लिए, किसी मरीज की सम्पूर्ण नेत्र सुरक्षा और नेत्र-उपकरण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए ऑप्टीशियन के साथ-साथ कार्य करना एक आम बात होती है।

कोई भी नेत्रविज्ञानी आंखों के सभी तरह के रोगों का पता लगाता है और उनका उपचार करता है, उनकी नेत्र-दृष्टि ठीक करने के लिए आंखों की सर्जरी और उपयुक्त चश्मा या कॉन्टेक्ट लेंस जैसे लगाने का सुझाव देता है। नेत्रविज्ञानी रिफ्रैक्टिव सर्जरी सहित नेत्र सर्जरी करते हैं, जो आजकल निकट दृष्टि, दूर-दृष्टि, एस्टिमाटिज्म तथा प्रेस्वीओपिया एवं ऐसी ही अन्य आम दृष्टि समस्याओं को ठीक करने के लिए अधिकांशत: लेजर पद्धति के माध्यम से करते हैं। कई नेत्रविज्ञानी नेत्र रोगों तथा दृष्टि व्यतिक्रमों के कारणों का पता लगाने और उपचार करने के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान भी करते हैं।

नेत्रविज्ञानियों का प्रशिक्षण का और रोगों का पता लगाने तथा उपचार करने का स्तर ऑप्टोमीट्रिस्ट एवं ऑप्टिशियन के स्तर से भिन्न होता है। एक चिकित्सा डॉक्टर के रूप में जिसने अपनी कॉलेज की शिक्षा तथा आठ वर्ष का अतिरिक्त चिकित्सा प्रशिक्षण पूरा किया है, एक नेत्रविज्ञानी के रूप में औषधि एवं सर्जरी के लिए उसे लाइसेंस दिया जाता है।

नेत्रविज्ञानी ऑपरेटिंग थियेटर्स बहिरंग क्लीनिक्स और अधिकांशत: सामुदायिक सुरक्षा संस्थानों के कार्य कर सकते हैं। कई बार ऐसा हो सकता है कि किसी नेत्रविज्ञानी को कम रोशनी में कार्य करना पड़े। कई बार ऐसा भी हो सकता है कि किसी नेत्रविज्ञानी को अतिरिक्त घंटों में कार्य करना पड़े और उसे कार्य के लिए तत्काल तैयार रहना पड़े, किंतु अन्य रोगों एवं आपातकालीन सेवा की तरह इनसे कार्य के अतिरिक्त घंटों की मांग सामान्यत: नहीं होती है और इनका रात्रि कार्य विशेष नहीं होता।

एक ऑप्टोमीट्रिस्ट दृष्टि एवं स्वास्थ्य - दोनों समस्याओं के लिए आंखों की जांच करता है और चश्मा अथवा कॉन्टेक्ट लेंस जैसे लगाने की सलाह देकर रिफ्रैक्टिव दोष को ठीक करता है। कोई भी ऑप्टोमीट्रिस्ट आंखों की जांच कर सकता है और करेक्टिव लैंस का परामर्श लिखित में दे सकता है। कोई भी ऑप्टिशियन एक तकनीकी प्रैक्टिशनर होता है जो किसी व्यक्ति की नेत्र-दृष्टि को सुधारने के लिए करेक्टिव लैंस तैयार करके बनाता है। ऑप्टिशियन विभिन्न आफ्थैल्मिक उपकरणों के लिए विनिर्दिष्टयां निर्धारित करता है जो किसी व्यक्ति की नेत्रदृष्टि में आवश्यक सुधार लाती है।

पात्रता:

एक सामान्य डॉक्टर बनने के लिए एम.बी.बी.एस. एक बुनियादी आवश्यकता है, किंतु नेत्रविज्ञान सहित किसी भी विषय में विशेषज्ञता स्नातकोत्तर एवं एम.एस. या एम.डी. के बाद ही प्राप्त की जा सकती  है।

*नेत्र सर्जन: नेत्र सर्जन के रूप में योग्यता प्राप्त करने के लिए एम.बी.बी.एस. के बाद एम.एस. नेत्रविज्ञान) होना अनिवार्य है। स्नातकोत्तर के बाद 3 वर्ष की एक रेजिडेंसी अवश्य होनी चाहिए। विभिन्न डिग्रियों तथा डिप्लोमा के माध्यम से सुपर स्पेशलिटी प्राप्त की जा सकती है।

*नेत्र विशेषज्ञ (औषधि): एम.डी. योग्यताधारी नेत्रविज्ञानी आंखों की गैर-सर्जिकल चिकित्सा देखभाल करता है। नेत्रविज्ञान में एम.डी. के लिए आपको एम.बी.बी.एस. के बाद योग्यता के लिए 03 वर्ष की रेजिडेंसी पूरी करनी आवश्यक होती है।

*ऑप्टोमीट्रिस्ट तथा ऑप्टिशियन: एक ऑप्टोमीट्रिस्ट के रूप में पै्रक्टिस करने के लिए आपको ऑप्टोमीट्री में स्नातक डिग्री प्राप्त करनी होती है। 10+2 या परीक्षा भौतिकी, रसायनविज्ञान और जीवविज्ञान में न्यूनतम 50' अंक लेकर उत्तीर्ण होने वाले छात्र ऑप्टोमीट्री में बी.एस.सी. के लिए आवेदन करने के पात्र होते हैं। उम्मीदवारों को ऑप्टोमीट्री पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए आई-सेट परीक्षा में बैठना होता है। यह परीक्षा केन्द्रीयकृत सम्मिलित प्रवेश परीक्षा होती है और देश भर में वैश्विक रूप में मान्यता प्राप्त है।

