रोज़गार समाचार
सदस्य बनें @ 530 रु में और प्रिंट संस्करण के साथ पाएं ई- संस्करण बिल्कुल मुफ्त ।। केवल ई- संस्करण @ 400 रु || विज्ञापनदाता ध्यान दें !! विज्ञापनदाताओं से अनुरोध है कि रिक्तियों का पूर्ण विवरण दें। छोटे विज्ञापनों का न्यूनतम आकार अब 200 वर्ग सेमी होगा || || नई विज्ञापन नीति ||

नौकरी फोकस


Issue no 01, 01-07 April 2023

ऑगमेंटेड रियलिटी : स्वास्थ्य सेवा को बदलने वाला भविष्यवादी समाधान 

 

मिहिर सिंह

 

आधुनिक समय में, प्रौद्योगिकी मानवीयसमाज में कार्यक्षमता का अहम जरिया है। क्वांटम कंप्यूटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीक के विकास और प्रगति ने मौलिक रूप से हमारे काम करने के तरीके को बदल कर रख दिया है। मानव-मशीन इंटरफेस के अलावा, जो लोगों और मशीनों को जोड़ता है,  वह है वर्चुअल रियलिटी (वीआर-आभासी वास्तविकता), आभासी संसार (एआर), और मिश्रित दुनिया (एमआर) प्रौद्योगिकियां, जिसके माध्यम से आभासी और वास्तविक दुनिया के एकीकरण के क्षेत्र में नवाचार में बढ़ोत्तरी हुई है। .

वीआर (आभासी वास्तविकता)और एआर (आभासी संसार)को प्रौद्योगिकी के माध्यम से वास्तविकता के स्वरुप में प्रस्तुत करने के दो पूरक तरीकों के रूप में देखा जा सकता है। दोनों व्यक्ति को एक आभासी वातावरण में ले जाकर उसके संवेदी अनुभव को बढ़ाने की कोशिश करते हैं। वीआर (आभासी वास्तविकता)होम कंप्यूटर और ऑनलाइन सिमुलेशन से जुड़ा है जो अस्तित्व के समानांतर दायरे की पेशकश करता है। दूसरी ओर, एआर वास्तविक और आभासी वस्तुओं को मिलाकर त्रिआयामी रुप से संवाद करता है।

आभासी संसार (एआर) का उपयोग गेमिंग, मनोरंजन, शिक्षा और विज्ञापन सहित विभिन्न क्षेत्रों में किया गया है। हालांकि, हाल के वर्षों में, एआर ने स्वास्थ्य सेवा उद्योग में विशेष रूप से चिकित्सा प्रशिक्षण, रोगी की देखभाल और शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण तरीके से उपस्थिति दर्ज की है।

स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र विश्व स्तर पर सबसे महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक है, जो प्रतिदिन लाखों लोगों की सेवा करता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण चुनौतियों का भी सामना करता है, जिसमें सेवाओं की बढ़ती लागत और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी शामिल है। इन चुनौतियों से निपटने और बेहतर तरीके से रोगियों की देखभाल करने में मदद करने के लिए नवीन तकनीकी पर आधारित समाधान तेजी से ज़रुरी अंग बन गए है। यह लेख उन तरीकों की पड़ताल करता है जिसमें एआर (आभासी संसार) रोगी के निदान से लेकर उपचार और यहां तक कि उपचार के बाद के मरीज से संबंधित सूचना (फॉलो-अप) तक में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की सहायता कर रहा है।

 

चिकित्सा प्रशिक्षण में ए.आर(आभासी संसार)

चिकित्सा प्रशिक्षण में एआर का उपयोग करने का एक तरीका मानव शरीर के आभासी 3डी मॉडल का निर्माण है। मेडिकल छात्र इन मॉडलों को टैबलेट और स्मार्टफोन जैसे उपकरणों पर देख और उनमें फेरबदल कर सकते हैं, जिससे उन्हें मानव शरीर रचना विज्ञान के जटिल विवरण को और अधिक यथार्थवादी तरीके से देखने की सुविधा मिलती है। इससे छात्रों को जटिल अवधारणाओं और प्रक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है। मेडिकल छात्र सर्जिकल तकनीकों और प्रक्रियाओं का अभ्यास करने के लिए एआर (आभासी संसार) तकनीक का उपयोग कर सकते हैं , जैसे कैथेटर डालना या लैप्रोस्कोपिक सर्जरी करना। यह छात्रों को वास्तविक रोगियों को नुकसान पहुँचाने के जोखिम के बिना, एक सुरक्षित और नियंत्रित वातावरण में मूल्यवान व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।

 

शरीर रचना और शल्य चिकित्सा प्रशिक्षण के अलावा, एआर का उपयोग छात्रों को मानव शरीर पर दवाओं और दवाओं के प्रभावों के बारे में सिखाने के लिए भी किया जा सकता है। एआर ग्राफिक्स और एनिमेशन प्रदर्शित कर सकता है जो दिखाते हैं कि विशिष्ट दवाएं शरीर के साथ कैसे संपर्क करती हैं, जिससे छात्रों को विभिन्न दवाओं के फार्माकोलॉजिकल प्रभावों की बेहतर समझ मिलती है।

 

सर्जिकल प्रेसिजन के लिए एआर (आभासी संसार) : शल्य चिकित्सा में आभासी संसार या वास्तविकता (एआर) का उपयोग स्वास्थ्य की देखभाल से संबंधित परिणामों में सुधार के लिए एक नए दृष्टिकोण के रूप में उभरा है। शल्य चिकित्सा स्वास्थ्य से संबंधित इलाज एवं देखभाल का एक महत्वपूर्ण पहलू है, और एआर प्रौद्योगिकी को इससे जोड़ने से कई लाभ हो सकते हैं। ऐसा ही एक लाभ विभिन्न प्रकार के ऑपरेशनों (शल्य चिकित्सा) के दौरान शल्य (सर्जिकल) प्रक्रियाओं का यथार्थवादी चित्रण प्रदान करने की क्षमता है। एआर मेडिकल छात्रों के लिए एक अभ्यास उपकरण के रूप में काम कर सकता है, जिससे उन्हें केवल पारंपरिक कैडेवर-आधारित अभ्यास पर निर्भर रहे बिना चिकित्सा प्रक्रियाओं को सीखने में मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त, एआर का उपयोग शल्य प्रक्रिया के विभिन्न चरणों के माध्यम से शिक्षार्थियों का मार्गदर्शन करने में किया जा सकता है, इससे व्यावहारिक अनुभव प्रदान करके सीखने की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाया सकता है।

सर्जिकल (शल्य) प्रक्रियाओं में मृत्यु दरकी संभावना काफी होती है, और एआर को लागू करने से रोगियों के लिए बेहतर सुरक्षा उपायों की पेशकश की जा सकती है। एआर की मदद से सर्जनों को उनके सहयोगियों के जरिए वस्तुतः सहायता की जा सकती है, और एआर का उपयोग अंग के प्रभावित भाग की पहचान करने, जटिलताओं से निपटने के लिए जरुरी कदम उठाने, नसों की संरचना और रोगी की रिपोर्ट और स्थितियों पर वास्तविक समय में जानकारी प्रदान कर सकता है। यह जानकारी सर्जन की आंखों के सामने प्रदर्शित की जा सकती है, जिससे उन्हें सर्जरी के दौरान निर्णय लेने में आसानी होती है।

सर्जरी में एआर का उपयोग करने का एक अन्य लाभ दूरस्थ विशेषज्ञता का लाभ उठाने की क्षमता है। कुछ मामलों में, सर्जरी करने के लिए एक विशेषज्ञ की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन वे मीलों दूर किसी और शहर में हो सकते हैं। एआर-आधारित एप्लिकेशन और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके, सर्जन सर्जरी करते समय दूरस्थ विशेषज्ञों के साथ रीयल-टाइम विज़ुअल-आधारित संचार व्यवस्था के जरिए उनसे संपर्क बनाए रख सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसे उन्नत एनालिटिक्स के साथ एआर-आधारित सुविधाओं का संयोजन और भी महत्वपूर्ण लाभ प्रदान कर सकता है, जिससे सर्जिकल परिणामों में और बेहतर सुधार हो सकता है।