*आफ्थेल्मिक तकनीशियन: प्रमाणित आफ्थेल्मिक तकनीशियन (सी..टी.) चिकित्सा एवं सर्जिकल नेत्र सुरक्षा एवं रोग के नेत्र उपचार में नेत्रविज्ञानी की सहायता करता है। इसके लिए विभिन्न पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। न्यूनतम योग्यता 10+2 कक्षा है।

नेत्रविज्ञान के कुछ प्रसिद्ध पाठ्यक्रम नीचे दिए गए हैं:-

*डिप्लोमा पाठ्यक्रम:

*नेत्रविज्ञान में डिप्लोमा

*आफ्थेल्मिक प्रौद्योगिकी में डिप्लोमा

स्नातक पाठ्यक्रम:

*एम.बी.बी.एस. (औषधि स्नातक एवं सर्जरी स्नातक)

मास्टर पाठ्यक्रम:

*नेत्रविज्ञान में सर्जरी मास्टर

*नेत्रविज्ञान में औषधि मास्टर

*नेत्रविज्ञान में विज्ञान मास्टर

*नेत्रविज्ञान में स्नातकोत्तर डिप्लोमा

*नैदानिक नेत्रविज्ञान में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र कार्यक्रम

अपेक्षित कौशल

*किसी भी नेत्रविज्ञानी के लिए निम्नलिखित अपेक्षित होता है।

*नेत्रविज्ञान के व्यापक ज्ञान तथा चिकित्सा विषयों के बीच अंतर संबंध प्रदर्शित करने की सशक्त बौद्धिक क्षमता

*हस्त-नेत्र दक्षता

*कार्योन्मुखी एवं सुसंगठित

*बीम प्लेयर एवं नेतृत्व क्षमता

*आकर्षण एवं धैर्य

संभावनाएं

नेत्रविज्ञान-चिकित्सा की एक विशेषस्तापूर्ण शाखा, में कॅरिअर के पर्याप्त अवसर हैं। इस क्षेत्र के लिए निम्नलिखित में रोजग़ार के अवसर होते हैं:-

*राजकीय एवं प्राइवेट अस्पताल

*स्वास्थ्य केन्द्र

*स्वास्थ्य विभाग

*गैर-सरकारी संगठन

*प्राइवेट प्रैक्टिस

एक नेत्रविज्ञानी के रूप में, कोई भी व्यक्ति नेत्रविज्ञानी या नेत्रविज्ञान के वरिष्ठ विशेषज्ञ के पदों के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सम्मिलित चिकित्सा सेवा प्रवेश परीक्षा क लिए आवेदन कर सकता है। संबंधित लोक सेवा आयोगों द्वारा भी राज्य स्वास्थ्य सेवा प्रवेश परीक्षाएं ली जाती हैं। नेत्रविज्ञानी के रूप में आप रक्षा सेवाओं-सेना या नौसेना अथवा वायु सेना में भी कार्य ग्रहण कर सकते हैं।

किसी भी अन्य चिकित्सा क्षेत्र की तरह नेत्रविज्ञान भी एक सदा विकासशील क्षेत्र है। यह क्षेत्र हर तरह के छात्रों को, उनकी योग्यता शैक्षिक रिकॉर्ड एवं अनुभव के आधार पर रोजग़ार प्रदान करता है।

जो व्यक्ति, आर्थिक एवं मानवता की सेवा के संबंध में किसी पुरस्करणीय कॅरिअर में जाना चाहता है। तो उसे यह कॅरिअर चुनना चाहिए।

कुछ कार्य-प्रोफाइल नीचे दी गई हैं:-

*प्राइवेट प्रैक्टिशनर

*प्रोफेसर

*दृष्टि सलाहकार

*अनुसंधानकर्ता

नेत्रविज्ञान के पाठ्यक्रम चलाने वाले कुछ कॉलेज निम्नलिखित हैं:-

*अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली – ww.aiims.edu

*अमृता आयुर्विज्ञान संस्थान एवं अनुसंधान केन्द्र, कोच्चि – www.amrita.edu

*सशस्त्र बल चिकित्सा कॉलेज (ए.एफ.एम.सी.), पुणे - www.afmc.nicin

*बंगलौर चिकित्सा कॉलेज एवं अनुसंधान संस्थान, बंगलौर - www.bmcri.org

*क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर – www.cmch-vellore.edu

*एल.वी. प्रसाद नेत्र संस्थान, हैदराबाद

*गुरु नानक नेत्र केन्द्र, मौलाना आजाद चिकित्सा कॉलेज (एम..एम.सी.), दिल्ली

*स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, चंडीगढ़ - www.pgimer.nic.in/

*क्षेत्रीय नेत्रविज्ञान संस्थान (आर.आई..), कोलकाता

*उच्च नेत्र केन्द्र (ए..सी.) - स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान संस्थान (पी.जी. आई...आर.), चंडीगढ़

*शेल नेत्र अस्पताल, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (सी.एम.सी.), वेल्लोर

*क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान (आर.आई..) - अहमदाबाद

*जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (जे।.आई.पी.एम..आर.) पांडिचेरी

(यह सूची उदाहरण मात्र है)

 

(उषा अल्बुकर्क एवं निधि प्रसाद कॅरिअर स्मार्ट प्राइवेट लि. में क्रमश: निदेशक और सीनियर कॉउंसिलिंग सायकोलोजिस्ट हैं। ई-मेल:  careerssmartonline@gmail.com)