सटीक नस स्थान के लिए एआर: नसों के इंजेक्शन, रक्त के नमूने और कैथीटेराइजेशन जैसी कई चिकित्सा प्रक्रियाओं में नसों का सटीक और कुशल स्थान जानना महत्वपूर्ण होता है। नसों का पता लगाने के पारंपरिक तरीके, जैसे टटोलने का कार्य और दृश्य निरीक्षण,इसमें काफी समय लग जाता है, कई बार यह गलत और कुछ मामलों में कभी-कभी मुश्किलेंभी हो सकते हैं। एआर तकनीक इस समस्या का एक आशाजनक समाधान प्रस्तुत करती है। एआर का उपयोग त्वचा की सतह पर रोगी की नसों की वास्तविक समय की छवि को सुपरइम्पोज करने के लिए किया जा सकता है, जिससे चिकित्सा पेशेवरों को नसों के स्पष्ट और सटीक दृश्य मिलते हैं। यह एक विशेष एआर यंत्र(डिवाइस), जैसे हेडसेट या टैबलेट का उपयोग करके पूरा किया जाता है, जो उन्नत कंप्यूटर दृष्टि एल्गोरिद्म और रीयल-टाइम इमेज प्रोसेसिंग का उपयोग करता है । वास्तविक समय में नसों के स्पष्ट और विस्तृत दृश्य चिकित्सा पेशेवरों को उपलब्ध करा कर, एआर तकनीक से कई बार सुई चुभोने की आवश्यकता से बचने में मदद कर सकती है, रोगी की परेशानी और जटिलताओं के जोखिम को भी कम कर सकती है। इसके अलावा, एआर तकनीक उन स्थितियों में विशेष रूप से उपयोगी हो सकती है जहां पारंपरिक नस स्थान  का पता लगाने की विधियां चुनौतीपूर्ण होती हैं, जैसे कि गहरे रंग की त्वचा वाले या छोटी या मुश्किल-से-पता लगाने वाली नसें।

मेडिकल इमेजिंग में एआर: मेडिकल इमेजिंग शरीर के आतंरिक या भीतर के दृश्य प्रस्तुतियों को दर्शाने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग को संदर्भित करता है, जिसका उपयोग चिकित्सा पेशेवरों द्वारा विभिन्न स्थितियों का पता लगाने और निदान एवं उपचार करने के लिए किया जाता है। आभासी संसार या वास्तविकता (एआर) प्रौद्योगिकी में चिकित्सा पेशेवरों को वास्तविक समय में इंटरैक्टिव दृश्य की प्रतिक्रिया प्रदान करके चिकित्सा इमेजिंग को बढ़ाने की क्षमता है। एआर का इस्तेमाल विशेष उपकरणों को बनाने के लिए किया जा सकता है जो आंतरिक अंगों के विभिन्न संरचनाओं और छवियों को तस्वीर की शक्ल में उतारने के लिए सेंसर और सॉफ्टवेयर के साथ संयोजन करते हैं। रोगी की स्थिति का व्यापक और विस्तृत दृश्य प्रदान करने के लिए ग्राफिक्स और अन्य दृश्य साधनों का उपयोग करके यह जानकारी वास्तविक समय में प्रदर्शित की जा सकती है। यह चिकित्सा पेशेवरों को संभावित समस्याओं की अधिक तेज़ी से और सटीक रूप से पहचान करने और तदनुसार उपचार योजनाओं को तैयार करने में मदद कर सकता है।

मेडिकल इमेजिंग में एआर का एक प्रमुख लाभ यह है कि यह रोगियों को उनकी स्थिति और उपचार के विकल्पों के बारे में शिक्षित करने में मदद कर सकता है। रोगी के आंतरिक अंगों के दृश्य निरूपण प्रदर्शित करके और यह दिखाते हुए कि विभिन्न उपचार उन्हें कैसे प्रभावित करेंगे, चिकित्सा पेशेवर को रोगियों क स्थिति को बेहतर ढंग से समझने और उनके उपचार के बारे में समुचित निर्णय लेने में मदद कर सकत हैं।

इसके अलावा, एआर तकनीक का उपयोग चिकित्सा प्रक्रियाओं के आभासी सिमुलेशन बनाने के लिए किया जा सकता है, जिससे चिकित्सा पेशेवरों को रोगियों पर प्रदर्शन करने से पहले अपनी तकनीकों का अभ्यास करने और उन्हें परिष्कृत करने की अनुमति मिलती है। यह प्रक्रियाओं के दौरान त्रुटियों और जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे रोगियों के लिए बेहतर परिणाम मिलते हैं।

बेहतर लक्षणों के विवरण के लिए एआर (आभासी संसार): अक्सर, रोगी चिकित्सा पेशेवरों को अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थितियों की सटीक प्रकृति को बता पाने में समर्थ नहीं होते हैं, अक्सर या तो उनके द्वारा अनुभव किए जाने वाले लक्षणों को बढ़ा कर या कम करके बताते है। इसके  परिणामस्वरूप गलत इलाज और उप-इष्टतम उपचार परिणाम हो सकते हैं। हालांकि, आभासी संसार या वास्तविकता प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन से डॉक्टरों को रोगी की स्थिति के बारे में एक सही और व्यापक परिप्रेक्ष्य प्रदान किया जा सकता है, जोकि व्यक्तिपरक मरीज की रिपोर्ट से अलग होती है। यह तकनीक डॉक्टरों को रोगी के लक्षणों की गंभीरता का सटीक आकलन करने और उचित उपचार देने में सक्षम बनाती है।

यह नवीन तकनीक न केवल डॉक्टरों को स्थितियों का सटीक निदान और उपचार करने में मदद करती है, बल्कि यह रोगियों को उनके लक्षणों की समझ की सुविधा भी देती है, इस प्रकार उनकी उपचार योजना में अधिक जुड़ाव और भागीदारी को बढ़ावा देती है।

दवा की जानकारी के लिए ए.आर (आभासी संसार): आभासी संसार या वास्तविकता और अत्याधुनिक ग्राफिक्स के उपयोग के माध्यम से रोगियों को अधिक आकर्षक और प्रभावी तरीके से नवीन दवा की जानकारी प्रदान की जा सकती है। यह दृष्टिकोण फार्मास्युटिकल कंपनियों को रोगियों के मन में एक विश्वसनीय और भरोसेमंदनिष्ठा स्थापित करने की अनुमति देता है, जिससे उन्हें विशिष्ट चिकित्सा स्थितियों का मुकाबला करने के लिए उनके शरीर के भीतर दवा कैसे संचालित होती है, इसका 3डी दृश्य प्रदान किया जाता है।

दिन अब गए जब रोगियों को दवा की प्रभावशीलता को समझने के लिए उनकी सिरप की बोतलों के पीछे जटिल चिकित्सा भाषा को समझने के लिए छोड़ दिया जाता था। आभासी संसार या वास्तविकता प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर, रोगी अब इस बात के बारे में अधिक सहजता से समझ या जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि दवा उनके शरीर के साथ कैसे प्रतिक्रिया या संपर्क करती है। इस दृष्टिकोण को लागू करने के लिए, दवा कंपनियां अपनी वेबसाइट पर एक विस्तृत वीडियो ग्राफ़िक बना सकती हैं, जिसे मरीज़ दवा की बोतल पर बारकोड स्कैन करके देख (एक्सेस) सकते हैं। यह रोगियों को स्वयं यह देखने की अनुमति देता है कि दवा कैसे काम करती है, और वे अपने घरों में आराम से ऐसा कर सकते हैं।

इसके अलावा, आभासी संसार या वास्तविकता प्रौद्योगिकी का उपयोग रोगी की शिक्षा तक ही सीमित नहीं है। फार्मास्युटिकल कंपनियां अपने स्मार्ट फोन या कारखाने के फर्श पर स्थापित स्क्रीन के माध्यम से विस्तृत निर्देश और चित्र प्रदान करके पूरी निर्माण प्रक्रिया में श्रमिकों का मार्गदर्शन करने के लिए इसका उपयोग कर सकती हैं। यह सुनिश्चित करता है कि निर्माण प्रक्रिया अत्यंत सटीकता और निरंतरता के साथ निष्पादित की जाती है, जिसके परिणामस्वरूप उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं सुरक्षित और प्रभावी होती हैं।

 

एआर संबंधित स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की नौकरियां: आभासी संसार या वास्तविकता (एआर) के साथ स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की सहायता करने में कई अलग-अलग प्रकार के पेशेवर या नौकरी की भूमिकाएँ शामिल हैं। कुछ उदाहरण निम्नलिखित हैं:

डिजाइन आर्किटेक्ट: इस जॉब प्रोफाइल के लिए काम करने वाले पेशेवर चिकित्सा उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने वाले एआर उपकरणों के आंतरिक और बाहरी डिजाइन पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

सॉफ्टवेयर डेवलपर्स और प्रशिक्षक: स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए एआर अनुप्रयोगों और सॉफ्टवेयर समाधानों को डिजाइन और विकसित करने वाले पेशेवरों की पर्याप्त मांग है। यही नहीं, सेवा प्रदाता एआर टूल्स और सॉफ्टवेयर का उपयोग करने में डॉक्टरों और नर्सों सहित स्वास्थ्य कर्मियों का मार्गदर्शन करने के लिए प्रशिक्षकों और सहायकों के रूप में ऐसे पेशेवरों को भी तैनात करते हैं।

मेडिकल इमेजिंग विशेषज्ञ: ये पेशेवर एक्स-रे, एमआरआई स्कैन और सीटी स्कैन जैसी चिकित्सा छवियों की व्याख्या करने में विशेषज्ञ होते हैं, और 3डी में चिकित्सा छवियों को देखने और निदान की सटीकता में सुधार करने के लिए एआर का उपयोग कर सकते हैं।

चिकित्सा शिक्षक : चिकित्सा शिक्षक चिकित्सा छात्रों और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए इंटरैक्टिव चिकित्सा प्रशिक्षण सिमुलेशन बनाने के लिए एआर तकनीक का उपयोग कर सकते हैं, शरीर रचना विज्ञान, शल्य चिकित्सा प्रक्रियाओं को पढ़ा सकते हैं, इसके अलावा और भी बहुत कुछ।

चिकित्सा उपकरण निर्माता: चिकित्सा उपकरण निर्माताओं के लिए यह अनिवार्य हो गया है कि वे नए चिकित्सा उपकरणों को डिजाइन करने और विकसित करने के लिए एआर तकनीक को समझें और कल्पना करें कि उपकरण रोगी के शरीर के साथ कैसे संपर्क करेगा।

UX डिज़ाइनर : उपयोगकर्ता अनुभव (UX) डिज़ाइनर ऐसे इंटरफ़ेस डिज़ाइन करने में विशेषज्ञ होते हैं जो उपयोग में आसान, देखने में आकर्षक और सहज ज्ञान युक्त हों। स्वास्थ्य सेवा में, यूएक्स डिजाइनर एआर का उपयोग इंटरफेस बनाने के लिए करते हैं जो स्वास्थ्य पेशेवरों को आसानी से चिकित्सा डेटा तक पहुंचने और कल्पना करने की अनुमति देता है।

डेटा विश्लेषक: ये पेशेवर रोगियों के परिणामों में सुधार कर सकने वाले रुझानों और अंतर्दृष्टि की पहचान करने के लिए स्वास्थ्य संबंधी डेटा एकत्र करने और उनका विश्लेषण करने के लिए जिम्मेदार हैं। एआर का उपयोग इस डेटा को नए तरीकों से देखने और इसके आदान प्रदान करने के लिए किया जा सकता है, जिससे इसे समझना और उस पर कार्रवाई करना आसान हो जाता है।

परियोजना प्रबंधक: परियोजना प्रबंधक स्वास्थ्य सेवा में एआर समाधानों के विकास और कार्यान्वयन की देखरेख करते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि परियोजनाएँ समय पर, बजट के भीतर और हितधारकों के लिए संतोषप्रद हो।

जैसे-जैसे एआर तकनीक विकसित होती जा रही है, हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस क्षेत्र में और भी भूमिकाएँ सामने आएंगी।

एआर का अध्ययन कहाँ और कैसे करें ?

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 छात्र सीखने के परिणामों पर ध्यान केंद्रित करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सुलभ, सस्ती, न्यायसंगत और समावेशी बनाने के महत्व पर प्रकाश डालती है। इन तर्ज पर, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने ( i ) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), (ii) इंटरनेट ऑफ थिंग्स ( आईओटी ), (iii) ब्लॉक चेन, (i) जैसे उभरते क्षेत्रों में पाठ्यक्रमों के लिए मॉडल पाठ्यक्रम तैयार किया है। iv) रोबोटिक्स, (v) क्वांटम कंप्यूटिंग (vi) डेटा साइंस (vii) साइबर सुरक्षा (viii) 3डी प्रिंटिंग और डिज़ाइन और (ix) ऑगमेंटेड रियलिटी (AR)/वर्चुअल रियलिटी (VR) आदि, और इंजीनियरिंग संस्थानों में शैक्षणिक वर्ष 2020-21इसकी अनुमति है।

कई इंजीनियरिंग कॉलेजों ने एआर और वीआर पर विभिन्न मोड और विभिन्न स्तरों पर पाठ्यक्रम की पेशकश शुरू कर दी है। इसके अलावा, कोर्सेरा , उडेमी , लिंडा, यूट्यूब , एडएक्स , सर्किट स्ट्रीम आदि जैसे विभिन्न एमओओसी (मैसिव ऑनलाइन ओपन कोर्स) प्लेटफॉर्म के माध्यम से एआर/वीआर को भी अपनाया जा सकता है।

योग्यता: हालांकि प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए योग्यता स्तर और मोड के अनुसार बदलती है, सामान्य पात्रता मानदंड निम्नानुसार हैं:

·        एआर और वीआर के स्नातक डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए, उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से विज्ञान वर्ग में अपनी 10+2 शिक्षा पूरी की हो।

·        स्नातकोत्तर कार्यक्रम में प्रवेश के लिए, उम्मीदवारों को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/संस्थान से इंजीनियरिंग या विज्ञान की प्रासंगिक धारा में स्नातक होना चाहिए ।

प्रवेश परीक्षा: भारत में अधिकांश संस्थान प्रवेश परीक्षा के अंकों और रैंक के आधार पर प्रवेश के लिए उम्मीदवारों का चयन करते हैं। कई निजी संस्थान भी योग्यता के आधार पर डिप्लोमा और सर्टिफिकेट स्तर के पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रदान करते हैं। भारत में यूजी और पीजी स्तरों पर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा:

·         जेईई मेन (संयुक्त प्रवेश परीक्षा-मुख्य)

·         जेईई एडवांस (संयुक्त प्रवेश परीक्षा - उन्नत)

·         बिटसैट ( बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट )

·         एमएचटीसीईटी (महाराष्ट्र कॉमन एंट्रेंस टेस्ट)

  • वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम(VITEEE)

·         गेट (ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग)

  • श्री रामास्वामी मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ज्वाइंट इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जामिनेशन(SRMJEEE)

पाठ्यक्रम

आभासी संसार (एआर) और आभासी वास्तविकता (वीआर) में कई स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमा पाठ्यक्रम पेश किए जाते हैं। कवर किए गए विषयों का एक सामान्य अवलोकन नीचे दी गई तालिका में दिया गया है:

बीसीए (आभासी संसार/आभासी वास्तविकता)

3डी एवं वीआर वर्कफ्लो

डिजीटल आर्ट्स एवं टेक्नोलॉजी

प्रोग्रामिंग इन यूनिटी लैग्वेज

प्रोग्रामिंग इन C#

वीआर/एआर प्रोडक्शन

हेटरोजीनस यूजर इंटरफेस

मोबाइल आभासी संसार

आभासी संसार वातावरण में सूचना के आदान प्रदान को बढ़ावा देना

वर्ल्ड ऑथरिंग एंड प्लेबैक

आभासी संसार सिस्टम का मूल्यांकन

आभासी संसार या वास्तविकता से संबंधित आदान प्रदान

आभासी संसार और मिक्स रियलिटी

आभासी संसार के लिए ट्रैकिंग

आभासी संसार में आदान प्रदान

आभासी संसार टूलकिट्स

बीएससी कंप्यूटर साइंस (वर्चुअल/आभासी संसार)

समेस्टर 1

सी प्रोग्रामिंग

डीस्क्रीट मैथेमेटिक्स

डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स

कंप्यूटर ऑर्गेनाइजेशन

लैब ऑन सी प्रोग्रामिंग

लैब ऑन डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स

लैब ऑन कंप्यूटर ग्राफिक्स

पीसफुल कम्युनिकेशन एंड कोलाबोरेटिव ह्यूमन डायनेमिक्स

----

सेमेस्टर 2

डेटा स्ट्रक्टर यूजिंग सी

एप्लाएड स्टैटिस्टिक्स

माइक्रोप्रोसेसर फैमिली

फंडामेंटल ऑफ ऑफ वर्चुअल एंड एक्युमेंटेड रिटलिटी

इंट्रोडक्शन टू 3डी मॉडलिंग

लैब ऑनडेटा स्ट्रक्टर यूजिंग सी

लैब ऑन माइक्रोप्रोसेसर

लैब ऑन3डी मॉडलिंग

------

सेमेस्टर 3

C#

माइक्रोकंट्रोलर

इंट्रोडक्शन टू 3डी टैक्स्चरिंग एंड स्कलटिंग

फंडामेंटल ऑफ यूनिटी

3डी रिगिंग 1

लैब ऑन C#

लैब ऑन माइक्रोकंट्रोलर

लैब ऑन यूनिटी एंड 3डी रिगिंग 1

यूनिवर्सल ह्यूमन वैल्यूज –II

सेमेस्टर 4

ऑपरेटिंग सिस्टम कॉन्सेप्ट

पायथॉन

डेटा कम्युनिकेशन एंड नेटवर्किंग

3जी रिगिंग II

3डी एनिमेशन

लैब ऑन पायथॉन

लैब ऑन डेटा कम्युनिकेशन एंड नेटवर्किंग

लैब ऑन 3डी रिगिंग II एंड एनिमेशन

----

 

समेस्टर 5

थ्योरिटिकल कंप्यूटर साइंस

इंट्रीगेशन ऑफ 3डी मॉडल्स एंड यूनिटी

यूनिटी इंटरएक्टिविटी

एसडीके इम्प्लीटेशन एंड प्लेटफॉम टेस्टिंग

डीइएस-1

ओपन इलेक्टिव 1

लैब ऑन एसडीके

बिजनेस कम्युनिकेशन

----

 

समेस्टर 6

एल्पीकेशन डेवलपमेंट यूजिंग एआर

इंट्रोड्यूशिंग टू यूएक्स/यूआई डिजाइन

सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूजिंग एजाइल मैथोडोलोजी

डीईएस II

लैब ऑन एल्पीकेशन डेवलपमेंट यूजिंग एआर

मिनि प्रोजेक्ट 1

इंडियन ट्रेडिशनल कल्चर एंड हेरिटेज

एल्पीकेशन डेवलपमेंट यूजिंग एआर

---

 

निष्कर्ष

आभासी संसार की क्षमता का लाभ उठाकर स्वास्थ्य सेवा उद्योग एक गतिशील और तकनीकी रूप से उन्नत दृष्टिकोण प्रदर्शित कर रहा है। इस अविष्कार ने हेल्थकेयर प्रैक्टिशनर्स और मरीजों दोनों के लिए समान रूप से एक सहज और उपयोगकर्ता के अनुकूल काम करने (अनुभव) की सुविधा प्रदान की है। इस तकनीक के उपयोग ने एक इंटरैक्टिव और सूचनात्मक अनुभव की सुविधा प्रदान की है, जिससे रोगियों को दवाओं, उनके स्वास्थ्य की स्थिति और प्रगति के विवरण के बारे में जागरूक रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा, आभासी संसार या वास्तविकता के कार्यान्वयन ने स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को पारदर्शिता, शिक्षा और अनुकूलन क्षमता प्रदान की है। इस तकनीक ने अपने आवेदन के लिए विविध रास्ते खोल दिए हैं, जिसमें इच्छुक चिकित्सा पेशेवरों के व्यापक प्रशिक्षण से लेकर त्रुटियों की न्यूनतम गुंजाइश के साथ जटिल चिकित्सा प्रक्रियाओं के निष्पादन तक शामिल है।

इसकी विविध उपयोगिताओं के अलावा, संवर्धित वास्तविकता ने उल्लेखनीय लागत-प्रभावशीलता का प्रदर्शन किया है, खासकर जब पारंपरिक चिकित्सा शिक्षण उपकरणों के साथ तुलना की जाती है जो निषेधात्मक रूप से महंगे हैं और इष्टतम समझ के लिए व्यापक चिकित्सा जोखिम की आवश्यकता होती है। इस प्रकार, संवर्धित वास्तविकता स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए एक किफायती, वर्णनात्मक और आशाजनक समाधान के रूप में उभरी है।

(लेखक करियर सलाहकार और विज्ञान आधारित प्रतियोगी परीक्षाओं के कोच हैं। उनसे mihirsingh761@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है)।